नई दिल्ली: बंबई उच्च न्यायालय के न्यायाधीश प्रसन्नन भालचंद्र वराले को मंगलवार को कर्नाटक उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया, जबकि न्यायमूर्ति अली मोहम्मद माग्रे को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया. न्यायमूर्ति माग्रे अभी जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय के न्यायाधीश हैं.
वहीं, जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय के निवर्तमान मुख्य न्यायाधीश पंकज मित्तल को राजस्थान उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है. न्यायमूर्ति वराले और न्यायमूर्ति माग्रे अभी अपने-अपने उच्च न्यायालयों में मुख्य न्यायाधीशों के बाद सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश हैं. विधि मंत्रालय में न्याय विभाग ने दो पदोन्नति और एक स्थानांतरण के संबंध में एक अधिसूचना भी जारी की है.
इससे पहले विधि मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्वीट किया था, 'संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार न्यायमूर्ति पंकज मित्तल को मुख्य न्यायाधीश के तौर पर ही राजस्थान उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया गया है. न्यायमूर्ति पी. बी. वराले को कर्नाटक उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश और न्यायमूर्ति ए. एम. माग्रे को जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया है.' उच्चतम न्यायालय के कॉलेजियम ने पिछले महीने इस संबंध में सिफारिश की थी.
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भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव, राजिंदर कश्यप द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है, 'भारत के संविधान के अनुच्छेद 217 के खंड (1) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, राष्ट्रपति ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति अली मोहम्मद माग्रे को उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त करते हुए प्रसन्नता व्यक्त की है.' जारी एक अन्य अधिसूचना में कहा गया है कि राष्ट्रपति ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 222 के खंड (1) द्वारा प्रदत्त शक्ति का प्रयोग करते हुए, भारत के मुख्य न्यायाधीश के परामर्श के बाद, न्यायमूर्ति पंकज मिथल को राजस्थान के उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में स्थानांतरित करने का आदेश दिया.
जस्टिस अली मोहम्मद माग्रे का जन्म 8 दिसंबर 1960 को कश्मीर के कुलगाम जिले के वट्टू गांव में हुआ था. उन्होंने 1984 में एलएलबी (ऑनर्स) के साथ कश्मीर विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की, उन्होंने जिला अदालतों में अपना अभ्यास शुरू किया. (इनपुट- एजेंसी)