नई दिल्ली: केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने सदन में बताया कि इस साल जनवरी से तीन जुलाई के बीच जम्मू एवं कश्मीर में करीब 1.06 करोड़ पर्यटकों का आगमन हुआ. राज्यसभा को एक सवाल के लिखित जवाब में राय ने यह जानकारी दी. उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2019 से सार्वजनिक क्षेत्र में कुल 29,806 लोगों की भर्तियां की गई हैं. उन्होंने कहा कि चालू कैलेंडर वर्ष अर्थात जनवरी-2022 से 3 जुलाई, 2022 तक की अवधि के दौरान जम्मू एवं कश्मीर संघ शासित प्रदेश में पर्यटकों के आगमन में काफी वृद्धि हुई और यह संख्या अनुमानतः लगभग 1,06,24,000 थी.
हालांकि उन्होंने यह नहीं स्पष्ट किया कि इसमें वैष्णो देवी और अमरनाथ गुफा जाने वाले श्रद्धालु भी शामिल हैं या नहीं. उन्होंने कहा कि पूरे जम्मू एवं कश्मीर में पर्यटन के लिए 75 'ऑफ बीट' गंतव्य स्थानों का पता लगाया गया है. उन्होंने कहा, पर्यटन अवसंरचना के क्षेत्र में निवेश के लिए पूरे देश से निजी निवेशकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से जम्मू एवं कश्मीर पर्यटन नीति, 2020 अधिसूचित की गई है. इस क्षेत्र के अंतर्गत निवेश को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन को उद्योग का दर्जा प्रदान किया गया है.
केंद्र शासित प्रदेश में रोजगार की दिशा में उठाए गए कदमों की जानकारी हुए राय ने कहा कि इसके मद्देनजर पारदर्शी तरीके से भर्ती अभियान शुरु किया गया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए जम्मू और कश्मीर में राजपत्रित, अराजपत्रित एवं चतुर्थ श्रेणी के पदों का पता लगाने के लिए एक “तत्काल भर्ती समिति गठित की गई थी.
उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से तेज करने के लिए विशेष भर्ती नियम बनाए गए तथा विभिन्न विभागीय नियमों को संशोधित किया गया. उन्होंने कहा, वर्ष 2019 से सार्वजनिक क्षेत्र में कुल 29,806 भर्तियां की गई हैं. ज्ञात हो कि पांच अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 को निष्प्रभावी कर दिया गया था.