नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पटना में विपक्ष की बैठक पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने स्वीकार कर लिया है कि वे अकेले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नहीं हरा सकते हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मान लिया है कि मोदी को हराने के लिए उन्हें दूसरों के समर्थन की आवश्यकता है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने आज बिहार के पटना में हो रही विपक्षी नेताओं की बैठक का जिक्र किया.
स्मृति ईरानी ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मैं विशेष रूप से कांग्रेस को सार्वजनिक रूप से यह घोषणा करने के लिए धन्यवाद देती हूं कि वे अकेले पीएम मोदी को नहीं हरा सकते हैं और ऐसा करने के लिए उन्हें दूसरों के समर्थन की आवश्यकता है. ईरानी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि यह हास्यास्पद है कि कांग्रेस के राज में ऐसे राजनेता इकट्ठा हो गए हैं जिन्होंने आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की हत्या का नजारा खुद देखा था. उन्होंने कहा कि यह हास्यास्पद है कि वे लोग एकजुट हो रहे हैं जो देश को संकेत देना चाहते हैं कि उनकी अपनी क्षमताएं मोदीजी के सामने अपर्याप्त हैं.
बहुप्रतीक्षित विपक्ष की बैठक बिहार के पटना में शुरू हो गई है. इसकी मेजबानी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर रहे हैं, जिसका उद्देश्य 2024 के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मुकाबला करने के लिए एक संयुक्त विपक्षी मोर्चा बनाने के लिए आम सहमति बनाना है. विपक्ष ने अपनी बैठक के लिए पटना को चुना क्योंकि 1974 में जयप्रकाश नारायण ने यहीं से संपूर्ण क्रांति का आह्वान किया था. जिसने इंदिरा गांधी की बहुमत वाली सरकार को गिरा दिया था.
बैठक से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भारत में विचारधारा की लड़ाई चल रही है. एक तरफ कांग्रेस पार्टी की 'भारत जोड़ो' विचारधारा है. दूसरी तरफ आरएसएस और बीजेपी की 'भारत तोड़ो' विचारधारा है. राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का डीएनए बिहार में है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को हराने के लिए विपक्षी दल एक साथ आए हैं.