अंबासा (त्रिपुरा) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने शनिवार को यहां चुनाव प्रचार के दौरान त्रिपुरा में भाजपा सरकार की तारीफ की. पीएम मोदी ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में त्रिपुरा में विकास के बारे में जानकारी देते हुए दावा किया कि त्रिपुरा दक्षिण एशिया का 'गेट वे' बनने जा रहा है. एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा सरकार आदिवासियों के प्रयासों को पहचानने के अपने लगातार कदमों के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को सामने लाने का प्रयास करती है.
बता दें कि त्रिपुरा विधानसभा के चुनाव 16 फरवरी को होने हैं. यही वजह है कि सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में पूरी ताकत लगा दी है. इससे पहले वर्ष 2018 में बीजेपी पहली बार उत्तर पूर्व भारत के राज्य में सत्ता में आई थी. इससे पहले पीएम मोदी ने वाम दलों और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उस समय त्रिपुरा में कोई विकास नहीं हुआ था. उन्होंने कहा, 'कांग्रेस और वाम मोर्चे ने विकास के मामले में त्रिपुरा को पीछे छोड़ दिया, लेकिन हमारी सरकार ने सिर्फ पांच साल में त्रिपुरा को तेजी से विकास के रास्ते पर ला दिया है.' उन्होंने यह भी दावा किया कि पिछले पांच वर्षों में त्रिपुरा में डबल इंजन सरकार ने लोगों के विकास के लिए काम किया है.
पीएम मोदी ने उम्मीद जताई कि त्रिपुरा की जनता डबल इंजन वाली सरकार को फिर से सत्ता में लाएगी. भाजपा के शासन में त्रिपुरा के विकास के पथ पर लौटने का दावा करने के अलावा मोदी ने कहा, 'हिंसा, पिछड़ापन अब त्रिपुरा की पहचान नहीं है. पहले त्रिपुरा में केवल एक टीम को झंडा फहराने की अनुमति थी लेकिन आज भाजपा सरकार ने त्रिपुरा को डर, धमकी और हिंसा से मुक्त कर दिया है.' पीएम मोदी कहा कि अब कानून का राज स्थापित हो गया है. अब सब विकास के दायरे में आ गए हैं. पीएम ने कहा, 'त्रिपुरा में गांवों में ऑप्टिकल फाइबर लगाने का काम चल रहा है. पिछले आठ सालों में त्रिपुरा में तीन गुना से ज्यादा ऑप्टिकल फाइबर लगाए गए हैं. त्रिपुरा दक्षिण एशिया का प्रवेश द्वार बनने जा रहा है.' उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में गांवों को जोड़ने के लिए लगभग 5,000 किलोमीटर नई सड़कें बनाई गई हैं. अगरतला में नया हवाई अड्डा भी बनाया गया. ऑप्टिकल फाइबर और 4जी कनेक्टिविटी गांवों तक पहुंचाई जा रही है. इसके अलावा हम पूर्वोत्तर और त्रिपुरा को बंदरगाहों से जोड़ने के लिए जलमार्ग विकसित कर रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि वाम मोर्चा ने 1993 से 2018 तक लगातार 25 वर्षों तक त्रिपुरा पर शासन किया. त्रिपुरा में 60 सीटों पर 16 फरवरी को मतदान होना है. वोटों की गिनती दो मार्च को होगी. भारतीय जनता पार्टी ने 55 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है जबकि शेष पांच सीटों को अपने गठबंधन इंडीजेनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के लिए छोड़ दिया है. वहीं वाम-कांग्रेस गठबंधन ने भी सभी 60 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने गुरुवार को पार्टी का घोषणापत्र जारी किया था.
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