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सेना ने ओएनजीसी के अपहृत दो कर्मचारी को बचाया, तीसरे के लिए ऑपरेशन जारी - Alkesh Saikia and Mohini Mohan Gogoi

भारतीय सेना ने असम राइफल्स के जवानों के साथ मिलकर शुक्रवार देर रात असम में तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) के अगवा किए गए दो कर्मचारियों को प्रतिबंधित समूह, यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असोम-इंडिपेंडेंट (यूएलएफए-आई ) से बचाया है. भारतीय सेना ने कहा कि ऑपरेशन अभी भी जारी है.

Two of three abducted ONGC employees rescued
सेना ने ओएनजीसी के अपहृत दो कर्मचारी को बचाया, तीसरे के लिए ऑपरेशन जारी
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Published : Apr 24, 2021, 2:28 PM IST

नई दिल्ली: भारतीय सेना ने असम राइफल्स के जवानों के साथ मिलकर शुक्रवार देर रात असम में तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (Oil and Natural Gas Corporation) के अगवा किए गए दो कर्मचारियों को प्रतिबंधित समूह, यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम- इंडिपेंडेंट (यूएलएफए-आई ) की गिरफ्त से बाहर निकाल लिया है.

प्रतिबंधित समूह यूएलएफए-आई (United Liberation Front of Assam-Independent) के पास अभी भी एक ओएनजीसी (ONGC) कर्मचारी है. जिसको लेकर भारतीय सेना ने कहा कि ऑपरेशन अभी भी जारी रहेगा.

21 अप्रैल को असम-नागालैंड सीमा के पास शिवसागर जिले के लकवा तेल क्षेत्र से यूएलएफए-आई के संदिग्ध उग्रवादियों द्वारा ओएनजीसी के तीन कर्मचारियों का अपहरण कर लिया गया था. कर्मचारियों का अपहरण शिवसागर में सरकारी कंपनी के लकवा मैदान से एक कंपनी के स्वामित्व वाले वाहन में किया गया था, जहां अन्वेषण कंपनी लगभग छह दशकों से काम कर रही है.

पढ़े: जस्टिस एनवी रमना ने भारत के 48वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली

अगवा किए गए तीन कर्मचारियों में दो जूनियर टेक्नीशियन (प्रोडक्शन) मोहिनी मोहन गोगोई (35), रितुल सैकिया (33) और एक जूनियर इंजीनियरिंग असिस्टेंट (प्रोडक्शन) अलकेश सैकिया (28) शामिल हैं. जिसमें से अलकेश सैकिया और मोहिनी मोहन गोगोई को बचा लिया गया हैं. भारतीय सेना ने मौके से एक एके 47 बरामद करने की भी बात कही है.

बता दें, अपहरण की घटना के बाद असम सरकार ने जिला पुलिस अधिकारियों को पूर्वी असम में ओआईएल और ओएनजीसी के इन्फ्रास्ट्रक्च पर सुरक्षा व्यवस्था तेज करने को कहा था.

नई दिल्ली: भारतीय सेना ने असम राइफल्स के जवानों के साथ मिलकर शुक्रवार देर रात असम में तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (Oil and Natural Gas Corporation) के अगवा किए गए दो कर्मचारियों को प्रतिबंधित समूह, यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम- इंडिपेंडेंट (यूएलएफए-आई ) की गिरफ्त से बाहर निकाल लिया है.

प्रतिबंधित समूह यूएलएफए-आई (United Liberation Front of Assam-Independent) के पास अभी भी एक ओएनजीसी (ONGC) कर्मचारी है. जिसको लेकर भारतीय सेना ने कहा कि ऑपरेशन अभी भी जारी रहेगा.

21 अप्रैल को असम-नागालैंड सीमा के पास शिवसागर जिले के लकवा तेल क्षेत्र से यूएलएफए-आई के संदिग्ध उग्रवादियों द्वारा ओएनजीसी के तीन कर्मचारियों का अपहरण कर लिया गया था. कर्मचारियों का अपहरण शिवसागर में सरकारी कंपनी के लकवा मैदान से एक कंपनी के स्वामित्व वाले वाहन में किया गया था, जहां अन्वेषण कंपनी लगभग छह दशकों से काम कर रही है.

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अगवा किए गए तीन कर्मचारियों में दो जूनियर टेक्नीशियन (प्रोडक्शन) मोहिनी मोहन गोगोई (35), रितुल सैकिया (33) और एक जूनियर इंजीनियरिंग असिस्टेंट (प्रोडक्शन) अलकेश सैकिया (28) शामिल हैं. जिसमें से अलकेश सैकिया और मोहिनी मोहन गोगोई को बचा लिया गया हैं. भारतीय सेना ने मौके से एक एके 47 बरामद करने की भी बात कही है.

बता दें, अपहरण की घटना के बाद असम सरकार ने जिला पुलिस अधिकारियों को पूर्वी असम में ओआईएल और ओएनजीसी के इन्फ्रास्ट्रक्च पर सुरक्षा व्यवस्था तेज करने को कहा था.

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