मुंबई: अंधेरी के एक आवासीय फ्लैट में वर्सोवा पुलिस ने 'लाइव सेक्स वीडियो' प्रसारित करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. सोशल मीडिया पर एक ऐप है. इस ऐप के जरिए सदस्यों से ऑनलाइन सेक्स दिखाने के लिए एक हजार से लेकर अलग-अलग रकम वसूली जाती थी. इस संबंध में वर्सोवा पुलिस स्टेशन में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर दो युवतियों समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
पुलिस ने जानकारी दी है कि मुंबई में लाइव सेक्स मामले में गिरफ्तार आरोपियों के नाम तनीषा राजेश कनौजिया, रुद्र नारायण राउत और तमन्ना आरिफ खान हैं. ये आरोपी इस अपराध में शामिल हैं और गिरफ्तारी के बाद तीनों को बांद्रा कोर्ट में पेश किया गया और कोर्ट ने उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया. पुलिस ने जानकारी दी है कि इस अपराध में ऐप के मालिक और ड्राइवर आरोपी हैं.
1000 रुपये में लाइव सेक्स दिखा रहे थे : जांच में पता चला कि ये गिरोह लाइव सेक्स देखने के लिए सदस्यता शुल्क के रूप में 1000 रुपये से लेकर कोई भी राशि वसूल रहे हैं. वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक गणेश पवार ने बताया कि पुलिस ने अंधेरी के एक फ्लैट में यह कार्रवाई की है.
वर्सोवा पुलिस को जानकारी मिली कि अगर आप एक हजार रुपये देकर ऐप के सदस्य बनते हैं तो आपको 'लाइव सेक्स' देखने का मौका मिलता है. इस सूचना को वरिष्ठों ने गंभीरता से लिया और पुलिस को जांच के आदेश दिए. इसके बाद पुलिस ने 'गूगल प्ले स्टोर' से संबंधित ऐप डाउनलोड किया. ऐप खोलने पर पुलिस को कुछ अश्लील वीडियो मिले.
पुलिस ने फ्लैट पर छापा मारा: तकनीकी जानकारी के आधार पर वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक की टीम से पुलिस निरीक्षक सचिन शिर्के, उपनिरीक्षक मनोज हावले, नागेश मिसाल, अर्चना कोली, अम्मलदार अवारी, चव्हाण, किंजलकर शामिल हुए. गणेश पवार ने वर्सोवा, चारबंगला, मॉडल टाउन, अंधेरी में शिल्प प्रसाद बिल्डिंग के फ्लैट नंबर तीन पर छापा मारा.
इस छापेमारी में पुलिस ने तनीषा कनौजिया, रुद्र राउत और तमन्ना खान को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया. जांच में पता चला कि तनीषा उसी फ्लैट में रहती है और उसी फ्लैट का इस्तेमाल 'लाइव सेक्स' के लिए किया जाता है.
ड्राइवर के साथ ऐप के मालिक भी आरोपी: इसके बाद पुलिस उपनिरीक्षक नागेश मिसाल की शिकायत पर पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संविधान और आईटी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया. पुलिस ने रविवार सुबह तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इस गिरफ्तारी के बाद उन्हें दोपहर में बांद्रा की स्थानीय अदालत में पेश किया गया.
कोर्ट ने उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया है. इन तीनों से पुलिस पूछताछ कर रही है और अब इसमें शामिल हर शख्स से पुलिस पूछताछ करेगी. वहीं इस अपराध में ड्राइवर समेत ऐप के मालिक को भी आरोपी बनाया गया है. पुलिस अब उसकी गिरफ्तारी के लिए आगे की जांच में जुट गई है.