रुद्रप्रयाग : केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज का देवस्थानम बोर्ड के विरोध में आंदोलन अब उग्र होता जा रहा है. देवस्थानम बोर्ड को भंग करने के लिए तीर्थ पुरोहित मंदिर परिसर में शीर्षासन कर अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं. तीर्थ पुरोहित आचार्य संतोष त्रिवेदी सात दिन तक दिन में तीन बार शीर्षासन करेंगे.
पिछले एक सप्ताह से केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज का देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ आंदोलन जारी है. मंगलवार से तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी ने बोर्ड के विरुद्ध शीर्षासन आंदोलन शुरू कर दिया. संतोष त्रिवेदी सात दिन तक प्रत्येक दिन आधा घंटे सुबह, दिन और सायं के समय शीर्षासन करके अपना आंदोलन जारी रखेंगे.
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उन्होंने कहा कि सरकार ने देवस्थानम बोर्ड का गठन करके बहुत गलत कार्य किया है. सरकार को इसका खामियाजा भुगतना होगा. सरकार ने पहले तीन जिलों के लिए यात्रा खोले जाने का फरमान जारी किया.
बाद में यात्रा खोलने का फैसला वापस ले लिया. ऐसे में सरकार की किरकिरी हो रही है. यात्रा खोलने से पहले सरकार को तीर्थ पुरोहितों के साथ बैठक कर वार्ता करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार की यात्रा खोलने को लेकर मंशा साफ नजर नहीं आ रही है.
ये है देवस्थानम बोर्ड
चारधाम और उनके आसपास के 51 मंदिरों में अवस्थापना सुविधाओं का विकास, समुचित यात्रा संचालन एवं प्रबंधन के लिए उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड बनाया गया है. इसके बनने से पहले से ही तीर्थ पुरोहित और हक हकूकधारी इसका विरोध करते आ रहे हैं. उनका आरोप है कि सरकार मंदिरों का प्रबंधन अपने हाथ में लेकर इनसे आने वाले राजस्व को हड़पना चाहती है.