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सफेद चादर के बीच जमकर झूम रहे पर्यटक, पुलिस मुस्तैद

कुल्लू मनाली की बर्फ से ढकी वादियां हर साल लाखों पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है. वहीं, इस साल भी मार्च माह में मनाली की पहाड़ियों पर जमकर हिमपात हुआ और इसी बर्फबारी को देखने की चाहत मार्च माह में भी पर्यटकों को कुल्लू मनाली की ओर खींच रही है.

कुल्लू मनाली
कुल्लू मनाली
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Published : Mar 25, 2021, 11:15 AM IST

शिमला : देश दुनिया में पर्यटन के लिए मशहूर कुल्लू मनाली की बर्फ से ढकी वादियां हर साल लाखों पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है. गर्म इलाकों से आने वाले पर्यटक यहां बर्फ की ठंडक का अहसास करते हैं और अपने साथ ठंडी-ठंडी यादें लेकर वापस अपने अपने घरों की ओर रवाना होते हैं. वहीं, इस साल भी मार्च माह में मनाली की पहाड़ियों पर जमकर हिमपात हुआ और इसी बर्फबारी को देखने की चाहत मार्च माह में भी पर्यटकों को कुल्लू मनाली की ओर खींच रही है. पर्यटकों के आने से जहां मनाली की रोड गुलजार हो उठी है तो वहीं, सोलंगनाला, अंजनी महादेव में भी पर्यटकों की भीड़ बर्फ में अठखेलियां करते हुई नजर आ रही है.

इसके अलावा लाहौल घाटी में चल रहे स्नो फेस्टिवल में भी लाहौली गाने में उत्तर प्रदेश, गुजरात के पर्यटक खूब धूम मचा रहे हैं. हालांकि कोरोना काल में मनाली का पर्यटन व्यवसाय बर्फ के जैसे ठंडा ही रहा, लेकिन सर्दियों में हुई अच्छी बर्फबारी के बाद अब इस कारोबार में गर्माहट हो चली है. जो मार्च माह तक लगातार जारी है. ऐसे में अब घाटी के पर्यटन कारोबारियों को भी अच्छे कारोबार की उम्मीद जग गई है. वहीं, बाहरी राज्यों से आ रहे पर्यटकों के कारण जिला कुल्लू के साहसिक पर्यटन को भी पंख लग गए हैं. कुल्लू पहुंचने पर पर्यटक सबसे पहले ब्यास नदी की ठंडी धारा में राफ्टिंग का रोमांच उठा रहे हैं तो उसके बाद पर्यटक हवा से भी बातें कर रहे हैं. डोभी की पैराग्लाइडिंग साइट पर भी रोजाना सैकड़ों सैलानी पैराग्लाइडिंग के माध्यम से हवा से बातें कर रहे हैं.

बर्फ में खेलता बच्चा.
बर्फ में खेलता बच्चा.

कारोबार पर भी कोरोना के चलते ब्रेक लगी रही

बता दें कि कोरोना के दौर में यहां सभी पर्यटन गतिविधियां बंद रही. जिसका नुकसान होटल कारोबारियों के अलावा पर्यटन से जुड़े लोगों को भी उठाना पड़ा. साल 2020 में करोड़ों रुपए के इस कारोबार पर भी कोरोना के चलते ब्रेक लगी रही.

सरकार के द्वारा जैसे-जैसे पर्यटन गतिविधियों को शुरू करने के निर्देश जारी किए गए. वैसे-वैसे ही यहां पर्यटकों का आना शुरू हो गया और बर्फीली वादियों में एक बार फिर से रौनक लौट आई. हालांकि एक बार फिर अब कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. ऐसे में अब प्रदेश सरकार भी इस और गंभीर हो गई है और 'नो मास्क नो सर्विस' के आधार पर भी अब कई निर्देश जारी किए जाने लगे हैं, ताकि बढ़ रहे कोरोना के मामलों को भी रोका जा सके.

सफेद चांदी' के बीच जमकर झूम रहे पर्यटक
सफेद चांदी' के बीच जमकर झूम रहे पर्यटक

ये भी पढ़ें- देश में रोजाना 30 किमी हाइवे का फैल रहा जाल

मार्च माह में हुए ताजा हिमपात से मनाली के कारोबार को बेहतर पर्यटन के उम्मीद के पंख लग गए हैं. जिससे होटल कारोबारियों के साथ-साथ पर्यटन कारोबार के जुड़े लोगों की रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा. मनाली आए पर्यटकों का कहना है कि बर्फ में मस्ती करने का मौका उन्हें पहली बार मिला है और इस तरह की बर्फ उन्होंने कभी भी नहीं देखी है.

'बर्फ को वे जिंदगी भर नहीं भूल पाएंगे'

पर्यटकों का कहना है कि मनाली में अपनी आंखों के सामने गिरती हुई बर्फ को वे जिंदगी भर नहीं भूल पाएंगे. वहीं, लाहौल घाटी पहुंची उड़ीसा की पर्यटक महिला का कहना है कि यहां की बर्फीली वादियों के साथ-साथ समृद्ध संस्कृति को देखकर वे काफी हैरान है और कुल्लू मनाली आने का सपना भी साकार हो गया है.

मुंबई से पहुंचे पर्यटकों का कहना है कि जहां वे कुल्लू मनाली में बर्फीली वादियों में घूमने का मजा ले रहे हैं वहीं, यहां का साहसिक पर्यटन भी उन्हें काफी आकर्षित कर रहा है. पर्यटकों का कहना है कि बर्फीले पानी में रिवर राफ्टिंग करने का अपना अलग ही मजा है.

पर्यटन कारोबार के लिए एक संजीवनी बनकर आया है

मनाली होटल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष गजेंद्र ठाकुर का कहना है कि मार्च माह में हुई ताजा हिमपात मनाली के पर्यटन कारोबार के लिए एक संजीवनी बनकर आया है. कोरोना काल में मनाली के होटल व्यवसाय को काफी नुकसान पहुंचा था और अब उस नुकसान के पूरा होने की संभावना भी बनी हुई है. जिला कुल्लू में कृषि, बागवानी के साथ-साथ पर्यटन भी लोगों की आर्थिकी का एक मुख्य स्त्रोत है.

कुल्लू-मनाली आए पर्यटकों के वाहनों की संख्या

दिसबंर 2020 वाहनों की संख्या
जनवरी 2021 35127
फरवरी 2021 38060
मार्च 2021 16,000

कुल्लू-मनाली आए पर्यटकों की संख्या

जनवरी 2021 2 लाख 43 हजार
फरवरी 1 लाख 89 हजार
मार्च2 लाख 39 हजार

पर्यटन विभाग (Tourism department) के मुताबिक जनवरी 2020 में जिला कुल्लू में एक लाख 56 हजार 345 भारतीय व 3478 विदेशी पर्यटक मनोरम वादियों को निहारने के लिए पहुंचे थे. इस साल 2021 जनवरी में एक लाख 96 हजार 274 देशी व 23 विदेशी पर्यटक कुल्लू जिले में पहुंचे हैं. वहीं, अभी भी पर्यटकों का बर्फ की वादियों में आना जारी है.

एसपी कुल्लू गौरव सिंह का कहना है कि पर्यटन स्थलों में कोरोना के निर्देशों का पालन करने के लिए पुलिस टीमों को तैनात किया गया है. वहीं, दुकानदारों से भी आग्रह किया गया है कि जो व्यक्ति बिना मास्क के आता है तो उसे सर्विस नहीं दी जाए. इसके अलावा अब फिर से बिना मास्क के पाए जाने वालों का पुलिस के द्वारा जुर्माना किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें- हिमाचल में क्या है NH का हाल, कितना पूरा हुआ बीजेपी का 69 नेशनल हाईवे बनाने का वादा

शिमला : देश दुनिया में पर्यटन के लिए मशहूर कुल्लू मनाली की बर्फ से ढकी वादियां हर साल लाखों पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है. गर्म इलाकों से आने वाले पर्यटक यहां बर्फ की ठंडक का अहसास करते हैं और अपने साथ ठंडी-ठंडी यादें लेकर वापस अपने अपने घरों की ओर रवाना होते हैं. वहीं, इस साल भी मार्च माह में मनाली की पहाड़ियों पर जमकर हिमपात हुआ और इसी बर्फबारी को देखने की चाहत मार्च माह में भी पर्यटकों को कुल्लू मनाली की ओर खींच रही है. पर्यटकों के आने से जहां मनाली की रोड गुलजार हो उठी है तो वहीं, सोलंगनाला, अंजनी महादेव में भी पर्यटकों की भीड़ बर्फ में अठखेलियां करते हुई नजर आ रही है.

इसके अलावा लाहौल घाटी में चल रहे स्नो फेस्टिवल में भी लाहौली गाने में उत्तर प्रदेश, गुजरात के पर्यटक खूब धूम मचा रहे हैं. हालांकि कोरोना काल में मनाली का पर्यटन व्यवसाय बर्फ के जैसे ठंडा ही रहा, लेकिन सर्दियों में हुई अच्छी बर्फबारी के बाद अब इस कारोबार में गर्माहट हो चली है. जो मार्च माह तक लगातार जारी है. ऐसे में अब घाटी के पर्यटन कारोबारियों को भी अच्छे कारोबार की उम्मीद जग गई है. वहीं, बाहरी राज्यों से आ रहे पर्यटकों के कारण जिला कुल्लू के साहसिक पर्यटन को भी पंख लग गए हैं. कुल्लू पहुंचने पर पर्यटक सबसे पहले ब्यास नदी की ठंडी धारा में राफ्टिंग का रोमांच उठा रहे हैं तो उसके बाद पर्यटक हवा से भी बातें कर रहे हैं. डोभी की पैराग्लाइडिंग साइट पर भी रोजाना सैकड़ों सैलानी पैराग्लाइडिंग के माध्यम से हवा से बातें कर रहे हैं.

बर्फ में खेलता बच्चा.
बर्फ में खेलता बच्चा.

कारोबार पर भी कोरोना के चलते ब्रेक लगी रही

बता दें कि कोरोना के दौर में यहां सभी पर्यटन गतिविधियां बंद रही. जिसका नुकसान होटल कारोबारियों के अलावा पर्यटन से जुड़े लोगों को भी उठाना पड़ा. साल 2020 में करोड़ों रुपए के इस कारोबार पर भी कोरोना के चलते ब्रेक लगी रही.

सरकार के द्वारा जैसे-जैसे पर्यटन गतिविधियों को शुरू करने के निर्देश जारी किए गए. वैसे-वैसे ही यहां पर्यटकों का आना शुरू हो गया और बर्फीली वादियों में एक बार फिर से रौनक लौट आई. हालांकि एक बार फिर अब कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. ऐसे में अब प्रदेश सरकार भी इस और गंभीर हो गई है और 'नो मास्क नो सर्विस' के आधार पर भी अब कई निर्देश जारी किए जाने लगे हैं, ताकि बढ़ रहे कोरोना के मामलों को भी रोका जा सके.

सफेद चांदी' के बीच जमकर झूम रहे पर्यटक
सफेद चांदी' के बीच जमकर झूम रहे पर्यटक

ये भी पढ़ें- देश में रोजाना 30 किमी हाइवे का फैल रहा जाल

मार्च माह में हुए ताजा हिमपात से मनाली के कारोबार को बेहतर पर्यटन के उम्मीद के पंख लग गए हैं. जिससे होटल कारोबारियों के साथ-साथ पर्यटन कारोबार के जुड़े लोगों की रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा. मनाली आए पर्यटकों का कहना है कि बर्फ में मस्ती करने का मौका उन्हें पहली बार मिला है और इस तरह की बर्फ उन्होंने कभी भी नहीं देखी है.

'बर्फ को वे जिंदगी भर नहीं भूल पाएंगे'

पर्यटकों का कहना है कि मनाली में अपनी आंखों के सामने गिरती हुई बर्फ को वे जिंदगी भर नहीं भूल पाएंगे. वहीं, लाहौल घाटी पहुंची उड़ीसा की पर्यटक महिला का कहना है कि यहां की बर्फीली वादियों के साथ-साथ समृद्ध संस्कृति को देखकर वे काफी हैरान है और कुल्लू मनाली आने का सपना भी साकार हो गया है.

मुंबई से पहुंचे पर्यटकों का कहना है कि जहां वे कुल्लू मनाली में बर्फीली वादियों में घूमने का मजा ले रहे हैं वहीं, यहां का साहसिक पर्यटन भी उन्हें काफी आकर्षित कर रहा है. पर्यटकों का कहना है कि बर्फीले पानी में रिवर राफ्टिंग करने का अपना अलग ही मजा है.

पर्यटन कारोबार के लिए एक संजीवनी बनकर आया है

मनाली होटल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष गजेंद्र ठाकुर का कहना है कि मार्च माह में हुई ताजा हिमपात मनाली के पर्यटन कारोबार के लिए एक संजीवनी बनकर आया है. कोरोना काल में मनाली के होटल व्यवसाय को काफी नुकसान पहुंचा था और अब उस नुकसान के पूरा होने की संभावना भी बनी हुई है. जिला कुल्लू में कृषि, बागवानी के साथ-साथ पर्यटन भी लोगों की आर्थिकी का एक मुख्य स्त्रोत है.

कुल्लू-मनाली आए पर्यटकों के वाहनों की संख्या

दिसबंर 2020 वाहनों की संख्या
जनवरी 2021 35127
फरवरी 2021 38060
मार्च 2021 16,000

कुल्लू-मनाली आए पर्यटकों की संख्या

जनवरी 2021 2 लाख 43 हजार
फरवरी 1 लाख 89 हजार
मार्च2 लाख 39 हजार

पर्यटन विभाग (Tourism department) के मुताबिक जनवरी 2020 में जिला कुल्लू में एक लाख 56 हजार 345 भारतीय व 3478 विदेशी पर्यटक मनोरम वादियों को निहारने के लिए पहुंचे थे. इस साल 2021 जनवरी में एक लाख 96 हजार 274 देशी व 23 विदेशी पर्यटक कुल्लू जिले में पहुंचे हैं. वहीं, अभी भी पर्यटकों का बर्फ की वादियों में आना जारी है.

एसपी कुल्लू गौरव सिंह का कहना है कि पर्यटन स्थलों में कोरोना के निर्देशों का पालन करने के लिए पुलिस टीमों को तैनात किया गया है. वहीं, दुकानदारों से भी आग्रह किया गया है कि जो व्यक्ति बिना मास्क के आता है तो उसे सर्विस नहीं दी जाए. इसके अलावा अब फिर से बिना मास्क के पाए जाने वालों का पुलिस के द्वारा जुर्माना किया जा रहा है.

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