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बदले की भावना से मोदी सरकार कर रही ईडी-सीबीआई का इस्तेमाल : तृणमूल कांग्रेस

टीएमसी नेता सुखेंदु शेखर रॉय ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राजनीतिक द्वेष के साथ विपक्षी पार्टी के नेताओं और उनके करीबियों पर ईडी और सीबीआई जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है.

सुखेंदु शेखर रॉय
सुखेंदु शेखर रॉय
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Published : Sep 3, 2021, 8:18 PM IST

Updated : Sep 3, 2021, 10:49 PM IST

नई दिल्ली : तृणमूल कांग्रेस ने एक बार फिर मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि केंद्र राजनीतिक द्वेष के साथ विपक्षी पार्टी के नेताओं और उनके करीबियों पर ईडी और सीबीआई जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है. दिल्ली में तृणमूल कांग्रेस सांसद और राज्यसभा में चीफ व्हिप सुखेंदु शेखर रॉय ने मीडिया के सामने कुछ तथ्य रखते हुए दावा किया कि चुनाव से ठीक पहले कई राज्यों में अलग-अलग नेता या उनके संबंधी पर ईडी के नोटिस या सीबीआई के छापे पड़वाये गए हैं. यहां तक कि पश्चिम बंगाल चुनाव परिणाम के बाद राज्य सरकार के दो मंत्रियों को गिरफ़्तार कर उनसे पूछताछ की गई. वह भी 7 साल पुराने नारदा स्टिंग मामले में.

सुखेंदु शेखर रॉय का बयान

2014 के उसी केस में तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए शुभेंदु अधिकारी का भी नाम है और पैसे लेते हुए उनका स्टिंग वीडियो भी सामने आया था, लेकिन हैरानी की बात है कि उनके खिलाफ न तो ईडी और न ही सीबीआई ही कोई कार्रवाई कर रही है.

सुखेंदु शेखर ने आगे कहा कि तमिलनाडु चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री स्टॅलिन की बेटी को ईडी का समन, महाराष्ट्र चुनाव से पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार को केंद्रीय जांच एजेंसी का नोटिस, तृणमूल नेता अभिषेक बनर्जी पर ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल, उनकी पत्नी और कुछ मित्रों पर भी जिस प्रकार कार्रवाई की गई है यह कोई संयोग नहीं है.

उन्होंने कहा कि वर्तमान में भी पश्चिम बंगाल में ईडी और सीबीआई लगातार तृणमूल नेताओं और उनसे जुड़े लोगों पर नोटिस, छापेमारी इत्यादि का कार्य कर रही है. यह सब प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के इशारे पर हो रहा है.

उन्होंने कहा कि तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी तमाम विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने के प्रयास में जुटी हैं और 2024 में मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट विपक्षी मोर्चा खड़ा करना चाहती हैं, लेकिन वह ऐसा न कर सके इसलिये केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर विपक्षी विपक्षी पार्टी के नेताओं पर दबाब बनाने का प्रयास कर रही है. यदि भ्रष्टाचार का मामला है तो भाजपा नेताओं पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है. उदाहरण के तौर पर तृणमूल सांसद ने शुभेंदु अधिकारी और कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे बीएस येदियुरप्पा का नाम लिया.

यह भी पढ़ें- दिल्ली पुलिस ने बरामद की अपहृत लड़की, सुप्रीम कोर्ट ने कहा- यूपी पुलिस को आईना दिखाने वाला काम

शुभेंदु अधिकारी का विशेष जिक्र करते हुए सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा कि जिस केस में देश के सॉलिसिटर जनरल उनके खिलाफ न्यायालय में पक्ष रख रहे हैं, इसके बावजूद दिल्ली में शुभेंदु अधिकारी न सिर्फ सॉलिसिटर जनरल के सरकारी आवास पर जाते हैं, बल्कि लगभग आधे घंटे तक वहां पर रुकते भी हैं. यह खबर पहले भी आ चुकी है.

तृणमूल नेता ने कहा कि केंद्र सरकार के इस बदले की भावना और राजनीतिक द्वेष से भरी कार्रवाई के सामने तृणमूल कांग्रेस नहीं झुकेगी. गलत नीतियों के खिलाफ राजनीतिक और कानूनी कार्रवाई करने का विचार उनकी पार्टी कर रही है.

नई दिल्ली : तृणमूल कांग्रेस ने एक बार फिर मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि केंद्र राजनीतिक द्वेष के साथ विपक्षी पार्टी के नेताओं और उनके करीबियों पर ईडी और सीबीआई जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है. दिल्ली में तृणमूल कांग्रेस सांसद और राज्यसभा में चीफ व्हिप सुखेंदु शेखर रॉय ने मीडिया के सामने कुछ तथ्य रखते हुए दावा किया कि चुनाव से ठीक पहले कई राज्यों में अलग-अलग नेता या उनके संबंधी पर ईडी के नोटिस या सीबीआई के छापे पड़वाये गए हैं. यहां तक कि पश्चिम बंगाल चुनाव परिणाम के बाद राज्य सरकार के दो मंत्रियों को गिरफ़्तार कर उनसे पूछताछ की गई. वह भी 7 साल पुराने नारदा स्टिंग मामले में.

सुखेंदु शेखर रॉय का बयान

2014 के उसी केस में तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए शुभेंदु अधिकारी का भी नाम है और पैसे लेते हुए उनका स्टिंग वीडियो भी सामने आया था, लेकिन हैरानी की बात है कि उनके खिलाफ न तो ईडी और न ही सीबीआई ही कोई कार्रवाई कर रही है.

सुखेंदु शेखर ने आगे कहा कि तमिलनाडु चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री स्टॅलिन की बेटी को ईडी का समन, महाराष्ट्र चुनाव से पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार को केंद्रीय जांच एजेंसी का नोटिस, तृणमूल नेता अभिषेक बनर्जी पर ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल, उनकी पत्नी और कुछ मित्रों पर भी जिस प्रकार कार्रवाई की गई है यह कोई संयोग नहीं है.

उन्होंने कहा कि वर्तमान में भी पश्चिम बंगाल में ईडी और सीबीआई लगातार तृणमूल नेताओं और उनसे जुड़े लोगों पर नोटिस, छापेमारी इत्यादि का कार्य कर रही है. यह सब प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के इशारे पर हो रहा है.

उन्होंने कहा कि तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी तमाम विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने के प्रयास में जुटी हैं और 2024 में मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट विपक्षी मोर्चा खड़ा करना चाहती हैं, लेकिन वह ऐसा न कर सके इसलिये केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर विपक्षी विपक्षी पार्टी के नेताओं पर दबाब बनाने का प्रयास कर रही है. यदि भ्रष्टाचार का मामला है तो भाजपा नेताओं पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है. उदाहरण के तौर पर तृणमूल सांसद ने शुभेंदु अधिकारी और कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे बीएस येदियुरप्पा का नाम लिया.

यह भी पढ़ें- दिल्ली पुलिस ने बरामद की अपहृत लड़की, सुप्रीम कोर्ट ने कहा- यूपी पुलिस को आईना दिखाने वाला काम

शुभेंदु अधिकारी का विशेष जिक्र करते हुए सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा कि जिस केस में देश के सॉलिसिटर जनरल उनके खिलाफ न्यायालय में पक्ष रख रहे हैं, इसके बावजूद दिल्ली में शुभेंदु अधिकारी न सिर्फ सॉलिसिटर जनरल के सरकारी आवास पर जाते हैं, बल्कि लगभग आधे घंटे तक वहां पर रुकते भी हैं. यह खबर पहले भी आ चुकी है.

तृणमूल नेता ने कहा कि केंद्र सरकार के इस बदले की भावना और राजनीतिक द्वेष से भरी कार्रवाई के सामने तृणमूल कांग्रेस नहीं झुकेगी. गलत नीतियों के खिलाफ राजनीतिक और कानूनी कार्रवाई करने का विचार उनकी पार्टी कर रही है.

Last Updated : Sep 3, 2021, 10:49 PM IST
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