नई दिल्ली: तेलंगाना के पूर्व बीजेपी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद के. लक्ष्मण ने कहा कि तेलंगाना की जनता बीआरएस के भ्रष्टाचार और परिवारवाद की राजनीति से तंग आ चुकी है, वह बदलाव चाहती है इसलिए तेलंगाना की जनता इसबार बीजेपी को एक मौका जरूर देगी.
उन्होंने कहा कि बीआरएस ने जिस तरह का भ्रष्टाचार पूरे राज्य में फैलाया है उससे जनता त्रस्त है, उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं को रोजगार देने की बात कही गई थी लेकिन युवाओं को नौकरी तो दूर कोई सुविधाएं भी नही मिल रहीं.
उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से नौ साल के कार्यकाल में नरेंद्र मोदी की सरकार ने तेलंगाना में जितनी विकास परियोजनाएं दी हैं, राज्य बनने से पहले और बाद में किसी भी पार्टी की सरकार ने नहीं दी थीं.
उन्होंने कहा कि तेलंगाना की सरकार सिर्फ परिवार की सरकार बनकर रह गई है. उन्होंने कांग्रेस पर भी आरोप लगाए. के. लक्ष्मण ने कहा कि कांग्रेस ने बड़े-बड़े झूठे वादे किए मगर कुछ नही किया, सिर्फ जनता को गुमराह किया.
उन्होंने कहा कि जैसे कांग्रेस में परिवारवाद है वैसे ही बीआरएस पार्टी में भी परिवारवाद है. केसीआर उनके बाद बेटा, बेटी, उनके बेटे-बेटी बस ऐसे ही पार्टी चलती है और सरकार भीं ऐसे ही चलती रहती है, जबकि बीजेपी में पार्टी लोकतांत्रिक व्यवस्था पर काम करतीं है.
'कांग्रेस मुकाबले में नहीं' : इस सवाल पर कि तेलंगाना में बीजेपी का मुकाबला कांग्रेस से है या बीआरएस से? बीजेपी सांसद के.लक्ष्मण ने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह खत्म हो चुकी है, बीजेपी का मुकाबला बीआरएस से है. कांग्रेस मुकाबले में ही नहीं है.
इस सवाल पर कि क्या बीजेपी किंगमेकर की भूमिका में आ पाएगी. तेलंगाना के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान बीजेपी ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष के. लक्ष्मण का कहना कि बीजेपी किंग मेकर नही बल्कि राज्य में सत्ता में आएगी. तीसरी बार सत्ता में आने की ख्वाब देख रहे केसीआर को जनता इसबार सत्ता में नही आने देगी.
इस सवाल पर कि मुस्लिम आरक्षण को खत्म करने की बात बीजेपी ने तेलंगाना में कही है, पार्टी को इसका नुकसान होगा या फायदा? उन्होंने कहा कि बीजेपी कोई भी फैसला नफा-नुकसान देखकर नही करती, आखिर समुदाय या किसी एक धर्म को आरक्षण क्यों मिले.
जातिगत जनगणना की मांग पर ये बोले : इस सवाल पर कि पूरे देश में जातिगत जनगणना की मांग उठ रही क्या बीजेपी कोई ओबीसी सर्वे भविष्य में करवाने की अंदरखाने तैयारी कर रही है? ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष के. लक्ष्मण ने कहा कि 'हमारी सरकार ने ओबीसी समुदाय के लिए काफी कुछ किया है. बाकी पार्टियां सिर्फ चुनाव देखकर ओबीसी को याद कर रहीं जबकि जब से केंद्र में मोदी सरकार आई है लगातार ओबीसी के लिए कई योजनाएं दी गईं. ओबीसी बोर्ड को मान्यता और संवैधानिक दर्जा दिया गया. मोदी कैबिनेट में भी बड़ी संख्या में ओबीसी मंत्री हैं. मगर ये इंडिया एलायंस के लोग तेलंगाना में धर्म के नाम पर राजनीति कर रहे और इसबार जनता उन्हें चुनाव में जवाब देगी. उन्होंने कहा कि पांच राज्यों में तमाम ओबीसी वोटर्स उनकी पार्टी के साथ हैं इसलिए जातिगत जनगणना का राग छेड़ने से भी उनको फायदा होने वाला नहीं.
'कोई अंदरूनी कलह नहीं': इस सवाल पर कि क्या तेलंगाना बीजेपी में सबकुछ ठीक है, जिस तरह बंदी संजय आक्रामक तेवर से प्रदेश के अध्यक्ष के तौर पर यात्रा निकाल रहे थे उन्हें जनसमर्थन के बावजूद हटाकर जी किशन रेड्डी को बनाया गया. ऐसा आखिर करने की जरूरत पार्टी को क्यों पड़ी. इसका जवाब देते हुए पार्टी के नेता के. लक्ष्मण ने कहा कि 'पार्टी ने उन्हें मात्र एक राज्य में नहीं सीमित किया अब उन्हें राष्ट्रीय पद दिया गया है ताकि उनकी लोकप्रियता और अनुभव का बाकी राज्यों में भी फायदा हो. जिस तरह जब पार्टी ने उन्हें तेलंगाना के अध्यक्ष पद से हटाया तो उन्हे ओबीसी मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष और संसदीय बोर्ड का सदस्य बनाया गया, इसलिए पार्टी अपने लोकप्रिय नेताओं का पूरा ख्याल रखती है और उनके अनुभव का पूरा इस्तेमाल करती है.' उन्होंने दावा किया कि तेलंगाना में कोई अंदरूनी कलह नहीं है.