अगरतला: त्रिपुरा में 2023 की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अगले सप्ताह पूर्वोत्तर राज्य में केंद्रीय बलों के जवानों की पहले दस्ते के पहुंचने की संभावना है. अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि यहां केंद्रीय बलों की लगभग 300 कंपनियां तैनात किए जाने की उम्मीद है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गिट्टे किरणकुमार दिनकरराव ने एजेंसी को बताया कि निर्वाचन आयोग ने अगले सप्ताह से त्रिपुरा में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को भेजने का फैसला किया है. सीईओ ने कहा, 'केंद्रीय अर्धसैनिक बल इस महीने के अगले सप्ताह से उन राज्यों में जाना शुरू कर देंगे जहां 2023 की शुरुआत में चुनाव होने हैं. ये बल देश के विभिन्न स्थानों से ट्रेनों के माध्यम से आएंगे.'
एक अन्य अधिकारी ने कहा, 'पूर्वोत्तर राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय बलों की लगभग 300 कंपनियों को तैनात किए जाने की उम्मीद है' भले ही यहां कोई विशेष सुरक्षा खतरा नहीं है. उन्होंने कहा, हमने शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए पर्याप्त बल मांगा है और दो या तीन दिनों के भीतर संख्या को अंतिम रूप दे दिया जाएगा.'
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एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि शुरुआत में सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी और सीआईएसएफ की 100 कंपनियां राज्य में तैनात की जाएंगी और बाद में 200 और कंपनियां चुनाव ड्यूटी के लिए आएंगी. राज्य में 2018 के विधानसभा चुनाव में केंद्रीय बलों की 300 कंपनियों को तैनात किया गया था.
सीईओ ने राज्य पुलिस के नोडल सुरक्षा अधिकारी महानिरीक्षक जीएस राव और केंद्रीय बलों के लिए रसद की व्यवस्था करने के लिए परिवहन और खाद्य व नागरिक आपूर्ति विभागों के अधिकारियों के साथ बैठकें की हैं. जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) केंद्रीय बलों के लिए हरसंभव रसद व अन्य बुनियादी जरूरतों की व्यवस्था करेंगे.
(पीटीआई-भाषा)