कोलकाता : पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ द्वारा चुनावी नतीजों के बाद हुई हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर जाने के फैसले के लिए बुधवार को उनकी आलोचना की.
तृणमूल कांग्रेस का जुलाई 2019 में धनखड़ के राज्यपाल पद संभालने के बाद से ही उनके साथ टकराव चल रहा है. पार्टी ने धनखड़ की आलोचना करते हुए कहा कि वह राज्यपाल पद पर रहते हुए अमर्यादित आचरण कर रहे हैं.
तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बंदोपाध्याय ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें नहीं पता कि क्या कोई राज्यपाल इस तरह का व्यवहार कर सकता है.
बंदोपाध्याय ने कहा, 'एक वकील होने के नाते मुझे कोई ऐसा वाकया याद नहीं है जहां किसी राज्यपाल ने इस तरह का बर्ताव किया हो. राज्यपाल पद पर नियुक्त व्यक्ति के लिए इस तरह का आचरण ठीक नहीं है. मुझे लगता है कि वह न्यायपालिका को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं क्योंकि कलकत्ता उच्च न्यायालय में एक मामले की सुनवाई चल रही है.'
राज्य में चुनाव बाद हुई हिंसा को लेकर एक मामले पर उच्च न्यायालय में सुनवाई हो रही है. वकील अनिंद्य सुंदर दास ने एक जनहित याचिका दाखिल कर राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद हुई हिंसा के मुद्दे को उठाया है.
धनखड़ ने मंगलवार को कहा था कि वह 13 मई को कूच बिहार जिले में हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे.
राज्य के मंत्री रवींद्रनाथ घोष ने कहा, 'धनखड़ कूच बिहार के शांतिपूर्ण हालात को बिगाड़ने के लिए आ रहे हैं.'
तृणमूल कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए भाजपा के प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि अगर राज्यपाल राजनीतिक हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे तो इसमें तृणमूल कांग्रेस को क्या आपत्ति है. वह प्रभावित लोगों से मिलना चाहते हैं.
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भट्टाचार्य ने सवाल किया, 'उन्हें (तृणमूल कांग्रेस) जनादेश मिला है. अगर राज्य के राज्यपाल लोगों से मिलने जाना चाहते हैं तो वे नाराज क्यों हैं? क्या राजनीतिक हिंसा से प्रभावित लोग पश्चिम बंगाल के निवासी नहीं हैं?'