नई दिल्ली : 12 एपिसोड की सीरीज में पहली बार गिर (गुजरात) में फिल्माए गए शेरों के जीवन का एक आश्चर्यजनक अंदरूनी विवरण देने वाला वृत्तचित्र (डॉक्यूमेंट्री) 'द प्राइड किंगडम' वन्यजीव उत्साही और राज्यसभा सांसद परिमल नथवानी ने जारी किया गया. नथवानी के कार्यालय से सोमवार को एक बयान में कहा गया, 'यह देखना दिलचस्प है कि कहानी के नायक दो समान जुड़वां एशियाई शेर- भूरिया ब्रदर्स कैसे अपने क्षेत्र पर नियंत्रण करना जानते हैं.'
नथवानी द्वारा निर्मित और कुछ ही हफ्तों में गुजरात के गिर जंगल में फिल्माई गई सीरीज के एक एपिसोड में इन शेरों, एक तेंदुआ और अन्य जानवरों के अलग-अलग मूड को खूबसूरती से दर्शाया गया है. इसमें दर्शाया गया है कि शेर कैसे जंगल का शासक बन जाता है. डॉक्यूमेंट्री में एशियाई शेरों और उनके एकमात्र निवास गिर की अनकही कहानियां बताई गई हैं. साथ ही, शेरों के व्यवहार और मनुष्यों के साथ उनकी सांकेतिक बातचीत पर भी चर्चा की गई है.
वृत्तचित्र के बारे में बात करते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के निदेशक (कॉर्पोरेट मामलों) नथवानी ने कहा, 'यह युवा शावकों के पालन-पोषण और उन्हें गिर की रानी द्वारा शिकार करने के लिए दिए गए प्रशिक्षण पर जोर देता है. इसके अलावा यह दर्शाता है कि कैसे शेरनी अपने शावकों की रक्षा के लिए अपने जीवन को खतरे में डालती है और आदर्श मां के रूप में उनकी सेवा करती है. यह यह अद्वितीय 'लायन अस्पताल' पर भी प्रकाश डालता है, जो कि राजसी जानवर की देखभाल के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त एक सुविधा है.'
उन्होंने कहा, 'मैं नियमित रूप से 35 से अधिक वर्षो से गिर का दौरा कर रहा हूं. जो मुझे आकर्षित करता है, वह है एशियाई शेरों की शाही प्रकृति. गिर ही उनका एकमात्र निवास स्थान है. हालांकि हर साल हजारों पर्यटक गिर जाते हैं, फिर भी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस ओर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया है. इस वृत्तचित्र का उद्देश्य गिर में एशियाई शेरों की अनकही कहानियां बताना है.'
नथवानी ने कहा कि उन्होंने प्रकृति और वन्यजीवों के चमत्कारों की खोज करने की कोशिश की, और यह सीरीज दिखाती है कि कैसे गिर जंगल शेरों के लिए आदर्श आवास है. वह वन अधिकारियों, ट्रैकर्स, मालधारी और क्षेत्र के लोगों की मदद से गिर जंगल के शेरों की रक्षा के लिए विभिन्न मुद्दों को उठाते रहे हैं.
केंद्र सरकार ने दिसंबर 2022 तक आवंटित किए जाने वाले प्रोजेक्ट लायन के लिए 1,000 करोड़ रुपये के फंड को मंजूरी दे दी है. मई 2022 में गिर राष्ट्रीय उद्यान की अपनी यात्रा के दौरान केंद्रीय पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने गुजरात राज्य वन विभाग से पूछा था। अधिकारी एक रोड मैप तैयार करेंगे, जो अगले 25 वर्षो तक शेरों के आवास को बनाए रख सके. बयान में कहा गया है कि यह सीरीज जियो, यूट्यूब आदि जैसे विभिन्न प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगी.
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(IANS)