मेडक : इस समय हर कोई टमाटर की कीमतों के बारे में बात कर रहा है. इसकी वजह ये है कि टमाटर के दाम पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गए हैं. टमाटर महंगा होने के बाद से इसकी चोरी के भी मामले सामने आए हैं, जिसके बाद कुछ किसानों ने तो फसल सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए हैं. वहीं, टमाटर की वजह से कुछ लोग कुछ ही समय में करोड़पति बन गए हैं.
ऐसा ही मामला तेलंगाना का है. मेडक जिले के मोहम्मदनगर गांव के बंसुवाड़ा महिपाल रेड्डी ने टमाटर की मांग का अनुमान लगाकर अच्छा मुनाफा कमाया है. महिपाल रेड्डी के पास अपने पैतृक गांव में 20 एकड़ जमीन है, वहीं कौडिपल्ली में 55 एकड़ और मुत्राजीपल्ली में 25 एकड़ जमीन पर खेती की जाती है. उन्हें विभिन्न फसलों की खेती के तरीकों और मार्केटिंग के बारे में अच्छी जानकारी है.
साथ ही वह दूसरे राज्यों और क्षेत्रों में जाकर खेती के बारे में जानकारी करते रहते हैं. वह कुल 100 एकड़ में से 60 एकड़ में छोटे चावल की खेती करते हैं और शेष 40 एकड़ में टमाटर, शिमला मिर्च, बैंगन, लौकी और करेला जैसी सब्जियां उगाते हैं.
हर साल जून और जुलाई के महीनों में, इस उम्मीद के साथ कि टमाटर की कीमत बढ़ेगी, महिपाल रेड्डी उस समय फसल की खेती करते हैं. कौड़ीपल्ली गांव के बाहरी इलाके में 8 एकड़ जमीन पर, मल्चिंग, शेड नेट और स्टैकिंग सहित कई आधुनिक तरीकों का उपयोग करके टमाटर उगाए गए. ड्रिप सिंचाई के साथ पानी के नल उपलब्ध कराए गए. 15 अप्रैल को साहू प्रजाति के बीज बोए गए. दो महीने बाद 15 जून से पैदावार शुरू हो गई.
25 किलो टमाटर की एक पेटी की कीमत 2300 से 2500 रुपये है. अब तक 7 हजार पेटी उपज बिक चुकी है. इस तरह से वह लगभग डेढ़ करोड़ रुपये कमा चुके हैं. महिपाल ने बताया कि उन्होंने 30 लाख रुपये से अधिक का निवेश किया है. उन्होंने बताया कि अगले एक माह तक 5 हजार पेटी तक पैदावार होने की संभावना है.