त्रिची: भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AIRPORTS AUTHORITY OF INDIA) ने तमिलनाडु के त्रिची हवाई अड्डे के विस्तार का कार्य शुरू कर दिया है. एयरपोर्ट पर बढ़ते यात्री यातायात और हवाई अड्डे पर पीक आवर्स के दौरान भीड़भाड़ को कम करने के उद्देश्य से कार्य किया जा रहा है. नए टर्मिनल भवन की पूरी लागत 951.28 करोड़ रुपये आंकी गई है.
इसे व्यस्त समय के दौरान 2900 यात्रियों को प्रोसेस करने के लिए डिजाइन किया गया है. 48 चेक-इन काउंटर और 10 बोर्डिंग ब्रिज से लैस टर्मिनल टिकाऊ सुविधाओं के साथ एक शानदार इमारत होगी. चेन्नई और कोयंबटूर के बाद अंतरराष्ट्रीय यात्री यातायात में त्रिची दूसरा सबसे बड़ा हवाई अड्डा है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय के आधिकारिक बयान के अनुसार टर्मिनल भवन के लिए 75% से अधिक निर्माण कार्य पूरा हो गया है. यह परियोजना अप्रैल 2023 तक पूरा होना की संभावना है.
75000 वर्ग मीटर के क्षेत्र के साथ नई टर्मिनल इमारत एक प्रतिष्ठित संरचना के रूप में डिजाइन किया गया है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय की प्रेस विज्ञप्ति से एक बयान में कहा गया है कि इमारत के अंदरूनी हिस्से सामग्री और बनावट के माध्यम से शहर के रंग और संस्कृति को दर्शाते हैं. इस अवसंरचनात्मक विकास के प्रतीक में तौर पर एक नया रनवे, संबद्ध टैक्सीवे, आइसोलेशन वे को भी शामिल किया गया है. ताकि हवाई अड्डे को मल्टीपल एप्रन रैंप सिस्टम के लिए उपयुक्त बनाया जा सके.
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इसके अलावा नियंत्रण कक्ष का निर्माण, सहायक उपकरण कक्ष, टर्मिनल रडार, रडार सिमुलेशन, स्वचालन सुविधाएं, वीएचएफ, एएआई कार्यालय और मौसम विज्ञान कार्यालय भी परियोजना का हिस्सा हैं. परियोजना में टर्मिनल बिल्डिंग को शहर से जोड़ने वाली फोर-लेन एलिवेटेड एक्सेस रोड भी शामिल है.