नई दिल्ली : मेघालय और त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल और पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता तथागत रॉय ने मंगलवार को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और राज्य इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष पर निशाना साधते हुए कहा कि फिल्म और टीवी के अभिनेताओं व अभिनेत्रियों, जिनका राजनीति से कभी कोई लेना-देना नहीं रहा, उन्हें टिकट नहीं दिया जाना चाहिए था. रॉय ने लगतार कई ट्वीट कर विजयवर्गीय और घोष से सवाल किया कि इन महिलाओं (अभिनेत्रियों) के पास कौन से महान गुण हैं, जिनके लिए उन्हें टिकट दिया गया था.
उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, 'फिल्म और टीवी कलाकार जिनका राजनीति से कभी कोई लेना-देना नहीं था, उन्हें मात्र भाजपा ने, भाजपा की चुनाव प्रबंधन टीम ने पर्णो मित्रा (बारानगर), श्राबंती चटर्जी (बेहाला पश्चिम), पायल सरकार (बेहाला पूर्व) को टिकट दे दिया.'
रॉय ने कहा कि ये महिलाएं राजनीतिक रूप से इतनी 'मूर्ख' थीं कि वे चुनाव से एक महीना पहले टीएमसी के प्लेबॉय-राजनेता मदन मित्रा के साथ स्टीमर पर सैर करने गई थीं और उनके साथ सेल्फी खिंचवाई थी.
उन्होंने कहा, 'इन सभी को हराया गया. कैलाश विजयवर्गीय, दिलीप घोष एंड कंपनी को जवाब देना चाहिए कि इन महिलाओं में कौन से महान गुण थे?'
उन्होंने आगे लिखा, 'यह नहीं भूलना चाहिए कि भाजपा का चुनावी टिकट चुनाव संचालन के लिए पर्याप्त धन देता है या अन्य उद्देश्यों के लिए?'
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, 'भूल सुधार : तनुश्री चक्रवर्ती, न कि पर्णो मित्रा ने मदन मित्रा के साथ सेल्फी ली. त्रुटि पर पछतावा है.'
रॉय ने मतदान के बाद टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा का जिक्र करते हुए कहा, 'भाजपा कार्यकर्ताओं ने शिकायत की है कि टीएमसी के शौकत मोल्ला उनके घरों में आग लगा रहे हैं, तोड़फोड़ कर रहे हैं और उनकी संपत्ति लूट रहे हैं. ये कार्यकर्ता कैलाश विजयवर्गीय, शिव प्रकाश, अरविंद मेनन को पुकार रहे हैं. चुनाव हारते ही आपका कर्तव्य पूरा हो गया? नहीं.'
उन्होंने कहा, 'अजीबोगरीब, कार्यकर्ता मुझसे कह रहे हैं कि आकर बचा लीजिए. दिलीप घोष को नहीं, महासचिवों में से किसी को भी नहीं. पार्टी में मेरी कोई आधिकारिक जिम्मेदारी नहीं है और इस तरह मैं असहाय हूं.'
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