अगरतला: टिपरा मोथा के सुप्रीमो प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा ने कहा है कि उनकी क्षेत्रीय पार्टी त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में 40 से 45 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी. 60 सदस्यीय त्रिपुरा विधानसभा का चुनाव इस साल फरवरी-मार्च में होना है. देबबर्मा ने कहा कि उनकी पार्टी गैर-टिपरासा (गैर-जनजातीय) लोगों को भी टिकट देगी. शाही घराने से आने वाले देबबर्मा ने मंगलवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मैं गैर-टिपरासा लोगों को भी टिकट दूंगा, जैसा कि हमने धलाई जिले में सूरमा विधानसभा उपचुनाव में किया था.
देबबर्मा ने कहा कि मैं गलत तत्वों को निर्वाचित होने से रोकने के लिए वोटों को विभाजित नहीं करना चाहता. जहां जीत संभव है पार्टी वहां उम्मीदवारों को खड़ा करेगी. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी इंडिजीनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) से हाथ मिलाने की अपील की क्योंकि वह जनजातीय लोगों के मतों का विभाजन नहीं चाहती, लेकिन आईपीएफटी से उसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली.
उन्होंने कहा कि मैंने आईपीएफटी नेताओं से अपील की है कि नाम भुलाकर एकता के लिए दोनों दलों को एकजुट किया जाए, लेकिन ऐसा लगता है कि वे भाजपा के साथ बातचीत कर रहे हैं. त्रिपुरा इंडिजीनस प्रोग्रेसिव रीजनल एलायंस या टिपरा मोथा एक क्षेत्रीय राजनीतिक दल है, जिसका नेतृत्व शाही वंशज प्रद्योत किशोर देबबर्मा कर रहे हैं. उनकी पार्टी त्रिपुरा के जातीय लोगों के लिए एक अलग राज्य 'ग्रेटर टिपरालैंड' चाहती है.
टिपरा मोथा ने 2021 में त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (टीटीएएडीसी) का चुनाव जीता था और राज्य की 20 जनजातीय सीटों पर उनकी पकड़ मजबूत है. देबबर्मा ने कहा कि उनकी क्षेत्रीय पार्टी भारतीय संविधान के अनुच्छेद दो और तीन के तहत 'ग्रेटर टिपरालैंड' चाहती है.
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