उज्जैन: बाबा महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं को सप्ताह में 4 दिन गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति दे दी गई है. मंगलवार से लेकर शुक्रवार तक दोपहर एक से चार बजे के बीच श्रद्धालुओं को मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश मिलेगा. गर्भ गृह में प्रवेश के लिए पंडितों और पुरोहितों को एक दिन में 1,500 रुपए की मिलने वाली 5 रसीद को बढ़ाकर 10 कर दिया गया. ये फैसला मेला कार्यालय में महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में लिया गया.
51 हजार दीपकों से जगमग होगा महाकाल मंदिर
महाशिवरात्रि पर्व को अब 15 दिन ही शेष बचे हैं. पर्व को लेकर बैठक में मंदिर समिति ने दीपोत्सव में तय स्थानों पर 51 हजार दीपक प्रज्वलित करने का निर्णय लिया. मंदिर में शयन आरती भक्त मण्डल के सहयोग से दीप प्रज्वलित किये जाएंगे. श्रद्धालुओं के लिए तीन कतार में दर्शन की व्यवस्था रहेगी. पुजारी-पुरोहितों की 1500 की जलाभिषेक की रसीद से एक दिन में प्रातः 6 से 9, दोपहर 12 से 1 व शाम को 6 से 8 बजे तक के निर्धारित समय में गर्भगृह में प्रवेश हो सकेगा.
प्रोटोकॉल शुल्क खत्म
समिति ने महाकाल दर्शन के लिए वीआईपी दर्शनार्थियों के लिए लागू किए गए 100 रुपये शुल्क को समाप्त कर दिया है. चार दिन श्रद्धालु गर्भ गृह में प्रवेश कर दर्शन कर सकेंगे. इससे पहले कोरोना के संक्रमण को देखते हुए गर्भगृह को बंद कर दिया गया था. बैठक में प्रबंध समिति के अध्यक्ष कलेक्टर आशीष सिंह, एसपी सत्येंद्र शुक्ल सहित मंदिर समिति के सदस्य मौजूद रहे.