नई दिल्ली : मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश ऐसे राज्य हैं जिन्होंने 18-44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों का सबसे ज्यादा Covid19 टीकाकरण किया है. 'ईटीवी भारत' के पास उपलब्ध स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक गुजरात ने इस विशेष आयु वर्ग के 16266019 लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी गई है, जबकि 1285463 लोग वैक्सीन की दूसरी खुराक ले चुके हैं.
मध्य प्रदेश ने 19752856 लोगों को पहली खुराक और 1359974 लोगों को दूसरी खुराक दी है. इसी तरह, महाराष्ट्र ने 16004569 लोगों को पहली खुराक और 1430543 लोगों को दूसरी खुराक दी है.
आंकड़ों के मुताबित राजस्थान ने 14713442 लोगों को पहली खुराक और 1904244 लोगों को दूसरी खुराक दी है. जबकि उत्तर प्रदेश में 18-44 वर्ष आयु वर्ग के 28389841 लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक और 1896323 लोगों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है. कुल मिलाकर पूरे भारत में 2,16058123 लोगों को Covid19 वैक्सीन की पहली खुराक और 1,9254925 दूसरी खुराक दी गई है.
महामारी की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर सरकार ने टीकाकरण पर जोर दिया है. यही वजह है कि सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए वैक्सीन उपलब्धता बनाए रखने की प्रक्रिया तेज कर दी है. राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत केंद्र राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मुफ्त में टीके उपलब्ध कराकर उनका सहयोग कर रहा है.
इतने टीकों की हो चुकी आपूर्ति
मंगलवार तक केंद्र ने कोविड-19 टीकों की 57,15,22,580 खुराक की आपूर्ति की है. जबकि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास 3,29,58,715 खुराक उपलब्ध है. इसके अलावा 1,00,84,700 से अधिक खुराक अभी पाइपलाइन में हैं जो राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को वितरित की जाने वाली हैं.
बढ़ेगी वैक्सीन की उपलब्धता
Zydus Cadila की डीएनए वैक्सीन ZyCoV-D को मंजूरी मिलने के साथ उम्मीद की जा रही है कि अब टीकों की उपलब्धता बढ़ेगी. दरअसल यह वैक्सीन दुनिया की पहली 'प्लास्मिड डीएनए' वैक्सीन है, जो नोवल कोरोना वायरस पर कारगर है. वैक्सीन की डोज लगने के बाद शरीर में कोरोना वायरस के खिलाफ स्पाइक प्रोटीन यानी एंटीबॉडी (Antibodies) तेजी से उत्पन्न होता है. वैक्सीन सेलुलर (टी लिम्फोसाइट्स इम्युनिटी) और ह्यूमरल (एंटीबॉडी-मध्यस्थता प्रतिरक्षा) के मेल से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करती है.
ZyCoV-D के अलावा, भारत में वर्तमान में तीन और टीके हैं जिनमें ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका का कोविशील्ड शामिल है, जो सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, भारत बायोटेक के कोवैक्सिन और स्पुतनिक द्वारा निर्मित है. अगस्त से दिसंबर के बीच 135 करोड़ खुराक की उपलब्धता की उम्मीद के साथ, केंद्र सरकार का लक्ष्य प्रतिदिन एक करोड़ खुराक देने का है.
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