ETV Bharat / bharat

कर्नाटक में ट्री हाउस, जहां मनोरंजन के साथ बच्चे करते हैं होमवर्क - C.S.Satish

ऑनलाइन क्लास के लिए गांव में रहने वाले बच्चों के लिए जहां नेटवर्क कनेक्टिविटी एक समस्या बनी हुई है. वहीं, कर्नाटक के एक शिक्षक सीएस सतीश (C.S.Satish) ने बच्चों को पढ़ाने के लिए अनोखा तरीका निकाला है. उन्होंने अच्छी नेटवर्क कनेक्टिविटी के लिए 'ट्री हाउस' (Tree House) तैयार किया है.

कर्नाटक में ट्री हाउस
कर्नाटक में ट्री हाउस
author img

By

Published : Jul 1, 2021, 3:21 PM IST

कोडागु : कोरोना वायरस (Corona Virus) की वजह से बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लास (Online Classes) चल रही है. लेकिन इन सुविधाओं का लाभ शहरों में रहने वाले बच्चे ही ले पाते हैं. गांव में रहने वाले बच्चों को इस सुविधा का लाभ शायद ही मिल पाता है. कई गांवों में नेटवर्क कनेक्टिविटी (network connectivity) नहीं होने की वजह से बच्चों की पढ़ाई आधी-अधूरी हो रही है. ऐसे में कर्नाटक के एक शिक्षक सीएस सतीश (C.S.Satish) ने बच्चों को पढ़ाने के लिए अनोखा तरीका निकाला है. उन्होंने बच्चों के लिए 'ट्री हाउस' (Tree House) तैयार किया है.

सतीश कोडागु जिले के मुल्लूर गांव में जूनियर प्राइमरी स्कूल के शिक्षक हैं. उन्होंने छात्रों के लिए 20 फीट ऊंचा ट्री हाउस बनाया है. चिक्कुकोलाथुर गांव के हर घर से बच्चे इस ट्री हाउस में ऑनलाइस क्लास और ह्वाट्सएप (Whatsapp) पर होमवर्क कर पा रहे हैं.

मनोरंजन के साथ बच्चे करते हैं होमवर्क

पढ़ें : ओडिशा की मोना बिश्वरूपा को मिला दुबई का 'गोल्डन वीजा', मुख्यमंत्री ने दी बधाई

इस ट्री हाउस को बरगद के पेड़ (Malabar sagopalm) पर बांस, तार, नेट और घास से तैयार किया गया है. इसके अलावा पांच सौ रुपये का एक मोबाइल स्टैंड और एक रिकॉर्डर भी खरीदा है.

बच्चों की पढ़ाई के लिए तीन तरह के ब्लैकबोर्ड और घरेलू सामानों का उपयोग किया गया है. पढ़ाई के अलावा, यहां योग, इनडोर गेम्स, स्टोरी टेलिंग जैसे एक्टिविटीज कराई जाती है, जिससे बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ मनोरंजन भी हो.

इस बारे में सतीश कहते हैं कि गांव में नेटवर्क समस्या के कारण बच्चे पहले ही अपनी पढ़ाई में पीछे रह गए हैं. इसलिए मैंने इस ट्री हाउस को बनाया है, जहां अच्छी नेटवर्क की सुविधा उपलब्ध है. इस घर को बनाने के लिए मैंने कुछ घरेलू चीजों का इस्तेमाल किया है.

कोडागु : कोरोना वायरस (Corona Virus) की वजह से बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लास (Online Classes) चल रही है. लेकिन इन सुविधाओं का लाभ शहरों में रहने वाले बच्चे ही ले पाते हैं. गांव में रहने वाले बच्चों को इस सुविधा का लाभ शायद ही मिल पाता है. कई गांवों में नेटवर्क कनेक्टिविटी (network connectivity) नहीं होने की वजह से बच्चों की पढ़ाई आधी-अधूरी हो रही है. ऐसे में कर्नाटक के एक शिक्षक सीएस सतीश (C.S.Satish) ने बच्चों को पढ़ाने के लिए अनोखा तरीका निकाला है. उन्होंने बच्चों के लिए 'ट्री हाउस' (Tree House) तैयार किया है.

सतीश कोडागु जिले के मुल्लूर गांव में जूनियर प्राइमरी स्कूल के शिक्षक हैं. उन्होंने छात्रों के लिए 20 फीट ऊंचा ट्री हाउस बनाया है. चिक्कुकोलाथुर गांव के हर घर से बच्चे इस ट्री हाउस में ऑनलाइस क्लास और ह्वाट्सएप (Whatsapp) पर होमवर्क कर पा रहे हैं.

मनोरंजन के साथ बच्चे करते हैं होमवर्क

पढ़ें : ओडिशा की मोना बिश्वरूपा को मिला दुबई का 'गोल्डन वीजा', मुख्यमंत्री ने दी बधाई

इस ट्री हाउस को बरगद के पेड़ (Malabar sagopalm) पर बांस, तार, नेट और घास से तैयार किया गया है. इसके अलावा पांच सौ रुपये का एक मोबाइल स्टैंड और एक रिकॉर्डर भी खरीदा है.

बच्चों की पढ़ाई के लिए तीन तरह के ब्लैकबोर्ड और घरेलू सामानों का उपयोग किया गया है. पढ़ाई के अलावा, यहां योग, इनडोर गेम्स, स्टोरी टेलिंग जैसे एक्टिविटीज कराई जाती है, जिससे बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ मनोरंजन भी हो.

इस बारे में सतीश कहते हैं कि गांव में नेटवर्क समस्या के कारण बच्चे पहले ही अपनी पढ़ाई में पीछे रह गए हैं. इसलिए मैंने इस ट्री हाउस को बनाया है, जहां अच्छी नेटवर्क की सुविधा उपलब्ध है. इस घर को बनाने के लिए मैंने कुछ घरेलू चीजों का इस्तेमाल किया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.