हैदराबाद: आंध्र प्रदेश के अपने शास्त्रीय नृत्य कुचिपुड़ी ने एक बार फिर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपनी जगह बनाई है. तकरीबन 3,782 कलाकारों ने भारतीय शास्त्रीय नृत्य कुचिपुड़ी को सात मिनट तक लयबद्ध तरीके से प्रस्तुत किया और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में जगह बनाई. रविवार को हैदराबाद के जीएमसी बालयोगी स्टेडियम में यह नृत्य प्रस्तुत किया गया था.
अलग-अलग हिस्सों से आए थे कलाकार : इस कार्यक्रम में शहर के अलग-अलग हिस्सों से कलाकारों ने भाग लिया. कलाकारों ने 'जनुता शबद' की थीम पर सात मिनट की लंबी नृत्य प्रस्तुति दी. राज्य के मंत्री जुपल्ली कृष्ण राव और सीताक्का ने नृत्य देखा और कलाकारों का उत्साह बढ़ाया. बता दें, फरवरी 2012 में भी ऐसी ही उपलब्धि हासिल की गई थी जब 5,900 नर्तकियों ने हैदराबाद में 'कुचिपुड़ी' नृत्य प्रदर्शन किया था.
बता दें, कलाकारों ने गुरु पसुमर्थी सेशुबाबू के संरक्षण में इस नृत्य की प्रैक्टिस की थी.इस कार्यक्रम में भारत कला अकादमी के संस्थापक अध्यक्ष केवी रमण राव, ललिता और अन्य ने गणमान्य लोगों ने भाग लिया था. आपकों बता दें 'कुचिपुड़ी नृत्य' की शुरुआत आंध्र प्रदेश के कुचिपुड़ी गांव से हुई है.
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स क्या है
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स सभी चीजों में रिकॉर्ड तोड़ने वाला एक प्राधिकरण है और इसके ऑफिस संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, चीन, जापान और संयुक्त अरब अमीरात में हैं. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अधिकारी निर्णायक भी होते हैं, जो दुनिया भर के रिकॉर्डों का सत्यापन करते हैं.