नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी अतीक अहमद के बेटे असद को दिल्ली में शरण देने वाले तीन लोगों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर यूपी एसटीएफ को सौंप दिया है. इनकी पहचान असद के पुराने ड्राइवर जावेद और उसके दो साथियों खालिद और जीशान के रूप में हुई है. खालिद और जीशान हथियार तस्कर हैं.
दरअसल, यूपी पुलिस असद को तलाश रही थी. इसलिए वह भागकर दिल्ली में आ गया था और यहां अपने पुराने ड्राइवर और दो हथियार तस्करों के पास शरण ले रखी थी. असद दिल्ली में करीब 15 दिनों तक छिपा रहा. उसके बाद वह कहीं और चला गया. यूपी एसटीएफ की सूचना पर पिछले महीने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने असद के मददगार तीन आरोपियों को आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार किया था. इसके बाद तीनों को यूपी एसटीएफ को सौंप दिया गया था.
31 मार्च को दिल्ली पुलिस ने किया था गिरफ्तारः रविवार को दिल्ली पुलिस ने बयान जारी कर बताया कि मार्च के पहले सप्ताह में अतीक का बेटा असद छुपने के लिए दिल्ली आया था. इस दौरान वह दिल्ली में रहने वाले अपने पुराने ड्राइवर जावेद के पास था. असद ओखला इलाके के जामिया नगर और शाहीन बाग में कई दिन जावेद के साथ छुपा रहा. पिछले महीने अवतार सिंह नाम के एक हथियार तस्कर को गिरफ्तार किया था.
पूछताछ में उसने बताया कि खालिद और जीशान को उसने 10 हथियार बेचे थे. 28 मार्च को खालिद और जीशान को शेख सराय से गिरफ्तार कर उसके पास से दो पिस्तौल व कारतूस बरामद किए गए. दाेनों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने उमेश पाल हत्याकांड में वांछित असद और गुलाम को शरण दी थी. 31 मार्च को स्पेशल सेल ने जावेद को भी गिरफ्तार कर लिया. सभी को यूपी पुलिस के हवाले कर दिया गया है.
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