वडोदरा: गुजरात में वडोदरा जिले के शिनोर तालुका में फर्जी पुलिस छापेमारी का मामला सामने आया है, जिसमें तीन लोगों ने पुलिसकर्मी के रूप में फर्जी पहचान बनाई और एक खेत मजदूर के घर पर छापा मारकर पैसे वसूलने की कोशिश की. लेकिन सूचना मिलने के बाद शिनोर पुलिस ने इन फर्जी पुलिसकर्मियों को पकड़ लिया. जानकारी के मुताबिक, वडोदरा के शिनोर तालुका के पोइचा स्थित स्वामीनारायण मंदिर में दर्शन करने आए तीन युवकों के पास पैसे खत्म हो गए.
उन्होंने पैसे का इंतझाम करने के लिए एक तरकीब निकाली, जिसमें उन्होंने एक योजना बनाई और उसे अंजाम देने के लिए तीनों आरोपी शिनोर तालुका के मोटा कराला गांव पहुंच गए. यहां एक खेत मजदूर के घर जाकर पुलिसकर्मी के रूप में फर्जी पहचान बताकर उससे पैसे ऐंठने की योजना बनाई. तीनों आरोपी खेत मजदूर के घर गए और खुद को पुलिस बताया और अवैध शराब की जब्ती के लिए फर्जी रेड डाली और उससे पैसे मांगने लगे.
इस घटना की सूचना शिनोर पुलिस को मिली, जिसके बाद वह फौरन ही मौके पर पहुंच गई और तीनों आरोपियों को पकड़ लिया. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपियों की पहचान डभोई निवासी जयेश रमेशभाई राजमल, विक्रम लक्ष्मणभाई वसावा और कपूराई गांव निवासी नीलेश प्रकाशराव देवरे के तौर पर हुई है. बताया जा रहा है कि शिनोर पुलिस के पीएसआई एआर महिडा और उनके साथी उसी वक्त पेट्रोलिंग पर थे, इसी दौरान उन्हें इस घटना के बारे में जानकारी हुई.
पुलिस ने बताया कि फर्जी पुलिसकर्मी ईको कार लेकर छापेमारी के लिए आए थे, जबकि पुलिस की छापेमारी ईको कार से नहीं होती है. आरोपी जयेश राजमल के खिलाफ बगोदरा, पानीगेट और मवरना पुलिस स्टेशनों में मामले से ही मामले दर्ज थे. वहीं विक्रम वसावा के खिलाफ बापोद पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज है. तीसरे आरोपी निलेश देवरे के खिलाफ वाडी पुलिस स्टेशन में अपराधिक मामला दर्ज है.