चेन्नई/कोट्टयम : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन (TN CM Stalin) ने शनिवार को धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक ताकतों से सुधारवादी नेता पेरियार ई. वी. रामासामी की सामाजिक न्याय की विचारधारा को आगे बढ़ाने और दक्षिणपंथी ताकतों का मुकाबला करने के लिए एकजुट होकर कड़ी मेहनत करने का आग्रह किया. स्टालिन ने वायकोम सत्याग्रह (1924-25) के शताब्दी समारोह में अपने संबोधन में कहा कि सामाजिक न्याय और छुआछूत के खिलाफ ऐतिहासिक वायकोम संघर्ष देश का अग्रणी आंदोलन था, जिसने पूरे देश को प्रेरित किया.
वायकोम आंदोलन का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि केरल के सभी नेताओं को गिरफ्तार कर लिये जाने के बाद पेरियार ने विरोध का नेतृत्व किया. उन्होंने कहा कि पेरियार ने लोगों को लामबंद किया, उनमें जागरूकता पैदा की. हालांकि, उन्हें जेल भी जाना पड़ा था. स्टालिन ने कहा कि मानवतावाद, स्वाभिमान, समाजवाद, समानता, महिला सशक्तीकरण, सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्ष राजनीति आदि पेरियारवाद का मूल है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने कहा कि पेरियार की विचारधारा की जीत के लिए सभी को मिलकर कड़ी मेहनत करनी होगी.
उन्होंने कहा कि पेरियार की विचारधारा की जीत के लिए सभी को मिलकर मेहनत करनी होगी. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने केरल और तमिलनाडु के क्रांतिकारी आंदोलनों को याद किया. उन्होंने श्री नारायण गुरु, अय्यन काली, टीके माधवन, रामलिंग आदिगलर, अय्या वैकुंदर, अयोथिदासर और पेरियार सहित महान नेताओं का नाम लिया.
कोट्टयम से लगभग 29 किलोमीटर दूर वायकोम में शताब्दी कार्यक्रम आयोजित किया गया था. जब पेरियार ने वायकोम आंदोलन का नेतृत्व किया था, उस समय वह कांग्रेस की तमिलनाडु इकाई के प्रमुख थे.
(PTI)