भोपाल। एक तरफ नगर निगम के चुनाव है और दूसरी और जून के दूसरे सप्ताह से स्कूलों में नया शिक्षा सत्र शुरू होने वाला है, ऐसे में शिक्षकों की चुनावी ड्यूटी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चिंता जाहिर की है. नेशनल अचीवमेंट सर्वे 2021 में मध्य प्रदेश को पांचवा स्थान मिला है, (Teacher honor ceremony in bhopal) इसी को लेकर एक कार्यक्रम भोपाल के मिंटो हॉल में आयोजित किया गया जिसमें मुख्यमंत्री ने इस उपलब्धि के लिए शिक्षा विभाग के साथ शिक्षकों को बधाई दी. इसके अलावा कार्यक्रम के दौरान उन्होंने खुद के मास्टर बनने की इच्छा जाहिर की है.(CM Shivraj Said I Will Go to School)
सीएम ने स्कूल शिक्षा विभाग से मांगी इजाजत: सीएम शिवराज ने कहा कि "नए शिक्षा सत्र में बच्चों का ज्यादा से ज्यादा प्रवेश हो, इस पर ध्यान देने की जरूरत है. शिक्षक बच्चों को स्कूलों में मौजूद रहकर उनका उत्साहवर्धन करें." वहीं चुनाव में शिक्षकों की ड्यूटी को लेकर शिवराज ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि "चुनाव कई चीजें को अक्कसर गड़बड़ा देता है, शिक्षकों की ड्यूटी चुनाव में लगा दी जाती है जिससे बड़ी गड़बड़ हो जाती हैं. इसलिए लोगों और समाज को स्कूल से जोड़ना होगा, तभी सरकारी स्कूल और बेहतर करने की स्थिति में होंगे. इसके लिए सभी को आगे आना होगा. मैं खुद महीने में दो दिन स्कूल में पढ़ाने के लिए जाना चाहता हूं, इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग से इजाजत मांगता हूं."
समाज में बदलाव के लिए सीएम बने खिलौने वाले: शिवराज ने कहा कि "इस मामले में समाज को आगे आने की जरूरत है, हमने आंगनबाड़ियों के लिए ठेले पर सामान इकट्ठा किया, विपक्ष ने इसका मजाक बनाया, लेकिन जो रकम मिली उतना तो हम बजट में भी बढ़ा सकते थे, पर समाज में जागरूकता आए इसके लिए यह काम किया गया है."
शिक्षक और गुरु जी आंदोलनकारी बने: शिवराज ने कहा कि "पुरानी सरकारों ने गुरुजी को 500 रूपये मानदेय दिया और ऐसी व्यवस्था बना दी कि अब वह शिक्षक पढ़ाने की जगह आंदोलनकारी बन गए, इसके लिए सरकारी शिक्षा के प्रति धारणा बदलने की जरूरत है. जिससे लोगों को भी बदलना होगा और शिक्षकों को भी."
अच्छा काम करने वाले शिक्षकों की हो वेतन वृद्धि: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि "नए अचीवमेंट सर्वे में हमें अब 5वें स्थान की जगह पहला स्थान हासिल करना है. पिछली बार हम 17वें स्थान पर थे, अब हम शिक्षकों की मेहनत से पांचवें स्थान पर आए हैं, ऐसे में बेहतर परफॉर्मेंस करने वाले शिक्षकों को पुरस्कृत करने की भी एक योजना बनाई जाए. साथ ही ऐसा मैकेनिज्म हो कि अच्छा काम करने वाले शिक्षकों की वेतन वृद्धि के साथ अन्य सुविधाएं उन्हें दी जाएं."