मयूरभंज : देशभर में नवरात्री की धूम है. जगह-जगह दुर्गा पूजा पंडाल लगाए गए है. ओडिशा के मयूरभंज में भी दुर्गा पूजा का आयोजन किया जाता है. यहां पूजा-अर्चना के साथ-साथ सांप्रदायिक सद्भाव का भी उत्सव देखने को मिलता है. बारीपदा में मुस्लिम और हिंदू समुदाय की ओर से मिलजुल कर उत्साह से दुर्गा पूजा का आयोजन किया जाता है. पिछले 39 वर्षों से यह परंपरा चली आ रही है.
-
#WATCH | Odisha: Durga Puja pandal set up in Mayurbhanj with the theme of 'Paris Winter Palace' (21.10) pic.twitter.com/5PttsbV9Bx
— ANI (@ANI) October 21, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">#WATCH | Odisha: Durga Puja pandal set up in Mayurbhanj with the theme of 'Paris Winter Palace' (21.10) pic.twitter.com/5PttsbV9Bx
— ANI (@ANI) October 21, 2023#WATCH | Odisha: Durga Puja pandal set up in Mayurbhanj with the theme of 'Paris Winter Palace' (21.10) pic.twitter.com/5PttsbV9Bx
— ANI (@ANI) October 21, 2023
मयूरभंज जिले के तुलसीचौरा में दुर्गा पूजा का आयोजन किया जाता है. तुलसीचौरा दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष गिरीश चंद्र दास ने बताया कि इसमें शामिल स्थानीय लोगों की एक बड़ी संख्या अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य हैं. उन्होंने कहा कि करीब 33 प्रतिशत लोग इसमें अल्पसंख्यक समुदाय के हैं. तुलसीचौरा का दुर्गा पूजा पंडाल रूस के विंटर पैलेस पर आधारित है.
प्रतिष्ठित पेरिस लैंडमार्क पर बने पंडाल को बनाने में लगभग 50 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है. दुर्गा पूजा आयोजन समिति के सदस्य शेख मोहम्मद रिजवान ने कहा, 'मैं बचपन से इस दुर्गा पूजा समिति का सदस्य रहा हूं. हम यहां सांप्रदायिक भाईचारे की भावना से त्योहार का आयोजन करते हैं. दुर्गा पूजा बड़े पैमाने पर मनाया जाता है. यहां हिंदू और मुस्लिम एक साथ और शांति से रहते हैं.
गिरीश चंद्र दास ने आगे बताया कि हर साल पंडाल को एक नया लुक देने के लिए काफी खोजबीन किया जाता है. इस वर्ष के पंडाल का थीम रूस के विंटर पैलेस पर आधारित है. तुलसीचौरा हिंदुओं और मुसलमानों का घर है. दोनों समुदायों के सदस्य त्योहार मनाने के लिए एक साथ आते हैं. हमारी समिति में 30 से 40 मुस्लिम सदस्य हैं. एक भक्त ने दर्शन करने के बाद कहा कि हर साल की तरह इस साल भी इस पंडाल को सजावट के मामले में बारीपदा में सर्वश्रेष्ठ चुना जाएगा.