नई दिल्ली/पटना : छात्र राजद (RJD Student Wing) के अध्यक्ष रहे आकाश यादव (Akash yadav) ने शुक्रवार को दिल्ली में लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) का दामन थाम लिया है. केंद्रीय मंत्री एवं लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस (Pashupati Paras) एवं बिहार लोजपा के अध्यक्ष प्रिंस राज (Prince Raj) की मौजूदगी में वह लोजपा में शामिल हो गए. अपने समर्थकों के साथ उन्होंने लोजपा की सदस्यता ली. इस दौरान पार्टी के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी भी मौजूद रहे. इतना ही नहीं आकाश यादव को युवा लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है.
पार्टी में शामिल होने के बाद आकाश यादव ने कहा कि राजद को मैंने बिहार के हर जिले में मजबूत करने का काम किया. विधानसभा चुनाव में राजद के कई उम्मीदवारों को हमने अपनी टीम के साथ कड़ी मेहनत कर जिताने का काम किया. कोरोना संकट में गरीबों को राजद के तरफ से हम लोगों ने मुफ्त राशन बांटा, लेकिन हमें बेइज्जत करके, हमारे संघर्षों की अनदेखी करके हमें राजद से बाहर कर दिया गया.
उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने हमें निकाल दिया. हम बिना किसी शर्त के लोजपा में आए हैं. हम पार्टी को पूरे बिहार में मजबूत करने का काम करेंगे. हमारी टीम मजबूती से लोजपा के लिए काम करेगी. राजद के और भी अन्य युवा नेताओं को हम पार्टी में लाएंगे. मैं धन्यवाद देता हूं कि मुझे युवा लोजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है. मैं सभी की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करूंगा.
बता दें कि आकाश यादव तेज प्रताप यादव के सबसे करीबी माने जाते थे. आकाश यादव से जब यह पूछा गया कि क्या आप तेजप्रताप को भी लोजपा में लाएंगे? क्योंकि राजद में उनकी चल नहीं रही है. उनकी भी अनदेखी की जा रही है. इस पर आकाश ने कहा कि जो भी राजद में मजबूत युवा नेता हैं. हम सब को लाने का प्रयास करेंगे.
वहीं इस संबंध में बिहार लोजपा प्रिंस राज पासवान का कहना है, 'आकाश यादव के लोजपा में आने से पार्टी को बिहार में मजबूती मिलेगी. युवाओं का जमाना है. युवा टीम मजबूती से पार्टी के लिए बिहार में काम करेगी. हम लोग भी इनकी हर संभव मदद करेंगे.'
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बता दें कि कुछ दिन पहले ही आकाश यादव को छात्र राजद के अध्यक्ष पद से बिहार राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने हटा दिया था. इसके बाद लालू के बड़े बेटे एवं राजद विधायक तेज प्रताप यादव काफी नाराज हुए थे. उन्होंने जगदानंद सिंह पर जमकर निशाना भी साधा था. आकाश यादव का उन्होंने बचाव किया था. उनकी काफी तारीफ भी की थी कि वह बहुत ही मेहनती नेता थे, लेकिन इसके बावजूद तेज प्रताप की नहीं सुनी गई. आकाश यादव तेज प्रताप यादव के सबसे करीबी नेता थे.
गौरतलब है कि लोजपा दो खेमों में बंटी हुई है. कुछ दिन पहले ही पार्टी में बड़ी टूट हुई थी. एक खेमा चिराग पासवान का दूसरा खेमा पशुपति पारस का है. दोनों गुटों का दावा है कि असली लोजपा वे हैं. मामला अभी चुनाव आयोग में है. आकाश यादव ने लोजपा पारस गुट का दामन थामा है.