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2022 विधान सभा चुनाव से पहले ट्विटर ने की अपनी रणनाति की घोषणा - 2022 विधान सभा चुनाव

एक मतदाता शिक्षा प्रश्नोत्तरी का उद्देश्य लोगों को चुनाव के बारे में आवश्यक तथ्यों के साथ प्रश्नोत्तर में शामिल करना होगा. ट्विटर लोगों को 'विश्वसनीय' और 'आधिकारिक' स्रोतों से चुनावों पर वास्तविक समय के अपडेट और घटनाक्रम प्रदान करने के लिए भारत के चुनाव आयोग (@ECISVEEP) के विश्वसनीय सूत्रों का भी विस्तार करेगा.

ट्विटर ने की अपनी पहल की घोषणा
ट्विटर ने की अपनी पहल की घोषणा
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Published : Jan 13, 2022, 2:32 PM IST

नई दिल्ली: पांच राज्यों के विधान सभा चुनाव के लिए जहां राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है, वहीं, सोशल मीडिया भी अपने को तैयार कर रहा है. मतदाताओं को हर संभव जानकारी देने के लिए माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने भी कुछ रणनीति बनाई है.

माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने गुरुवार को कहा कि गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्य 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए तैयारी कर रहे हैं, कंपनी अपने वोट डालने से पहले नागरिकों को सही ज्ञान के साथ 'सशक्त' करने के लिए कई पहलों की घोषणा कर रही है. ट्विटर ने कहा कि इंटरनेट के माध्यम से ये पहल न केवल उच्च मतदान सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित हैं, बल्कि यह सुनिश्चित करने में भी सहायता करेगी कि मतदाता शामिल हों, लगे रहें और पूरे चुनाव में उनको जानकारी मिलती रहे. इसके साथ-साथ वोट देने वाले जागरुक वोटरों के लिए सभी जानकारी उपलब्ध हो.

ट्विटर ने बताया कि उसके पहल की पहली पंक्ति में, वह एक अनुकूलित इमोजी लॉन्च करेगा, जो आगे एक अधिसूचना और अनुस्मारक तंत्र के साथ समर्थित होगा जो लोगों को मतदान शुरू होने के दिन अनुस्मारक के लिए स्वेच्छा से साइन-अप करने की अनुमति देगा. एक मतदाता शिक्षा प्रश्नोत्तरी का उद्देश्य लोगों को चुनाव के बारे में आवश्यक तथ्यों के साथ प्रश्नोत्तर में शामिल करना होगा. लोगों को 'विश्वसनीय' और 'आधिकारिक' स्रोतों से चुनावों पर वास्तविक समय के अपडेट और घटनाक्रम प्रदान करने के लिए ट्विटर भारत के चुनाव आयोग (@ECISVEEP) के विश्वसनीय सूत्रों का भी विस्तार करेगा.

इकोनॉमिक्स टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक ट्विटर इंडिया की सार्वजनिक नीति और सरकार को देखने वाली पायल कामत ने कहा कि राजनीतिक और नागरिक महत्व की घटनाओं को हमेशा बातचीत के बीच जगह मिलती है. 'सार्वजनिक प्रवचन इन वार्तालापों से आकार लेता है और हम उस जिम्मेदारी को पहचानते हैं जो यह हम पर है. यह सुनिश्चित करने के लिए कि लोगों को विश्वसनीय और प्रामाणिक जानकारी मिले क्योंकि वे मतदान के लिए बाहर जाते हैं. उसी के अनुरूप, हम साझेदारी में काम कर रहे हैं.

पढ़ें: Assembly Elections 2022: उम्मीदवारों के नामों पर भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में मंथन जारी

ट्विटर पर प्रत्येक #JagrukVoter को सशक्त बनाने के लिए भारत के चुनाव आयोग सहित आधिकारिक अधिकारियों के साथ और हम इस चुनावी मौसम में नागरिक संवाद को मजबूत करने और गुणवत्ता भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए खुले इंटरनेट की शक्ति का उपयोग करना जारी रखेंगे.

नई दिल्ली: पांच राज्यों के विधान सभा चुनाव के लिए जहां राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है, वहीं, सोशल मीडिया भी अपने को तैयार कर रहा है. मतदाताओं को हर संभव जानकारी देने के लिए माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने भी कुछ रणनीति बनाई है.

माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने गुरुवार को कहा कि गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्य 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए तैयारी कर रहे हैं, कंपनी अपने वोट डालने से पहले नागरिकों को सही ज्ञान के साथ 'सशक्त' करने के लिए कई पहलों की घोषणा कर रही है. ट्विटर ने कहा कि इंटरनेट के माध्यम से ये पहल न केवल उच्च मतदान सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित हैं, बल्कि यह सुनिश्चित करने में भी सहायता करेगी कि मतदाता शामिल हों, लगे रहें और पूरे चुनाव में उनको जानकारी मिलती रहे. इसके साथ-साथ वोट देने वाले जागरुक वोटरों के लिए सभी जानकारी उपलब्ध हो.

ट्विटर ने बताया कि उसके पहल की पहली पंक्ति में, वह एक अनुकूलित इमोजी लॉन्च करेगा, जो आगे एक अधिसूचना और अनुस्मारक तंत्र के साथ समर्थित होगा जो लोगों को मतदान शुरू होने के दिन अनुस्मारक के लिए स्वेच्छा से साइन-अप करने की अनुमति देगा. एक मतदाता शिक्षा प्रश्नोत्तरी का उद्देश्य लोगों को चुनाव के बारे में आवश्यक तथ्यों के साथ प्रश्नोत्तर में शामिल करना होगा. लोगों को 'विश्वसनीय' और 'आधिकारिक' स्रोतों से चुनावों पर वास्तविक समय के अपडेट और घटनाक्रम प्रदान करने के लिए ट्विटर भारत के चुनाव आयोग (@ECISVEEP) के विश्वसनीय सूत्रों का भी विस्तार करेगा.

इकोनॉमिक्स टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक ट्विटर इंडिया की सार्वजनिक नीति और सरकार को देखने वाली पायल कामत ने कहा कि राजनीतिक और नागरिक महत्व की घटनाओं को हमेशा बातचीत के बीच जगह मिलती है. 'सार्वजनिक प्रवचन इन वार्तालापों से आकार लेता है और हम उस जिम्मेदारी को पहचानते हैं जो यह हम पर है. यह सुनिश्चित करने के लिए कि लोगों को विश्वसनीय और प्रामाणिक जानकारी मिले क्योंकि वे मतदान के लिए बाहर जाते हैं. उसी के अनुरूप, हम साझेदारी में काम कर रहे हैं.

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ट्विटर पर प्रत्येक #JagrukVoter को सशक्त बनाने के लिए भारत के चुनाव आयोग सहित आधिकारिक अधिकारियों के साथ और हम इस चुनावी मौसम में नागरिक संवाद को मजबूत करने और गुणवत्ता भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए खुले इंटरनेट की शक्ति का उपयोग करना जारी रखेंगे.

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