जलगांव: समाज में बेटा पाने की सोच आज भी लोगों में व्याप्त है. इसी सोच ने महाराष्ट्र के जलगांव में एक बच्ची की जान ले ली. जानकारी के अनुसार मामला जामनेर तालुका के हरिहर टांडा गांव का है, एक दंपति की पहले से ही दो बेटियां थीं, लेकिन पिता को बेटा चाहिए था. पत्नी ने जब तीसरे बच्चे को जन्म दिया, तो वह भी बेटी थी. इससे नाराज होकर उसने अपनी आठ की बच्ची की हत्या कर दी.
इतना ही नहीं बच्ची की हत्या करने के बाद उसने शव को ठिकाने भी लगा दिया, जिससे किसी को शक न हो. इस मामले में पुलिस ने आरोपी पिता के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है और उसे गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी की पहचान गोकुल गोटीराम जाधव (उम्र 30) के तौर पर हुई है. इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जामनेर तालुका के वाकोद के पास हरिनगर टांडा के निवासी गोकुल जाधव की दो बेटियां हैं.
शनिवार, 2 सितंबर को वाकोद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उसकी पत्नी ने तीसरे बच्चे को जन्म दिया, जोकि एक लड़की थी. अगले ही दिन रविवार को गोकुल ने अपनी बेटी की हत्या कर दी. पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी ने फरदापुर में सड़क के किनारे गड्ढा खोदकर उसके शव को दफना दिया. घटना के दस दिन बाद तक इस वारदात का खुलासा नहीं हुआ, लेकिन मामला तब सामने आया, जब आशा एएनएम दीदी बच्ची के जन्म का पंजीकरण करने आरोपी के घर पहुंची.
पुलिस ने बताया कि बीती 12 सितंबर को पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया और उसकी निशानदेही पर पुलिस ने 13 सितंबर को बच्ची का शव खोदकर निकाला. शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने आरोपी पिता के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.