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आठ-नौ साल के दो भाइयों ने 20 दिन में शौक पर उड़ा दिए पिता के 4 लाख रुपये - stole four lakhs from fathers locker

चिंटू (9) और बंटू (8) (बदले हुए नाम) भाई हैं. इन दोनों लड़कों ने महज 25 दिनों में 4 लाख रुपए खर्च कर दिये. 8-9 साल के लड़के इतना पैसा कैसे खर्च कर सकते हैं? उन्होंने उस पैसे से क्या खरीदा? उन्हें इतना पैसा कैसे मिला? क्या आपके मन में ये सवाल आ रहे हैं? फिर देर क्यों? आइए चिंटू और बंटू की कहानी में आते हैं ..

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Published : May 21, 2022, 10:08 AM IST

हैदराबाद : जीदीमेटला पुलिस के मुताबिक चिंटू, बंटू परिवार 8 साल से मेडचल जिले के जीदीमेटला के एसआर नायक नगर में रह रहा था. उनके पिता एक निजी कंपनी में काम करते है. मां उनके घर पर एक जनरल स्टोर चलाती हैं. इन बच्चों के दो दोस्त थे. वे दोनों भी भाई हैं. उनकी उम्र 15 और 14 साल है. चिंटू और बंटू अक्सर अपने दोनों दोस्तों के साथ खेलने जाते थे. हर दिन जब चिंटू और बंटू खेलने के लिए बाहर जाते तो वे कुछ पैसे लाते थे. बेकरी का सामान खरीदते और अपने दोस्तों के साथ खाते थे. चिंटू और बंटू के दोस्त भाइयों ने इसे देखा और उनके दिमाग में इनसे पैसे एंठने की बात आई.

पढ़ें: 'दिशा रेप केस के आरोपियों का एनकाउंटर फेक', शामिल पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की अनुशंसा

पहले उन दोस्तों ने चिंटू से पैसे लाने को कहा ताकि वे उसके लिए एक अच्छी कलाई घड़ी खरीद सकें. चिंटू ने पिता के लॉकर से कलाई घड़ी के लिए 2000 रुपए निकाले और दोस्त को दे दिए. फिर खिलौने खरीदने के नाम पर भी दोस्तों ने 2000 रुपए लिए. इसके बाद तो एक सिलसिला ही चल पड़ा. मोबाइव फोन, हेड फोन और यहां तक की घायल दोस्त की मदद के नाम पर भी चिंटू और बंटू के दोस्तों ने उनसे पैसे ठगे. लॉकर के सारे पैसे खत्म होने के बाद चिंटू और बंटू डर गए. उन्हें लगा कि उनके माता-पिता उन्हें डांटेंगे. इसलिए वे एक दुकान पर गए और कुछ नकली नोट खरीदे और उन्हें वापस लॉकर में रख दिया. फिर एक दिन जब चिंटू के पिता ने पैसे के लिए लॉकर खोला तो वह मूल के स्थान पर नकली नोट देखकर चौंक गए. इसके बाद उन्होंने पुलिस को फोन किया और शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.

पढ़ें: पति की सरेआम हत्या पर आशरीन बोली, यह समाज तो बेकार है, जो एक आदमी को नहीं बचा सका

मामले की जांच के दौरान पुलिस को चिंटू और बंटू पर शक हुआ. उनसे रुपये के बारे में पूछताछ की गई. मासूम लड़कों ने स्पोर्ट्स वॉच, मोबाइल फोन, हेडफोन और अपने दोस्तों के बारे में बताया. तब पुलिस को पूरी कहानी पता चली. पुलिस ने चिंटू और बंटू से उनसे 4 लाख रुपये ठगने वाले भाइयों को गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने घड़ियां, मोबाइल फोन और हेडफोन जब्त कर लिए हैं. उन्हें पता चला था कि आरोपी लड़कों ने चिंटू के पैसे ऑनलाइन गेमिंग और फिल्में देखने पर भी खर्च कर दिए. पुलिस ने माता-पिता को सुझाव दिया कि बच्चों का अक्सर निरीक्षण करना चाहिए. और उन्हें अपने दोस्तों के बारे में सावधान रखना चाहिए.

हैदराबाद : जीदीमेटला पुलिस के मुताबिक चिंटू, बंटू परिवार 8 साल से मेडचल जिले के जीदीमेटला के एसआर नायक नगर में रह रहा था. उनके पिता एक निजी कंपनी में काम करते है. मां उनके घर पर एक जनरल स्टोर चलाती हैं. इन बच्चों के दो दोस्त थे. वे दोनों भी भाई हैं. उनकी उम्र 15 और 14 साल है. चिंटू और बंटू अक्सर अपने दोनों दोस्तों के साथ खेलने जाते थे. हर दिन जब चिंटू और बंटू खेलने के लिए बाहर जाते तो वे कुछ पैसे लाते थे. बेकरी का सामान खरीदते और अपने दोस्तों के साथ खाते थे. चिंटू और बंटू के दोस्त भाइयों ने इसे देखा और उनके दिमाग में इनसे पैसे एंठने की बात आई.

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पहले उन दोस्तों ने चिंटू से पैसे लाने को कहा ताकि वे उसके लिए एक अच्छी कलाई घड़ी खरीद सकें. चिंटू ने पिता के लॉकर से कलाई घड़ी के लिए 2000 रुपए निकाले और दोस्त को दे दिए. फिर खिलौने खरीदने के नाम पर भी दोस्तों ने 2000 रुपए लिए. इसके बाद तो एक सिलसिला ही चल पड़ा. मोबाइव फोन, हेड फोन और यहां तक की घायल दोस्त की मदद के नाम पर भी चिंटू और बंटू के दोस्तों ने उनसे पैसे ठगे. लॉकर के सारे पैसे खत्म होने के बाद चिंटू और बंटू डर गए. उन्हें लगा कि उनके माता-पिता उन्हें डांटेंगे. इसलिए वे एक दुकान पर गए और कुछ नकली नोट खरीदे और उन्हें वापस लॉकर में रख दिया. फिर एक दिन जब चिंटू के पिता ने पैसे के लिए लॉकर खोला तो वह मूल के स्थान पर नकली नोट देखकर चौंक गए. इसके बाद उन्होंने पुलिस को फोन किया और शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.

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मामले की जांच के दौरान पुलिस को चिंटू और बंटू पर शक हुआ. उनसे रुपये के बारे में पूछताछ की गई. मासूम लड़कों ने स्पोर्ट्स वॉच, मोबाइल फोन, हेडफोन और अपने दोस्तों के बारे में बताया. तब पुलिस को पूरी कहानी पता चली. पुलिस ने चिंटू और बंटू से उनसे 4 लाख रुपये ठगने वाले भाइयों को गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने घड़ियां, मोबाइल फोन और हेडफोन जब्त कर लिए हैं. उन्हें पता चला था कि आरोपी लड़कों ने चिंटू के पैसे ऑनलाइन गेमिंग और फिल्में देखने पर भी खर्च कर दिए. पुलिस ने माता-पिता को सुझाव दिया कि बच्चों का अक्सर निरीक्षण करना चाहिए. और उन्हें अपने दोस्तों के बारे में सावधान रखना चाहिए.

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