कोलकाता: पश्चिम बंगाल में नारदा रिश्वत केस मामले में टीएमसी मंत्री फिरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी, विधायक मदन मित्रा और पूर्व मेयर सोवन चटर्जी को गिरफ्तार किया गया है. इनसे सीबीआई कार्यालय में सवाल जवाब किए जाएंगे. वहीं, इस घटनाक्रम के बाद से पश्चिम बंगाल में भूचाल आ गया है. टीएमसी नेताओं के समर्थन में कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने लगे हैं. वहीं, इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी सीबीआई दफ्तर पहुंच गई हैं.
जानकारी के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता अपने नेताओं की गिरफ्तारी पर बेहद नाराज हैं. जैसे ही उनको यह खबर मिली वैसे ही सैकड़ों की संख्या में टीएमसी कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर विरोध-प्रदर्शन करने लगे. कोई अप्रिय घटना न घट जाए इसलिए मौके पर पुलिस भी मौजूद है. वहीं, सीएम ममता बनर्जी भी खासी नाराज हैं. नाराज कार्यकर्ताओं ने सीबीआई और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की.
सूत्रों से मिली खबर के अनुसार आज सीबआई की विशेष अदालत में चार्जशीट भी दाखिल की जाएगी. साथ ही निलंबित आईपीएस अधिकारी एसएमएच मिर्जा के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल की जा सकती है. मिर्जा को पहले सीबीआई ने गिरफ्तार किया था और अब वह जमानत पर बाहर हैं.
वहीं टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने इस पूरी घटना के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि भाजपा बंगाल चुनाव नहीं जीत पाई और इसके लिए अब वो हमारी पार्टी के नेताओं को गिरफ्तार करने के लिए सीबीआई का इस्तेमाल कर रहे हैं. टीएमसी ने यह भी पूछा कि नारदा स्टिंग में दिखे शुवेंदु अधिकारी और मुकुल रॉय जैसे भाजपा नेताओं के खिलाफ कोई चार्जशीट क्यों नहीं दाखिल की गई.