दंतेवाड़ा : 25 और 26 अप्रैल को दंतेवाड़ा में सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन चलाया था. इस ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों ने दो नक्सलियों को कुआकोंडा से गिरफ्तार किया था. इस दौरान दो में से एक नक्सली कोसा उर्फ सन्ना घायल हो गया था. उन्हें जब वापस लेकर सुरक्षाबलों की टीम लौट रही थी. तब 26 अप्रैल को अरनपुर सेमला मार्ग पर नक्सली हमला हुआ. आईईडी ब्लास्ट में 10 जवान शहीद हो गए. इस नक्सली हमले से उबरने के बाद शुक्रवार को सुरक्षाबलों ने दोनों नक्सलियों का पहले मुलाहिजा कराया. फिर दोनों को कोर्ट में पेश किया. दोनों नक्सलियों को कोर्ट ने तीन दिन की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है.
दोनों नक्सली खूंखार: गिरफ्तार नक्सलियों की बात करें तो उनमें ,माओवादी कोसा उर्फ सन्ना और लखमा कवासी शामिल है. दोनों में से कोसा उर्फ सन्ना के हाथ और कोहनी में चोट लग गई थी. जिसको इलाज की जरूरत थी. इसलिए नक्सली कोसा का इलाज कराया गया. दोनों नक्सलियों से पुलिस नक्सली घटना के बारे में पूछताछ कर रही है. जहां से नक्सलियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा जाएगा. एडिशनल एसपी आर के बर्मन ने नक्सलियों के रिमांड पर भेजे जाने की बात की पुष्टि की है.
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दंतेवाड़ा नक्सली हमले में हुआ बड़ा खुलासा: नक्सलियों की गिरफ्तारी और उनसे पूछताछ जारी है. इस बीच इस नक्सली हमले को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया है कि" 26 अप्रैल को हुए नक्सली हमले में इस्तेमाल किया गया लैंड माइन दो महीने पहले यहां प्लांट किया गया था." सुरक्षा बलों के मुताबिक 25 अप्रैल को जिन नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई है. उनसे अभी पूछताछ जारी है. इसमें और भी खुलासे हो सकते हैं.