कोलकाताः पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के भीतर कलह (Infighting In Trinamool) और तेज होती जा रही है. पार्टी आलाकमान ने पार्टी विरोधी बयान देने और नेतृत्व को असुविधा पहुंचाने के आरोप में शुक्रवार को नेता और कमरहाटी विधानसभा क्षेत्र से विधायक मदन मित्रा को कारण बताओ नोटिस जारी किया.
जिस दिन से पार्टी नेतृत्व ने राज्य में 108 नगर पालिकाओं के चुनावों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा (Announced The Candidates For The Forthcoming Elections For 108 Municipalities) की, मित्रा विद्रोही हो गए हैं. कभी उन्होंने पार्टी महासचिव और पश्चिम बंगाल के वाणिज्य और उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी (secretary general and West Bengal commerce & industries minister, Partha Chatterjee) को निशाना बनाया तो कभी तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज सांसद सौगता रॉय ( Veteran Trinamool Congress MP, Saugta Roy) उनके निशाने पर रहे.
मित्रा को पार्टी कमांड ने उनके फेसबुक लाइव (Warning For Facebook Live ) के लिए आगाह किया था. इसके बाद उन्होंने कुछ देर तक लाइव आने से परहेज किया. लेकिन नगर निगम चुनावों (West Bengal Civic Poll) के लिए उम्मीदवारों की घोषणा के बाद वह फिर से फेसबुक पर सक्रिय हो गए. आखिरकार शुक्रवार को पार्टी आलाकमान ने मित्रा को कारण बताओ नोटिस (Show Cause Notice To Mitra) जारी करने का फैसला लिया. पार्टी की अनुशासन समिति का कहना है कि मित्रा ने इस तरह के पार्टी विरोधी बयान देकर पार्टी की छवि खराब की है.
पढ़ेंः सुवेंदु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल हिंसा के लिए टीएमसी नेता शेख सूफियान को ठहराया जिम्मेदार
मित्रा ने गुरुवार को आसनसोल में कहा कि ममता बनर्जी के बाद पार्टी में अभिषेक बनर्जी के अलावा कोई दूसरा चेहरा नहीं है. मुझे अभिषेक बनर्जी का मासूम चेहरा (Childish Face) पसंद है. ममता बनर्जी के बाद वह पार्टी का एकमात्र चेहरा हैं. पार्टी की अनुशासन समिति को लगता है कि ऐसा कहकर उन्होंने साफ तौर पर शीर्ष नेतृत्व पर निशाना (Mitra Attack On Mamta) साधा है. इसलिए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया जाना चाहिए.
इस मुद्दे (Infighting In Trinamool) पर बोलते हुए मित्रा ने मीडियां से कहा कि वह निश्चित रूप से कारण बताओ नोटिस (Show Cause Notice To Mitra) का जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि मैं किसी भी सवाल का सामना करने के लिए तैयार हूं. लेकिन मैं कभी पार्टी के खिलाफ नहीं गया. तृणमूल कांग्रेस मेरी कमजोरी और ताकत दोनों है.
इस मुद्दे पर बोलते हुए, भाजपा (Bhartiya Janta Party) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि वर्तमान में तृणमूल कांग्रेस में सत्ता और धन के बटवारे पर लड़ाई हो रही है. माकपा की केंद्रीय समिति के सदस्य, डॉ. सुजान चक्रवर्ती ने कारण बताओ नोटिस को नगरपालिका चुनावों को लेकर राज्य भर में फैली हिंसा से मीडिया का ध्यान हटाने के लिए किया गया एक स्टंट बताया.