नई दिल्ली: तिब्बत के 64वें तिब्बती राष्ट्रीय विद्रोह दिवस के मौके पर तिब्बती समुदाय के लोगों ने चीन सरकार की कठोर नीतियों और अवैध कब्जे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. सैकड़ों की संख्या में तिब्बती लोगों ने तिब्बती की आजादी की पुरजोर तरीके से मांग उठाई. इस मौके पर तिब्बतियों ने कहा कि चीन हमारे बच्चों को मारने बंद करे.
चीनी दूतावास के नजदीक जाने की कोशिश कर रहे तिब्बतियों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया और मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन ले गई. हालांकि, दिल्ली पुलिस ने उनको रोकने के लिए दूतावास से लगभग 2 किमी दूर बैरिकेड्स लगा दिए थे और सीआरपीसी की धारा 144 लगा दी थी.
तिब्बती यूथ कांग्रेस के एक सदस्य ने ईटीवी भारत से कहा कि आज चीन ने तिब्बत पर कब्जा कर लिया है और हम तिब्बत चीन से मुक्त को मुक्त करने के लिए विरोध कर रहे हैं. तो वहीं, तिब्बती यूथ कांग्रेस की केंद्रीय कार्यकारी समिति ने कहा कि तिब्बती राष्ट्रीय विद्रोह दिवस की 64वीं वर्षगांठ पर दुनिया भर के तिब्बती चीन के खिलाफ आवाज उठाने का काम कर रहे हैं.
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तिब्बती यूथ कांग्रेस की केंद्रीय कार्यकारी समिति ने परम पावन 14वें दलाई लामा के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट व्यक्ति और तिब्बत की स्वतंत्रता के लिए चीन सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान जान गंवाने वाले तिब्बती शहीदों को नमन किया. उनके प्रति एकजुटता प्रकट की. आपको बता दें कि साल 1949 में चीनी सेना ने तिब्बत पर कब्जा कर लिया था और अपनी सेना तैनात कर दी थी, तब से तिब्बत जबरदस्त चुनौतियों का सामना कर रहा है.