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जानिए, शीर्ष कौशल जो हर नियोक्ता की होती है जरूरत - संचयी आय वृद्धि

1960 में 20-59 उम्र के श्रमिकों के लिए संचयी आय वृद्धि (cumulative earnings growth) 20 साल की आयु के सापेक्ष केवल 40 प्रतिशत अधिक थी. यह वृद्धि 35-39 उम्र में देखी गई, और इसके बाद प्रत्येक वर्ष कुल वेतन और आय में थोड़ी गिरावट आई. जैसे-जैसे काम और अधिक खुलने लगे, कमाई में कुल वृद्धि में काफी हद तक हुई, जो 1980 तक 50 प्रतिशत, 2000 तक 90 प्रतिशत और 2017 तक लगभग 100 प्रतिशत हो गई.

जानिए, शीर्ष कौशल जो हर नियोक्ता की होती है जरूरत
जानिए, शीर्ष कौशल जो हर नियोक्ता की होती है जरूरत
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Published : Jun 29, 2021, 11:10 AM IST

हैदराबाद : नियोक्ता अधिक अनुभवी, संज्ञानात्मक क्षमता वाले (cognitive ability), उच्च-कुशल कर्मचारियों (higher-skilled employees) के लिए प्रीमियम का भुगतान करने के लिए अधिक इच्छुक होते हैं, क्योंकि अब नौकरियों में अधिक से अधिक सटीक निर्णयों की जरूरत होने लगी है.

  • एक अखबार में पाया गया है कि अच्छे निर्णय लेने के कौशल की मांग बढ़ रही है और नियोक्ताओं द्वारा इसका मूल्यांकन किया जाता है.
  • 1960 में जहां कर्मचारियों को नौकरी देने का दर छह प्रतिशत था, वहीं, 2018 में यह दर बढ़कर 34 प्रतिशत हो गई है.
  • 2007 के बाद लगभग आधी वृद्धि हुई है.
  • इस आंकड़ा के बारे में द ग्रोइंग इंपोर्टेंस ऑफ डिसीजन-मेकिंग ऑन द जॉब (NBER वर्किंग पेपर 28733) में, डेविड जे. डेमिंग (David J. Deming) ने जिक्र किया है.
  • जैसे-जैसे ऑटोमेशन में सुधार हुआ है, वैसे-वैसे नियमित कार्यों से जुड़े कामों में कामगारों की जगह मशीनों ने ले ली है. शेष नौकरियों में लोगों की जरूरत अधिक होने लगी और अच्छे काम करने के लिए अच्छे निर्णय लेने की क्षमता भी जरूरी है.
  • 1960 में 20-59 उम्र के श्रमिकों के लिए संचयी आय वृद्धि (cumulative earnings growth) 20 साल की आयु के सापेक्ष केवल 40 प्रतिशत अधिक थी. यह वृद्धि 35-39 उम्र में देखी गई, और इसके बाद प्रत्येक वर्ष कुल वेतन और आय में थोड़ी गिरावट आई. जैसे-जैसे काम और अधिक खुलने लगे, कमाई में कुल वृद्धि में काफी हदतक हुई, जो 1980 तक 50 प्रतिशत, 2000 तक 90 प्रतिशत और 2017 तक लगभग 100 प्रतिशत हो गई. उम्र में परिवर्तन जिस पर मजदूरी आय में वृद्धि होती है, यह सुझाव देते हैं कि अनुभवों का अधिक मूल्यवान हैं. 2000 में, 50 और 54 की उम्र के बीच कमाई में वृद्धि हुई और 2017 तक 55 और 59 की उम्र के बीच यह बढ़ी.
  • 1980 से 2017 तक अमेरिकी आयु / आय प्रोफाइल में आधा परिवर्तन नियमित नौकरियों से आए बदलाव की व्याख्या करता है जबकि 2000 से यह करीबन पूरी तरह से बदल गया.
  • दशकीय जनगणना (decennial census) और अमेरिकन कम्युनिटी सर्वे (American Community Survey) के विभिन्न वर्षों के डेटा से पता चलता है कि 1960 में निर्णय-गहन नौकरियों (decision-intensive jobs) में श्रमिकों के 35 वर्ष की आयु के बाद 15 प्रतिशत से अधिक अंक के साथ संचयी आय में वृद्धि हुई. जबकि कम निर्णय-गहन नौकरियों (less decision-intensive jobs) में श्रमिकों ने छोटे-मोटे नुकसान का सामना किया. इसी तरह, 2017 में 35 साल की उम्र के बाद वेतन वृद्धि निर्णय-गहन नौकरियों (decision-intensive jobs) में दोगुनी तेज थी.

हैदराबाद : नियोक्ता अधिक अनुभवी, संज्ञानात्मक क्षमता वाले (cognitive ability), उच्च-कुशल कर्मचारियों (higher-skilled employees) के लिए प्रीमियम का भुगतान करने के लिए अधिक इच्छुक होते हैं, क्योंकि अब नौकरियों में अधिक से अधिक सटीक निर्णयों की जरूरत होने लगी है.

  • एक अखबार में पाया गया है कि अच्छे निर्णय लेने के कौशल की मांग बढ़ रही है और नियोक्ताओं द्वारा इसका मूल्यांकन किया जाता है.
  • 1960 में जहां कर्मचारियों को नौकरी देने का दर छह प्रतिशत था, वहीं, 2018 में यह दर बढ़कर 34 प्रतिशत हो गई है.
  • 2007 के बाद लगभग आधी वृद्धि हुई है.
  • इस आंकड़ा के बारे में द ग्रोइंग इंपोर्टेंस ऑफ डिसीजन-मेकिंग ऑन द जॉब (NBER वर्किंग पेपर 28733) में, डेविड जे. डेमिंग (David J. Deming) ने जिक्र किया है.
  • जैसे-जैसे ऑटोमेशन में सुधार हुआ है, वैसे-वैसे नियमित कार्यों से जुड़े कामों में कामगारों की जगह मशीनों ने ले ली है. शेष नौकरियों में लोगों की जरूरत अधिक होने लगी और अच्छे काम करने के लिए अच्छे निर्णय लेने की क्षमता भी जरूरी है.
  • 1960 में 20-59 उम्र के श्रमिकों के लिए संचयी आय वृद्धि (cumulative earnings growth) 20 साल की आयु के सापेक्ष केवल 40 प्रतिशत अधिक थी. यह वृद्धि 35-39 उम्र में देखी गई, और इसके बाद प्रत्येक वर्ष कुल वेतन और आय में थोड़ी गिरावट आई. जैसे-जैसे काम और अधिक खुलने लगे, कमाई में कुल वृद्धि में काफी हदतक हुई, जो 1980 तक 50 प्रतिशत, 2000 तक 90 प्रतिशत और 2017 तक लगभग 100 प्रतिशत हो गई. उम्र में परिवर्तन जिस पर मजदूरी आय में वृद्धि होती है, यह सुझाव देते हैं कि अनुभवों का अधिक मूल्यवान हैं. 2000 में, 50 और 54 की उम्र के बीच कमाई में वृद्धि हुई और 2017 तक 55 और 59 की उम्र के बीच यह बढ़ी.
  • 1980 से 2017 तक अमेरिकी आयु / आय प्रोफाइल में आधा परिवर्तन नियमित नौकरियों से आए बदलाव की व्याख्या करता है जबकि 2000 से यह करीबन पूरी तरह से बदल गया.
  • दशकीय जनगणना (decennial census) और अमेरिकन कम्युनिटी सर्वे (American Community Survey) के विभिन्न वर्षों के डेटा से पता चलता है कि 1960 में निर्णय-गहन नौकरियों (decision-intensive jobs) में श्रमिकों के 35 वर्ष की आयु के बाद 15 प्रतिशत से अधिक अंक के साथ संचयी आय में वृद्धि हुई. जबकि कम निर्णय-गहन नौकरियों (less decision-intensive jobs) में श्रमिकों ने छोटे-मोटे नुकसान का सामना किया. इसी तरह, 2017 में 35 साल की उम्र के बाद वेतन वृद्धि निर्णय-गहन नौकरियों (decision-intensive jobs) में दोगुनी तेज थी.
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