हैदराबाद : मोदी सरकार के कैबिनेट के विस्तार से पहले कई राज्यों के राज्यपाल की नियुक्ति की गई है. इसीक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आठ प्रदेशों में नए राज्यपाल (New Governors) की नियुक्ति की है. इनमें हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य (Satyadev Narayan Arya) को त्रिपुरा का राज्यपाल बनाया गया. आइये जानते हैं उनके बारे में ...
राजगीर जिले के नालंदा (बिहार) के गांधी टोला में 1 जुलाई, 1939 को जन्में सत्यदेव नारायण आर्य ने पटना विश्वविद्यालय से एमए करने के साथ एलएलबी की परीक्षा उत्तीर्ण की. इसके साथ ही उन्होंने पेशे के रूप में कृषि, राजनीति और समाज सेवा को चुना. इतना ही नहीं नालंदा के एक प्रमुख दलित नेता होने के साथ ही आर्य ने भाजपा नेता के रूप में काम करते हुए अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी और नीतीश कुमार के अलावा भाजपा के अन्य नेताओं के साथ काम किया.
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उन्हें आपातकाल के दौरान कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. इसके अलावा अयोध्या में भाजपा के राम मंदिर आंदोलन के दौरान और सत्यदेव नारायण आर्य को कई बार गिरफ्तार किया गया. वे राजगीर विधानसभा क्षेत्र से आठ बार बिहार विधानसभा के सदस्य चुने गए. साथ ही उन्होंने बिहार में 1979-80 में ग्रामीण विकास मंत्री व 2010 में खान और भूविज्ञान मंत्री का पदभार संभाला. इसके अलावा 25 अगस्त 2018 को उन्होंने हरियाणा के राज्यपाल के रूप में कार्यभार ग्रहण किया.
समाजसेवा - बचपन से आर्य समाज के सदस्य होने के साथ ही उन्होंने गरीब और दलित लोगों को शिक्षा प्रदान की. उन्होंने निरक्षर महिलाओं और बच्चों के लिए नाइट स्कूल चलाया. वहीं 1962 में वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में शामिल हो गए और सक्रिय कार्यकर्ता बन गए.