हैदराबाद : तेलंगाना में पिछले एक सप्ताह में कोविड-19 के मामलों में पांच गुना वृद्धि ने स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंता में डाल दिया है. यहां तीसरी लहर की आशंका पैदा हो गई है.
ओमीक्रोन मामलों (Omicron cases) की बढ़ती संख्या चिंता को बढ़ा रही है और इस स्थिति से महामारी के प्रसार को रोकने के लिए नए प्रतिबंध लगने की संभावना है. पिछले सप्ताह कोरोना के मामले जो करीब 200 आ रहे थे, मंगलवार को इनकी संख्या 1052 हो गई. 24 घंटे में संक्रमण दोगुने से ज्यादा हो गया. राज्य में सोमवार को 482 मामले सामने आए थे. पिछले हफ्ते दिसंबर से रोजाना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है.
31 दिसंबर को 317 मामले सामने आए थे
राज्य ने 31 दिसंबर को 317 मामले दर्ज किए थे. अगले दिन यह संख्या घटकर 311 और 2 जनवरी को 274 हो गई, लेकिन यह छुट्टियों के कारण कम परीक्षण किए जाने के कारण था. छह महीने से अधिक समय के बाद, राज्य ने एक ही दिन में 1,000 से अधिक मामले दर्ज किए. पिछली बार 1,000 से अधिक मामले 26 जून, 2021 को दर्ज किए गए थे, जब दूसरी लहर घट रही थी.
सकारात्मकता दर दो प्रतिशत से ज्यादा
कोरोना मामलों की सकारात्मकता दर (Positivity rate) जो एक सप्ताह पहले लगभग 0.50 प्रतिशत थी, अब बढ़कर दो प्रतिशत से अधिक हो गई है. सक्रिय मामलों की संख्या भी बढ़कर 4,858 हो गई है. स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि यह संख्या भी पिछले एक सप्ताह में दोगुने से अधिक हो गई है.
रिकवरी रेट 98.70 फीसदी
स्वस्थ्य होने की दर जो कुछ दिन पहले लगभग 99 फीसदी तक पहुंच गई थी, अब गिरकर 98.70 फीसदी हो गई है. मंगलवार को रिपोर्ट किए गए नए संक्रमणों में ग्रेटर हैदराबाद और उसके आस-पास के दो जिलों में 84 प्रतिशत का योगदान है. अकेले ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) ने 659 मामलों की सूचना दी. 29 दिसंबर को जीएचएमसी में दैनिक गिनती केवल 121 थी और तब से इसमें तेज वृद्धि हुई है.
लॉकडाउन लगाने से किया था इनकार
मलकाजगिरी में 116, रंगारेड्डी में 109 केस दर्ज हुए. इन शहरी जिलों में भी दैनिक संख्या में 100 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि देखी गई. राज्य की राजधानी और आसपास के इलाकों में बड़े उछाल को लोगों की अधिक आवाजाही और कोविड मानदंडों के सख्त पालन की कमी के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि सरकार ने आदेश जारी किया है कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने वालों पर 1,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा, लेकिन इस नियम का सख्ती से पालन नहीं किया जा रहा है. लोग सामाजिक दूरी के मानदंडों का पालन नहीं कर रहे हैं. शादियों और अन्य समारोहों में बड़ी संख्या में लोग जुट रहे हैं. वर्तमान में राज्य में राजनीतिक, धार्मिक और सांस्कृतिक उद्देश्यों के लिए केवल रैलियां, सार्वजनिक सभाएं और सार्वजनिक सभाएं प्रतिबंधित हैं. मामलों में तेजी से हो रही वृद्धि अधिकारियों को कुछ अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने के लिए मजबूर कर सकती है.
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गौरतलब है कि दो दिन पहले, अधिकारियों ने लॉकडाउन या रात का कर्फ्यू लगाने से इनकार किया था. उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार राज्य की मौजूदा स्थिति में लॉकडाउन की घोषणा करने की जरूरत नहीं है.
(IANS)