अमरावती : आंध्र प्रदेश पुलिस ने तिरुपति में महिला सॉफ्टवेयर इंजीनियर की हत्या मामले में आरोपी श्रीकांत रेड्डी को गिरफ्तार कर दिया है. श्रीकांत को नेल्लोर के पास गिरफ्तार किया गया. पत्नी की हत्या के बाद से श्रीकांत फरार था.
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं. पुलिस के मुताबिक, पूछताछ के दौरान आरोपी श्रीकांत हर सवाल का जवाब हंसते हुए देता था.
श्रीकांत रेड्डी कडपा जिले में पीपुल अगेंस्ट करप्शन (People Against Corruption) नाम से एक एनजीओ शुरू किया और लोगों को ठगने लगा. लेकिन इस दौरान उसकी आदतें खराब हो गईं. पिछले कुछ दिनों से वह आर्थिक संकट से जूझ रहा था और उसने अपनी पत्नी भुवनेश्वरी से पैसे देने के लिए कहा. उसने उसे पैसे दिए और उसे अवैध आदतें रोकने और नया जीवन शुरू करने का सुझाव दिया.
भुवनेश्वरी का 22 जून की रात पति श्रीकांत रेड्डी से झगड़ा हुआ था और उसने बेटी के साथ घर छोड़ने की चेतावनी दी थी. लेकिन उसी रात श्रीकांत ने तकिये से दबा कर भुवनेश्वरी की हत्या कर दी.
अगले दिन सुबह श्रीकांत लाल सूटकेस खरीद कर लाया और पत्नी के शव को सूटकेस में भरकर ले गया और रूया हॉस्पिटल के पास फेंक दिया. पुलिस को मिले सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक, सूटकेस लाने के बाद श्रीकांत करीब तीन घंटे तक घर में रहा. पुलिस के मुताबिक, श्रीकांत रेड्डी ने 23 जून की रात में पत्नी के शव को पेट्रोल से जला दिया.
यह भी पढ़ें- आंध्र प्रदेश : पैरंट्स ने नहीं दिलाया स्मार्ट फोन, तो कक्षा चार के बच्चे ने की आत्महत्या
बता दें कि तिरुपति के रूया अस्पताल के पास से 23 जून को एक महिला का शव बरामद हुआ था. बाद में महिला की पहचान चित्तूर जिले की रहने वाली सॉफ्टवेयर इंजीनियर भुवनेश्वरी के रूप में हुई थी. उसकी शादी श्रीकांत रेड्डी से हुई थी.
सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा
श्रीकांत ने हत्या करने के बाद परिवार को बताया कि भुवनेश्वरी की कोविड-19 से मृत्यु हो गई थी और उसका अंतिम संस्कार अस्पताल प्रबंधन द्वारा किया गया था. लेकिन पुलिस को श्रीकांत पर शक हुआ और जब सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई तो श्रीकांत रेड्डी की क्रूरता सामने आई.