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देश में कोरोना वायरस वैक्सीन की कोई कमी नहीं है : स्वास्थ्य मंत्रालय

स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि भारत ने अब तक 2.43 करोड़ कोरोना वैक्सीन की डोज दी हैं. कोरोना वायरस की 71 फीलसदी डोज सरकारी अस्पतालों में लगाई गई है और 28.77 प्रतिशत डोज प्राइवेट अस्पतालों में लगाई गई.

राजेश भूषण
राजेश भूषण
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Published : Mar 11, 2021, 5:23 PM IST

Updated : Mar 11, 2021, 7:49 PM IST

नई दिल्ली : स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि भारत में अब तक 2.43 करोड़ कोरोना वैक्सीन के लगाए जा चुके हैं.स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि देश में रिकवरी रेट 97 फीसदी बना हुआ है. साथ ही कोविड से होने वाली मृत्यु दर 1.4 प्रतिशत है, जबकि सक्रिय मामलों की दर 1.6 फीसदी ही रह गई है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि भारत ने अब तक 2.43 करोड़ कोरोना वैक्सीन की डोज दी हैं. कोरोना वायरस की 71 फीलसदी डोज सरकारी अस्पतालों में लगाई गई है और 28.77 प्रतिशत डोज प्राइवेट अस्पतालों में लगाई गई.

उन्होने कहा कि देश में कोरोना वायरस वैक्सीन की कोई कमी नहीं है. राज्यों को कितनी वैक्सीन देनी है? इसका फैसला स्वास्थ्य मंत्रालय दैनिक आधार पर कर रहा है.

राजेश भूषण का बयान

राजेश भूषण ने बताया कि महाराष्ट्र में एक लाख से अधिक सक्रिय मामले हैं. मध्य प्रदेश, गुजरात और हरियाणा टिपिंग पॉइंट पर हैं. हमने इन राज्यों के साथ तीन बैठकें की हैं, जहां उन्हें अपने मोजे खींचने के लिए कहा गया है.

राजेश भूषण ने आगे कहा कि हमने टीका के लिए मूल्य पर फिर से बातचीत की है, ताकि इसकी कीमते और कम हो सकें.

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि नागपुर, पुणे, ठाणे, मुंबई, बेंगलुरु शहरी, एर्नाकुलम, अमरावती, जलगांव, नासिक और औरंगाबाद जिलों में कोविड-19 के सबसे ज्यादा उपचाराधीन मरीज हैं.

भूषण ने कहा केरल में 11 फरवरी को 64,607 उपचाराधीन मरीज थे जो अब घटकर 35,715 रह गए हैं. उन्होंने कहा, 'हमें इसकी सराहना करनी चाहिए.'

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 11 फरवरी को 3256 मामले थे जो 11 मार्च को घटकर 1689 रह गए. पश्चिम बंगाल में भी उपचाराधीन मरीजों की संख्या 4300 से घटकर 3127 हो गयी है.

भूषण ने कहा कि हालांकि महाराष्ट्र में 11 फरवरी को 36,917 मरीज थे जिनकी संख्या बढ़कर अब एक लाख से ज्यादा हो गयी है. पंजाब में 2100 मामले थे जो अब 9400 पर पहुंचने को है.

उन्होंने कहा, 'हमें लगता है कि गुजरात, मध्य प्रदेश और हरियाणा संक्रमण के मामले में परिवर्तन वाले बिंदु पर हैं. वहां अभी मामले नहीं बढ़े हैं. लेकिन मामलों की संख्या में वृद्धि के शुरुआती संकेत से हमने तीन बैठकें कीं जिसमें राज्यों से जांच, निगरानी, निषिद्ध क्षेत्र बढ़ाने को कहा गया.'

पढ़ें - कोविड-19 के बढ़ते मामले खतरे की घंटी, हर नागरिक तक पहुंचनी चाहिए वैक्सीन

भूषण ने संवाददाता सम्मेलन में सूचित किया कि बृहस्पतिवार दोपहर एक बजे तक कोविड-19 टीकों की 2,56,90,545 खुराकें दी गयी हैं. इनमें 67,86,086 बुजुर्ग और विभिन्न रोगों से ग्रस्त 45-60 उम्र समूह वाले लोग थे.

नई दिल्ली : स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि भारत में अब तक 2.43 करोड़ कोरोना वैक्सीन के लगाए जा चुके हैं.स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि देश में रिकवरी रेट 97 फीसदी बना हुआ है. साथ ही कोविड से होने वाली मृत्यु दर 1.4 प्रतिशत है, जबकि सक्रिय मामलों की दर 1.6 फीसदी ही रह गई है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि भारत ने अब तक 2.43 करोड़ कोरोना वैक्सीन की डोज दी हैं. कोरोना वायरस की 71 फीलसदी डोज सरकारी अस्पतालों में लगाई गई है और 28.77 प्रतिशत डोज प्राइवेट अस्पतालों में लगाई गई.

उन्होने कहा कि देश में कोरोना वायरस वैक्सीन की कोई कमी नहीं है. राज्यों को कितनी वैक्सीन देनी है? इसका फैसला स्वास्थ्य मंत्रालय दैनिक आधार पर कर रहा है.

राजेश भूषण का बयान

राजेश भूषण ने बताया कि महाराष्ट्र में एक लाख से अधिक सक्रिय मामले हैं. मध्य प्रदेश, गुजरात और हरियाणा टिपिंग पॉइंट पर हैं. हमने इन राज्यों के साथ तीन बैठकें की हैं, जहां उन्हें अपने मोजे खींचने के लिए कहा गया है.

राजेश भूषण ने आगे कहा कि हमने टीका के लिए मूल्य पर फिर से बातचीत की है, ताकि इसकी कीमते और कम हो सकें.

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि नागपुर, पुणे, ठाणे, मुंबई, बेंगलुरु शहरी, एर्नाकुलम, अमरावती, जलगांव, नासिक और औरंगाबाद जिलों में कोविड-19 के सबसे ज्यादा उपचाराधीन मरीज हैं.

भूषण ने कहा केरल में 11 फरवरी को 64,607 उपचाराधीन मरीज थे जो अब घटकर 35,715 रह गए हैं. उन्होंने कहा, 'हमें इसकी सराहना करनी चाहिए.'

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 11 फरवरी को 3256 मामले थे जो 11 मार्च को घटकर 1689 रह गए. पश्चिम बंगाल में भी उपचाराधीन मरीजों की संख्या 4300 से घटकर 3127 हो गयी है.

भूषण ने कहा कि हालांकि महाराष्ट्र में 11 फरवरी को 36,917 मरीज थे जिनकी संख्या बढ़कर अब एक लाख से ज्यादा हो गयी है. पंजाब में 2100 मामले थे जो अब 9400 पर पहुंचने को है.

उन्होंने कहा, 'हमें लगता है कि गुजरात, मध्य प्रदेश और हरियाणा संक्रमण के मामले में परिवर्तन वाले बिंदु पर हैं. वहां अभी मामले नहीं बढ़े हैं. लेकिन मामलों की संख्या में वृद्धि के शुरुआती संकेत से हमने तीन बैठकें कीं जिसमें राज्यों से जांच, निगरानी, निषिद्ध क्षेत्र बढ़ाने को कहा गया.'

पढ़ें - कोविड-19 के बढ़ते मामले खतरे की घंटी, हर नागरिक तक पहुंचनी चाहिए वैक्सीन

भूषण ने संवाददाता सम्मेलन में सूचित किया कि बृहस्पतिवार दोपहर एक बजे तक कोविड-19 टीकों की 2,56,90,545 खुराकें दी गयी हैं. इनमें 67,86,086 बुजुर्ग और विभिन्न रोगों से ग्रस्त 45-60 उम्र समूह वाले लोग थे.

Last Updated : Mar 11, 2021, 7:49 PM IST
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