जयपुर. राजस्थान की राजधानी जयपुर के करधनी थाना इलाके में एक युवक ने अपनी पत्नी और दो बेटियों की निर्मम हत्या कर दी. आरोपी ने हथौड़े से वार कर तीनों को मौत के घाट उतार दिया और फरार हो गया. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों कब्जे में लिया है. इसके साथ ही पुलिस ने आरोपी को भी पकड़ लिया है. फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है. प्रारंभिक पड़ताल के आधार पर कर्ज और गृह क्लेश के चलते इस वारदात को अंजाम देने की बात सामने आई है.
छोटी बेटी को दिनभर लेकर घूमता रहा : करधनी थानाधिकारी उदयसिंह ने बताया कि यह घटना करधनी के सरना डूंगर इलाके की है. अमित कुमार उर्फ करण यादव अपनी पत्नी और दो बेटियों के साथ किराए के मकान में रहता था. वह उत्तर प्रदेश के फतेहपुर का मूल निवासी है और जयपुर में अगरबत्ती बनाने का काम करता है. उसने 17 नवंबर की रात को पत्नी किरण और बड़ी बेटी की हत्या कर एक कमरे में शव को रख दिया. इसके बाद दिनभर छोटी बेटी को लेकर घर से बाहर घूमता रहा. रात को घर आकर छोटी बेटी के साथ दूसरे कमरे में सो गया और रविवार तड़के छोटी बेटी को भी मौत के घाट उतार दिया और उसके शव को वहां छोड़कर भाग गया.
लव मैरिज की थी, कर्ज से था परेशान : आरोपी जब आनन-फानन में घर से निकला और उसके कमरों पर ताला लगा देखा तो पड़ोसियों ने पुलिस को जानकारी दी. पुलिस ने मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर आरोपी को कनकपुरा रेलवे स्टेशन से दबोच लिया है. पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया है कि आरोपी ने किरण से लव मैरिज की थी. वह जयपुर में अगरबत्ती बनाने का काम करता था. उस पर डेढ़-दो लाख रुपए का कर्जा था. इसके साथ ही किसी पारिवारिक कारणों से भी उसका पत्नी से विवाद चल रहा था.
पड़ोसियों ने पूछा तो कहा पत्नी अस्पताल में : पुलिस के अनुसार, आरोपी और उसका परिवार एक घर में तीन कमरों में रहता था, जबकि उसी घर के अन्य कमरों में अन्य लोग किराए पर रहते हैं. शनिवार को किरण और बड़ी बेटी के दिखाई नहीं देने पर पड़ोसियों ने पूछा तो उसने कहा कि पत्नी की तबीयत खराब है और उसे अस्पताल में भर्ती करवाया है. अगले दिन वह कमरों पर ताला लगाकर भाग गया. इससे पड़ोसियों को शक हुआ और उन्होंने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों शवों को कब्जे में लिया. शवों को कांवटिया अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. पुलिस ने किरण के परिजनों को इस घटना की जानकारी दी है. वे सोमवार को जयपुर पहुंच गए हैं. अब पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द किए जाएंगे.