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तमिलनाडु में जल्लीकट्टू के अलग-अलग आयोजनों में दो की मौत, मुख्यमंत्री ने की मुआवजे की घोषणा - CM announces solatium

तमिलनाडु में जल्लीकट्टू आयोजनों में सांडों को काबू करने वाले एक व्यक्ति समेत दो लोगों की मौत हो गई. जल्लीकट्टू खेल के दौरान सांडों को काबू करने वालों और सांड मालिकों सहित कम से कम 75 लोग घायल हो गए. इसके अलावा सोमवार को पलामेडु में शुरू हुए कार्यक्रम में भी 18 लोग घायल हुए हैं. हालांकि, चोट लगने के बाद भी सांडों को काबू करने वालों के उत्साह में कोई कमीं नहीं दिखी. वे नए जोश के साथ फिर से सांडों को काबू करने में जुट गए.

Two killed in separate Jallikattu events in TN
प्रतिकात्मक तस्वीर.
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Published : Jan 17, 2023, 9:25 AM IST

मदुरै (तमिलनाडु) : तमिलनाडु में सोमवार को अलग-अलग जल्लीकट्टू आयोजनों में सांडों को काबू करने वाले एक व्यक्ति समेत दो लोगों की मौत हो गई. मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने मौतों पर शोक व्यक्त किया और पालामेडु के सांडों को पकड़ने वाले अरविंद राज और पुडुकोट्टई जिले के दर्शक एम अरविंद के परिवारों को तीन-तीन लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की, जिनकी एक सांड द्वारा वार किए जाने के बाद मृत्यु हो गई थी. मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं शोक संतप्त परिवारों और दोस्तों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. मैंने दोनों मृतकों के परिवारों को मुख्यमंत्री जन राहत कोष से तीन-तीन लाख रुपये देने का आदेश दिया है.

26 वर्षीय अरविंद राज, जो नौ बैलों को वश में कर सकते थे को पलामेडु में जल्लीकट्टू कार्यक्रम में एक सांड ने घायल कर दिया था. पुलिस ने कहा कि पलामेडु के अरविंद राज को प्राथमिक उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) ले जाया गया. बाद में यहां राजाजी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि खेल के दौरान जब उसने सांड को पकड़ने की कोशिश की तो उसके पेट में घाव हो गया. राज जानवरों से भी तेज था और उसने बैल को सफलतापूर्वक काबू करने में एक अद्वितीय कौशल का प्रदर्शन किया था.

पढ़ें: Jallikattu Photos यहां देखिए रोमांच से भरी जल्लीकट्टू की तस्वीरें

उनका नाम उन टैमर्स की सूची में शामिल है, जिन्होंने लगभग 860 बैलों में से अधिकतम संख्या में बैलों को गले लगाया, जो कि वादीवसल (प्रवेश बिंदु) से अखाड़े में छोड़े गए थे. वह प्रतिष्ठित मुख्यमंत्री पुरस्कार - एक कार के साथ घर लौटना चाहता था लेकिन भाग्य को कुछ और ही मंजूर था. इस घटना में ड्यूटी पर तैनात एक पुलिस निरीक्षक सहित कम से कम 34 लोगों के अलावा 10 सांडों को काबू करने वाले घायल हो गए. पुलिस ने बताया कि तिरुचिरापल्ली जिले के सुरीयुर गांव में जल्लीकट्टू देखने वाले पुडुकोट्टई जिले के एक दर्शक एम अरविंद (25) की एक सांड द्वारा मारे जाने के बाद मौत हो गई.

मदुरै के अवनियापुरम में रविवार को आयोजित जल्लीकट्टू खेल के दौरान सांडों को काबू करने वालों और सांड मालिकों सहित कम से कम 75 लोग घायल हो गए. इसके अलावा सोमवार को पलामेडु में शुरू हुए कार्यक्रम में भी 18 लोग घायल हुए हैं. पलामेडु में अखाड़े से एक प्लास्टिक की कुर्सी जीत कर बाहर निकल रहे एक सांड मालिक ने सांड के हमले से बचने के लिए प्लास्टिक की कुर्सी का सहारा लिया. इस दौरान एक युवा व्यक्ति सांड को काबू करने में चूक गया जिसके बाद मालिक ने सांड पर कुर्सी से हमला कर दिया और कुर्सी टूट गई. हालांकि इस दौरान मालिक खुद को सांड के नुकीले सींगों से बचाने में सफल रहा.

पढ़ें: Tamil Nadu Jallikattu: तमिलनाडु में पोंगल की धूम, जल्लीकट्टू कार्यक्रम के दौरान 19 लोग घायल

जल्लीकट्टू, पलामेडु जिले की बहुत ही चर्चित प्रतियोगिता है. वहीं, एक अन्य घटना में सांड को काबू कर रहे 10 युवकों को सांड ने उछाल दिया. सभी युवा सांड के कुबड़ को पकड़ने के लिए उसके पास पहुंचे थे लेकिन ताकतवर सांड ने गुस्से में अपने सिर को हिलाकर सभी को इधर-उधर फेंक दिया और पकड़े जाने से बच गया. इसके बाद सांड को विजेता घोषित कर दिया गया जिसके मालिक को पुरस्कार के रूप में चार ग्राम सोना मिला.

पलामेडु में जल्लीकट्टू खेल का आयोजन मवेशियों को समर्पित मट्टू पोंगल के दिन किया गया. खेल के दौरान कड़ा मुकाबला देखने को मिला. हालांकि इस दौरान कम से कम 18 लोग घायल हो गए जिनका प्राथमिक उपचार मौके पर ही किया गया. वर्ष 2023 में पोंगल सत्र का पहला जल्लीकट्टू रविवार को अवनियापुरम में फसल उत्सव के पहले दिन आयोजित हुआ, जिसमें करीब 75 लोग घायल हो गए. अधिकारियों के मुताबिक प्रशासन द्वारा लगभग 20 घायलों को मौके पर ही उन्नत जीवनरक्षक सहायता प्रदान की गई.

पढ़ें: JALLIKATTU IN CHENNAI : इतिहास में पहली बार चेन्नई में आयोजित किया जाएगा जल्लीकट्टू

अवनियापुरम में प्रतियोगिता में 737 सांडों को छोड़ा गया, जिसमें सांड काबू करने वाले 257 लोगों की भागीदारी देखी गई. संबंधित सभी सांडों का कोविड रोधी टीकाकरण किया जा चुका है और सभी की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट निगेटिव थी. पलामेडु के वादीवसल (प्रवेश बिंदु) से आज लगभग 800 सांड छोड़े जाएंगे, जिसमें सांड काबू करने वाले 335 लोग भाग ले रहे हैं. राज्य के वाणिज्यिक कर मंत्री पी मूर्ति ने जल्लीकट्टू के आयोजन को झंडी दिखाकर शुरू किया. इस अवसर पर मदुरै के जिलाधिकारी एस अनीश शेखर भी उपस्थित थे.

इस खेल के दौरान जैसे ही सांडों को अखाड़े में छोड़ा गया, वैसे ही उन्हें काबू करने वाले लोगों में होड़ मच गई. सांडों के द्वारा बार-बार फेंके जाने के बाद भी पुरुषों ने हार नहीं मानी. इस दौरान सांडों और सांड को काबू करने वाले दृढ़ निश्चयी लोगों का संघर्ष देखने को मिला तथा इस वजह से पलामेडु ने पोंगल जल्लीकट्टू के उत्साह को बनाए रखा. खेल के दौरान जिन सांडों को काबू नहीं किया जा सका, उन्हें विजेता घोषित कर दिया गया. जल्लीकट्टू के आयोजन को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए. अब 17 जनवरी को जिले के अलंगनल्लूर में इस पारंपरिक खेल आयोजन किया जाएगा.

पढ़ें: जल्लीकट्टूः भड़के सांडों को काबू करने का सबसे खतरनाक उत्सव शुरू, विवादों से जुड़ा है इतिहास

मदुरै (तमिलनाडु) : तमिलनाडु में सोमवार को अलग-अलग जल्लीकट्टू आयोजनों में सांडों को काबू करने वाले एक व्यक्ति समेत दो लोगों की मौत हो गई. मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने मौतों पर शोक व्यक्त किया और पालामेडु के सांडों को पकड़ने वाले अरविंद राज और पुडुकोट्टई जिले के दर्शक एम अरविंद के परिवारों को तीन-तीन लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की, जिनकी एक सांड द्वारा वार किए जाने के बाद मृत्यु हो गई थी. मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं शोक संतप्त परिवारों और दोस्तों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. मैंने दोनों मृतकों के परिवारों को मुख्यमंत्री जन राहत कोष से तीन-तीन लाख रुपये देने का आदेश दिया है.

26 वर्षीय अरविंद राज, जो नौ बैलों को वश में कर सकते थे को पलामेडु में जल्लीकट्टू कार्यक्रम में एक सांड ने घायल कर दिया था. पुलिस ने कहा कि पलामेडु के अरविंद राज को प्राथमिक उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) ले जाया गया. बाद में यहां राजाजी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि खेल के दौरान जब उसने सांड को पकड़ने की कोशिश की तो उसके पेट में घाव हो गया. राज जानवरों से भी तेज था और उसने बैल को सफलतापूर्वक काबू करने में एक अद्वितीय कौशल का प्रदर्शन किया था.

पढ़ें: Jallikattu Photos यहां देखिए रोमांच से भरी जल्लीकट्टू की तस्वीरें

उनका नाम उन टैमर्स की सूची में शामिल है, जिन्होंने लगभग 860 बैलों में से अधिकतम संख्या में बैलों को गले लगाया, जो कि वादीवसल (प्रवेश बिंदु) से अखाड़े में छोड़े गए थे. वह प्रतिष्ठित मुख्यमंत्री पुरस्कार - एक कार के साथ घर लौटना चाहता था लेकिन भाग्य को कुछ और ही मंजूर था. इस घटना में ड्यूटी पर तैनात एक पुलिस निरीक्षक सहित कम से कम 34 लोगों के अलावा 10 सांडों को काबू करने वाले घायल हो गए. पुलिस ने बताया कि तिरुचिरापल्ली जिले के सुरीयुर गांव में जल्लीकट्टू देखने वाले पुडुकोट्टई जिले के एक दर्शक एम अरविंद (25) की एक सांड द्वारा मारे जाने के बाद मौत हो गई.

मदुरै के अवनियापुरम में रविवार को आयोजित जल्लीकट्टू खेल के दौरान सांडों को काबू करने वालों और सांड मालिकों सहित कम से कम 75 लोग घायल हो गए. इसके अलावा सोमवार को पलामेडु में शुरू हुए कार्यक्रम में भी 18 लोग घायल हुए हैं. पलामेडु में अखाड़े से एक प्लास्टिक की कुर्सी जीत कर बाहर निकल रहे एक सांड मालिक ने सांड के हमले से बचने के लिए प्लास्टिक की कुर्सी का सहारा लिया. इस दौरान एक युवा व्यक्ति सांड को काबू करने में चूक गया जिसके बाद मालिक ने सांड पर कुर्सी से हमला कर दिया और कुर्सी टूट गई. हालांकि इस दौरान मालिक खुद को सांड के नुकीले सींगों से बचाने में सफल रहा.

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जल्लीकट्टू, पलामेडु जिले की बहुत ही चर्चित प्रतियोगिता है. वहीं, एक अन्य घटना में सांड को काबू कर रहे 10 युवकों को सांड ने उछाल दिया. सभी युवा सांड के कुबड़ को पकड़ने के लिए उसके पास पहुंचे थे लेकिन ताकतवर सांड ने गुस्से में अपने सिर को हिलाकर सभी को इधर-उधर फेंक दिया और पकड़े जाने से बच गया. इसके बाद सांड को विजेता घोषित कर दिया गया जिसके मालिक को पुरस्कार के रूप में चार ग्राम सोना मिला.

पलामेडु में जल्लीकट्टू खेल का आयोजन मवेशियों को समर्पित मट्टू पोंगल के दिन किया गया. खेल के दौरान कड़ा मुकाबला देखने को मिला. हालांकि इस दौरान कम से कम 18 लोग घायल हो गए जिनका प्राथमिक उपचार मौके पर ही किया गया. वर्ष 2023 में पोंगल सत्र का पहला जल्लीकट्टू रविवार को अवनियापुरम में फसल उत्सव के पहले दिन आयोजित हुआ, जिसमें करीब 75 लोग घायल हो गए. अधिकारियों के मुताबिक प्रशासन द्वारा लगभग 20 घायलों को मौके पर ही उन्नत जीवनरक्षक सहायता प्रदान की गई.

पढ़ें: JALLIKATTU IN CHENNAI : इतिहास में पहली बार चेन्नई में आयोजित किया जाएगा जल्लीकट्टू

अवनियापुरम में प्रतियोगिता में 737 सांडों को छोड़ा गया, जिसमें सांड काबू करने वाले 257 लोगों की भागीदारी देखी गई. संबंधित सभी सांडों का कोविड रोधी टीकाकरण किया जा चुका है और सभी की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट निगेटिव थी. पलामेडु के वादीवसल (प्रवेश बिंदु) से आज लगभग 800 सांड छोड़े जाएंगे, जिसमें सांड काबू करने वाले 335 लोग भाग ले रहे हैं. राज्य के वाणिज्यिक कर मंत्री पी मूर्ति ने जल्लीकट्टू के आयोजन को झंडी दिखाकर शुरू किया. इस अवसर पर मदुरै के जिलाधिकारी एस अनीश शेखर भी उपस्थित थे.

इस खेल के दौरान जैसे ही सांडों को अखाड़े में छोड़ा गया, वैसे ही उन्हें काबू करने वाले लोगों में होड़ मच गई. सांडों के द्वारा बार-बार फेंके जाने के बाद भी पुरुषों ने हार नहीं मानी. इस दौरान सांडों और सांड को काबू करने वाले दृढ़ निश्चयी लोगों का संघर्ष देखने को मिला तथा इस वजह से पलामेडु ने पोंगल जल्लीकट्टू के उत्साह को बनाए रखा. खेल के दौरान जिन सांडों को काबू नहीं किया जा सका, उन्हें विजेता घोषित कर दिया गया. जल्लीकट्टू के आयोजन को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए. अब 17 जनवरी को जिले के अलंगनल्लूर में इस पारंपरिक खेल आयोजन किया जाएगा.

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