कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे एवं पार्टी में दूसरे नंबर का नेता माने जाने वाले बनर्जी का दौरा अगरतला के एक होटल के कमरे में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की आई-पैक टीम को कोविड-19 पाबंदियों का हवाला देते हुए पुलिस द्वारा नजरबंद करने से उपजे विवाद के कुछ दिनों बाद हो रहा है.
इस घटना के बाद से टीमएसी नेता एक-एक कर त्रिपुरा का दौरा कर रहे हैं. जिनमें पश्चिम बंगाल के मंत्री व्रात्य बसु और मलय घटक तथा टीमएसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन शामिल हैं, जिन्होंने एक पेशेवर के युवा कर्मियों की अवैध नजरबंदी की आलोचना की है.
टीएमसी सूत्रों ने बताया कि अभिषेक बनर्जी दौरे पर दिन में अगरतला के त्रिपुरेश्वरी मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे, पार्टी सदस्यों के साथ बैठक करेंगे और दोपहर में संवाददाता सम्मेलन करेंगे. पूर्वोत्तर के इस राज्य में 2023 में चुनाव होने हैं.
राज्यसभा में टीएमसी के उप नेता सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा कि अभिषेक त्रिपुरा में पार्टी की यात्रा का नेतृत्व करेंगे, जहां बंगाली और अन्य समुदाय हमारा, हमारी नेता ममता बनर्जी का समर्थन कर रहे हैं. वे बिप्लब देब नीत भाजपा सरकार से त्रस्त हैं.
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टीएमसी के वरिष्ठ नेता एवं लोकसभा सदस्य सौगत रॉय ने दावा किया का अभिषेक का दौरा निकट भविष्य में पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी के दौरे से आने वाले तूफान की पूर्व चेतावनी है. हालांकि बंगाल भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने दावा किया कि ममता नीत पार्टी का राज्य के बाहर कहीं भी जनाधार नहीं है.
(पीटीआई-भाषा)