कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से नेताओं का पार्टी छोड़ना जारी है. इसी क्रम में पश्चिम बर्धमान जिले के पंडावेश्वर से दो बार के पार्टी विधायक एवं आसनसोल के पूर्व महापौर जितेंद्र तिवारी मंगलवार को भाजपा में शामिल हो गए.
तिवारी ने तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ बगावत की थी लेकिन भाजपा द्वारा पिछले साल दिसंबर में उन्हें पार्टी में शामिल करने से इनकार करने के बाद वह मायूस हो गए थे. वह हुगली जिले के श्रीरामपुर में एक कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश प्रमुख दिलीप घोष की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए.
उन्होंने भाजपा में शामिल होने के बाद कहा कि मैं भाजपा में शामिल हुआ हूं क्योंकि मैं राज्य के विकास के लिए काम करना चाहता हूं. तृणमूल कांग्रेस में रहते हुए काम करना संभव नहीं था.
इससे पहले राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को दो बार झटका तब लगा, जब नंदीग्राम के पूर्व विधायक शुभेंदु अधिकारी और पंडाबेश्वर के विधायक जितेंद्र तिवारी ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था.
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तिवारी ने आसनसोल नगर निगम के प्रशासनिक बोर्ड के अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने उसी दिन पश्चिम बर्धमान में तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बक्शी को अपना इस्तीफा भेज दिया था.
गौरतलब है कि बंगाल में 294 सदस्यीय राज्य विधानसभा के लिए चुनाव 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में होंगे.