ETV Bharat / bharat

Manish Kashyap Case: EOU के वो 10 सवाल.. जो बढ़ा सकती है मनीष कश्यप की मुश्किलें

आर्थिक अपराध इकाई ने 23 मार्च तक के लिए मनीष कश्यप को रिमांड पर लिया है. रिमांड कर मनीष कश्यप से पूछताछ की जाएगी. अब मनीष कश्यप की मुश्किलें बढ़ने वाली है. ऐसे में यहां हम उन 10 सवालों (Top ten questions for manish kashyap interrogation) की चर्चा कर रहें हैं, जो आर्थिक अपराध इकाई मनीष कश्यप से पूछ सकती है. पढ़ें पूरी खबर..

Top Ten Questions for Manish Kashyap Interrogation
Top Ten Questions for Manish Kashyap Interrogation
author img

By

Published : Mar 22, 2023, 9:55 AM IST

Updated : Mar 22, 2023, 3:37 PM IST

पटना: बिहार के यू-ट्यूबर मनीष कश्यप (youtuber manish kashyap) तमिलनाडु मामले को लेकर आर्थिक अपराध इकाई की गिरफ्त में है. रिमांड पर लेने के बाद ईओयू एक-एक पहलू पर मनीष से पूछताछ करेगी. ताकि इतने बड़े मामले को तूल देने के पीछे क्या कारण और मंशा हो सकती है. ऐसे में मनीष कश्यप से पूछताछ में क्या सवाल पूछे जा सकते हैं, यह अहम है. सरसरी तौर पर अगर इस मामले पर नजर डालें तो कई सारे ऐसे प्रश्न स्वतः दिमाग में कौंध जाएंगे, जिसपर ईओयू भी गौर कर सकती है. ऐसे ही 10 सवालों की लिस्ट यहां भी है जो मनीष से पूछताछ में पूछे जा सकते हैं.

ये भी पढ़ेंः Manish Kashyap Case: यूट्यूबर मनीष कश्यप की रिमांड बढ़ी, गुरुवार सुबह तक पूछताछ करेगी EOU

सवाल नंबर एक: मनीष कश्यप ने आखिर किसके इशारे पर तमिलनाडु की घटना को तोड़ मरोड़ कर पेश किया. दो राज्यों की बीच जिस वजह से तनाव बढ़ सकता है, उस गलत सूचना को फैलाने से किसको फायदा हो सकता था? ईओयू यह भी पूछ सकती है कि क्या कोई और शख्स है जो पर्दे के पीछे से मनीष के जरिए यह काम करवा रहा था.


सवाल नंबर दोः मजदूरों को भड़काने के पीछे वजह क्या थी और मनीष कश्यप का इंटरेस्ट क्या था? ईओयू यह जरूर जानना चाहेगी कि बिहार से बाहर काम करने वाले बिहारियों में भय पैदा करके यहां रहने वाले उनके परिजन और उनसे जुड़े समाज की सहानुभूति का कहीं राजनीतिक रूप से बेजा इस्तेमाल की मंशा तो नहीं थी और इसमें आखिर मनीष कश्यप को क्या फायदा होता?

पुलिस की गिरफ्ता में मनीष कश्यप
पुलिस की गिरफ्ता में मनीष कश्यप

सवाल नंबर तीन: ईओयू की पूछताछ में सबसे अहम सवाल वित्तीय लेनदेन को लेकर हो सकता है. मनीष कश्यप से पूछताछ में यह सवाल जरूर किये जाएंगे, कि आखिर किन किन लोगों के साथ हाल में उनका वित्तीय लेन-देन हुआ है. ताकि आर्थिक अपराध इकाई को वह सुराग मिल सके, जिससे इस मामले में मनीष कश्यप के वित्तीय रूप से लाभांवित होने का पता लगा सके. इससे ईओयू उन लोगों तक भी पहुंच पाएगी, जो मनीष कश्यप से जुड़े हुए हैं. इससे इस बात की भी पुष्टि हो सकेगी कि इस पूरे मामले में मनीष सिर्फ मोहरा हैं या इतना सब कुछ इसने खुद रचा.


सवाल नंबर चारः मनीष कश्यप की गिरफ्तारी से पहले और बाद भी यह खबर सामने आई थी कि उसे कुछ सफेदपोशों की शह मिली हुई है. इस कारण ईओयू को इस मामले में पूछताछ करने में दिलचस्पी होगी कि आखिर फरार रहने के दौरान किन-किन राजनेताओं से मनीष कश्यप की बातचीत हुई थी. ताकि मनीष का तमिलनाडु मामले में पाॅलिटिकल कनेक्शन उजागर हो सके.

सवाल नंबर पांचः मनीष कश्यप को कौन संरक्षण दे रहा था? यह सवाल काफी महत्वपूर्ण है. ईओयू के लिए यह जानना जरूरी होगा कि दो राज्यों के बीच तनाव फैल सकता है. इससे दोनों राज्यों में जानमाल का भारी नुकसान हो सकता है. यह जानते हुए भी क्या अकेले मनीष ने अपने दम पर सारी गलत सूचनाएं फैलाई या फिर इसे किसी का संरक्षण प्राप्त है, जिसके बल पर मनीष कश्यप भ्रामक सूचनाएं फैला रहा था.


सवाल नंबर छहः भाजपा या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से क्या संबंध है? आर्थिक अपराध इकाई यह भी खंगालने का प्रयास करेगी कि क्या मनीष कश्यप का भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेव संघ से इस मामले में वास्तव में कोई कनेक्शन है. क्योंकि तमिलनाडु मामले ने जब तूल पकड़ा था और मनीष कश्यप पर मामले दर्ज किये जा रहे थे तो भाजपा के कुछ नेता मनीष के समर्थन में आए थे. इसमें सबसे बड़ा नाम भाजपा नेता कपिल मिश्रा का है.

सवाल नंबर सातः EOU यह सवाल भी कर सकती है कि गांधी की मौत का जश्न मनाने की बात मनीष कश्यप क्यों कर रहे थे? मनीष कश्यप और उनके कुछ साथियों का एक वीडियो सामने आया था. इसमें मनीष यह कहता सुनाई दे रहा था कि हमलोग गांधी जी की मौत पर जश्न मनाते हैं. अब वह डर खत्म हो गय.. एक को मारोगे हमलोग दस को मारेंगे..एक्शन पर रिएक्शन होगा. मनीष का यह वीडियो भी काफी भड़काऊ है. ऐसे में ईओयू इससे जुड़े सवाल भी कर सकता है कि ऐसे कंटेट बनाकर फैलाने के पीछे मनीष का मकसद क्या है? क्या मनीष कोई खास उद्देश्य साथ लेकर चल रहा है, जिस कारण तमिलनाडु मामला हो या महात्मा गांधी की मौत या अन्य मामले. हर मुद्दे पर उसके भड़ाकाऊ कंटेट सामने आ रहे हैं.


सवाल नंबर आठ: मनीष कश्यप से पूछे जाने वाले सवाल में यह भी शामिल किया जा सकता है कि उसके सोशल मीडिया सिंडिकेट में कौन-कौन लोग शामिल हैं. क्योंकि इतने सारे कंटेंट, वीडियो और अन्य पोस्ट वह खुद शूट कर और लिखकर तैयार नहीं कर सकता है. साथ ही जिस तरह से मनीष के भड़काऊ कंटेट सोशल मीडिया में वायरल होते हैं, इसे फैलाने में मददगार आखिर और कितने साथी शामिल हैं? क्या किसी बड़ी एजेंसी का भी उसे साथ मिल रहा है?

सवाल नंबर नौः ईओयू सीधे तमिलनाडु मामले में मनीष कश्यप से यह सवाल दागेगी, कि अगर यह सारी चीजें षड्यंत्र थी, तो कौन-कौन लोग इसमें शामिल थे. साथ ही इस षडयंत्र का लक्ष्य क्या था? क्योंकि इतना बड़ा षडयंत्र अकेले नहीं रचा जा सकता है और हर साजिश का कोई न कोई उद्देश्य जरूर होता है.


सवाल नंबर दस: मनीष कश्यप से आयांश मामले में वसूली पर भी ईओयू पूछताछ कर सकती है. इस मामले में आयांश नाम के मासूम बच्चे की जान बचाने के लिए मनीष ने दो महीने के अंदर 16 करोड़ रुपया जमा करने की बात की थी. उसे बचाने के लिए करोड़ों की उगाही की बात भी सामने आई थी. ऐसे में इस मामले में मनीष ने कितनी उगाही की और आयांश के इलाज के लिए कितना डोनेट किया गया और पूरा मामला क्या है. इस पर भी पूछताछ की जा सकती है. कितने की वसूली हुई थी और करोड़ों की रकम का क्या हुआ?

पटना: बिहार के यू-ट्यूबर मनीष कश्यप (youtuber manish kashyap) तमिलनाडु मामले को लेकर आर्थिक अपराध इकाई की गिरफ्त में है. रिमांड पर लेने के बाद ईओयू एक-एक पहलू पर मनीष से पूछताछ करेगी. ताकि इतने बड़े मामले को तूल देने के पीछे क्या कारण और मंशा हो सकती है. ऐसे में मनीष कश्यप से पूछताछ में क्या सवाल पूछे जा सकते हैं, यह अहम है. सरसरी तौर पर अगर इस मामले पर नजर डालें तो कई सारे ऐसे प्रश्न स्वतः दिमाग में कौंध जाएंगे, जिसपर ईओयू भी गौर कर सकती है. ऐसे ही 10 सवालों की लिस्ट यहां भी है जो मनीष से पूछताछ में पूछे जा सकते हैं.

ये भी पढ़ेंः Manish Kashyap Case: यूट्यूबर मनीष कश्यप की रिमांड बढ़ी, गुरुवार सुबह तक पूछताछ करेगी EOU

सवाल नंबर एक: मनीष कश्यप ने आखिर किसके इशारे पर तमिलनाडु की घटना को तोड़ मरोड़ कर पेश किया. दो राज्यों की बीच जिस वजह से तनाव बढ़ सकता है, उस गलत सूचना को फैलाने से किसको फायदा हो सकता था? ईओयू यह भी पूछ सकती है कि क्या कोई और शख्स है जो पर्दे के पीछे से मनीष के जरिए यह काम करवा रहा था.


सवाल नंबर दोः मजदूरों को भड़काने के पीछे वजह क्या थी और मनीष कश्यप का इंटरेस्ट क्या था? ईओयू यह जरूर जानना चाहेगी कि बिहार से बाहर काम करने वाले बिहारियों में भय पैदा करके यहां रहने वाले उनके परिजन और उनसे जुड़े समाज की सहानुभूति का कहीं राजनीतिक रूप से बेजा इस्तेमाल की मंशा तो नहीं थी और इसमें आखिर मनीष कश्यप को क्या फायदा होता?

पुलिस की गिरफ्ता में मनीष कश्यप
पुलिस की गिरफ्ता में मनीष कश्यप

सवाल नंबर तीन: ईओयू की पूछताछ में सबसे अहम सवाल वित्तीय लेनदेन को लेकर हो सकता है. मनीष कश्यप से पूछताछ में यह सवाल जरूर किये जाएंगे, कि आखिर किन किन लोगों के साथ हाल में उनका वित्तीय लेन-देन हुआ है. ताकि आर्थिक अपराध इकाई को वह सुराग मिल सके, जिससे इस मामले में मनीष कश्यप के वित्तीय रूप से लाभांवित होने का पता लगा सके. इससे ईओयू उन लोगों तक भी पहुंच पाएगी, जो मनीष कश्यप से जुड़े हुए हैं. इससे इस बात की भी पुष्टि हो सकेगी कि इस पूरे मामले में मनीष सिर्फ मोहरा हैं या इतना सब कुछ इसने खुद रचा.


सवाल नंबर चारः मनीष कश्यप की गिरफ्तारी से पहले और बाद भी यह खबर सामने आई थी कि उसे कुछ सफेदपोशों की शह मिली हुई है. इस कारण ईओयू को इस मामले में पूछताछ करने में दिलचस्पी होगी कि आखिर फरार रहने के दौरान किन-किन राजनेताओं से मनीष कश्यप की बातचीत हुई थी. ताकि मनीष का तमिलनाडु मामले में पाॅलिटिकल कनेक्शन उजागर हो सके.

सवाल नंबर पांचः मनीष कश्यप को कौन संरक्षण दे रहा था? यह सवाल काफी महत्वपूर्ण है. ईओयू के लिए यह जानना जरूरी होगा कि दो राज्यों के बीच तनाव फैल सकता है. इससे दोनों राज्यों में जानमाल का भारी नुकसान हो सकता है. यह जानते हुए भी क्या अकेले मनीष ने अपने दम पर सारी गलत सूचनाएं फैलाई या फिर इसे किसी का संरक्षण प्राप्त है, जिसके बल पर मनीष कश्यप भ्रामक सूचनाएं फैला रहा था.


सवाल नंबर छहः भाजपा या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से क्या संबंध है? आर्थिक अपराध इकाई यह भी खंगालने का प्रयास करेगी कि क्या मनीष कश्यप का भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेव संघ से इस मामले में वास्तव में कोई कनेक्शन है. क्योंकि तमिलनाडु मामले ने जब तूल पकड़ा था और मनीष कश्यप पर मामले दर्ज किये जा रहे थे तो भाजपा के कुछ नेता मनीष के समर्थन में आए थे. इसमें सबसे बड़ा नाम भाजपा नेता कपिल मिश्रा का है.

सवाल नंबर सातः EOU यह सवाल भी कर सकती है कि गांधी की मौत का जश्न मनाने की बात मनीष कश्यप क्यों कर रहे थे? मनीष कश्यप और उनके कुछ साथियों का एक वीडियो सामने आया था. इसमें मनीष यह कहता सुनाई दे रहा था कि हमलोग गांधी जी की मौत पर जश्न मनाते हैं. अब वह डर खत्म हो गय.. एक को मारोगे हमलोग दस को मारेंगे..एक्शन पर रिएक्शन होगा. मनीष का यह वीडियो भी काफी भड़काऊ है. ऐसे में ईओयू इससे जुड़े सवाल भी कर सकता है कि ऐसे कंटेट बनाकर फैलाने के पीछे मनीष का मकसद क्या है? क्या मनीष कोई खास उद्देश्य साथ लेकर चल रहा है, जिस कारण तमिलनाडु मामला हो या महात्मा गांधी की मौत या अन्य मामले. हर मुद्दे पर उसके भड़ाकाऊ कंटेट सामने आ रहे हैं.


सवाल नंबर आठ: मनीष कश्यप से पूछे जाने वाले सवाल में यह भी शामिल किया जा सकता है कि उसके सोशल मीडिया सिंडिकेट में कौन-कौन लोग शामिल हैं. क्योंकि इतने सारे कंटेंट, वीडियो और अन्य पोस्ट वह खुद शूट कर और लिखकर तैयार नहीं कर सकता है. साथ ही जिस तरह से मनीष के भड़काऊ कंटेट सोशल मीडिया में वायरल होते हैं, इसे फैलाने में मददगार आखिर और कितने साथी शामिल हैं? क्या किसी बड़ी एजेंसी का भी उसे साथ मिल रहा है?

सवाल नंबर नौः ईओयू सीधे तमिलनाडु मामले में मनीष कश्यप से यह सवाल दागेगी, कि अगर यह सारी चीजें षड्यंत्र थी, तो कौन-कौन लोग इसमें शामिल थे. साथ ही इस षडयंत्र का लक्ष्य क्या था? क्योंकि इतना बड़ा षडयंत्र अकेले नहीं रचा जा सकता है और हर साजिश का कोई न कोई उद्देश्य जरूर होता है.


सवाल नंबर दस: मनीष कश्यप से आयांश मामले में वसूली पर भी ईओयू पूछताछ कर सकती है. इस मामले में आयांश नाम के मासूम बच्चे की जान बचाने के लिए मनीष ने दो महीने के अंदर 16 करोड़ रुपया जमा करने की बात की थी. उसे बचाने के लिए करोड़ों की उगाही की बात भी सामने आई थी. ऐसे में इस मामले में मनीष ने कितनी उगाही की और आयांश के इलाज के लिए कितना डोनेट किया गया और पूरा मामला क्या है. इस पर भी पूछताछ की जा सकती है. कितने की वसूली हुई थी और करोड़ों की रकम का क्या हुआ?

Last Updated : Mar 22, 2023, 3:37 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.