हैदराबाद : तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (telangana cm kcr) ने कहा कि राज्य सरकार, राज्य के विभिन्न हिस्सों में फैले पुराने बौद्ध मंदिरों को पुनर्जीवित कर तेलंगाना से दुनिया भर में गौतम बुद्ध की शिक्षाओं के प्रसार के लिए कार्य योजना लागू कर रही है.
उन्होंने कहा कि तेलंगाना की धरती पर बौद्ध धर्म का प्रसार सभी के लिए गर्व का विषय है. उन्होंने कहा कि तेलंगाना के सामाजिक जीवन और संस्कृति की जड़ें बौद्ध धर्म में गहराई से जुड़ी हुई हैं. कृष्णा नदी और गोदावरी नदियों के तट पर बने बौद्ध स्थल हजारों साल पुराने हैं, जो तेलंगाना में बौद्ध धर्म के प्रसार के प्रमाण हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा नागार्जुन सागर में अंतरराष्ट्रीय मानकों के साथ विकसित किया गया 'बुद्धावानाम' दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है.
मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गौतम बुद्ध की शिक्षाओं का अभ्यास करने से मानव जाति को यूटोपियन जीवन प्राप्त करने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध द्वारा सिखाए गए प्रकृति, प्रेम, करुणा, अहिंसा के साथ सद्भाव में रहने का ज्ञान आज के समाज के लिए अनिवार्य है.
केसीआर ने कहा कि उस भूमि पर रहना हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है जहां से बुद्ध ने 2500 साल पहले मानवता की पूरी दुनिया को शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के महान सिद्धांतों की शिक्षा दी थी.
उन्होंने कहा कि रंग, लिंग, जाति आदि के आधार पर भेदभाव और घृणा के खिलाफ महान दृष्टि और दार्शनिक ज्ञान के साथ भगवान बुद्ध द्वारा प्रचारित सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक सिद्धांत अमर हैं. बुद्ध की शिक्षाएं तब तक प्रासंगिक रहेंगी जब तक मानव समाज रहेगा. सीएम ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास कर रही है कि तेलंगाना के लोग सभी क्षेत्रों में खुशी से रहें.
(आईएएनएस)