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महाराष्ट्र : पैसों के लिए 'मर गई मां की ममता', तांत्रिक को सौंप दी बेटी

करोड़ों रुपये के लालच में एक मां ने अपनी ही बेटी पर काला जादू कराया. तांत्रिक बाबा ने महिला को काला जादू से पैसे दिलवाने का दावा किया था, जिसके बाद लालची महिला ने अपनी बेटी पर ही काला जादू किया. पढ़े पूरी खबर...

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Published : Apr 9, 2021, 9:09 PM IST

मर गई मां की ममता
मर गई मां की ममता

नागपुर (महाराष्ट्र) : वार्धा जिले में एक युवती के शारीरिक और मानसिक रूप से उत्पीड़न का मामला सामने आया है. खास बात यह है कि युवती की मां ने रुपयों के लालच में तांत्रिक बाबा के साथ मिलकर ऐसा किया.

इस मामले में रामनगर पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों में से एक पीड़िता की रिश्तेदार और दूसरा बालु मंगरुतकर है.

बताया जाता है कि तांत्रिक बाबा ने युवती के परिवार को अपने काले जादू की मदद से 80 करोड़ रुपये दिलाने का दावा किया था. इसी लालच में पीड़िता की मां ने अपनी बेटी तांत्रिक को सौंप दी थी.

पुलिस के मुताबिक अपने दावे को सच साबित करने के लिए तांत्रिक पूरे एक साल तक तंत्र क्रियाएं कराता रहा. साथ ही युवती की आंखों पर पट्टी बांधकर उसका शारीरिक उत्पीड़न करता रहा.

युवती की मां एक दुकान में काम करती थी जहां उसकी मुलाकात अन्य एक महिला से हुई जिसने उसे तांत्रिक बाबा के बारे में बताया. यह भी बताया कि वह युवती की पूजा करेगा और काला जादू कर रुपये दिलवाएगा.

पढ़ेंः कर्नाटक : नाबालिग के साथ 30 से अधिक दरिंदों ने किया दुष्कर्म, दर्जनों गिरफ्तार

पैसों के लालच में महिला ने हामी भर दी. तांत्रिक ने महिला को बताया कि युवती के शरीर में वह अन्य एक प्रेत का निवास कराकर पैसे निकलवाएगा. जिसके चलते एक साल तक तांत्रिक बाबा द्वारा युवती का शारीरिक उत्पीड़न होता रहा.

पुलिस के आगे पीड़िता ने किया मामले का खुलासा

एक दिन मौका देखकर पीड़ित युवती तांत्रिक के चंगुल से भाग निकली. पीड़िता के परिवार ने बेटी के लापता होने का मामला रामनगर थाने में दर्ज कराया.

पुलिस ने मामले की जांच करते हुए युवती का पता लगाया और उसे थाने लेकर आई जहां पीड़िता ने तांत्रिक की करतूत और परिवार की साजिश का पर्दाफाश किया. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने एक और मामला दर्ज किया.

यह भी पढ़ेंः देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों पर चिंता दर्शाती हैं दो शीर्ष स्तर की बैठकें

पीड़िता की मां और तांत्रिक के बीच कोड वर्ड में बातें होती थीं. तांत्रिक को वह 'डॉक्टर' बुलाती थी जबकि पीड़िता को 'कुवारा पेपर', 'विधवा पेपर', 'डीआर' जैसे नाम लेकर पुकारती थी.

अंधविश्वास के उन्मूलन के लिए कार्य करने वाली अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने लोगों से अपील की है कि इस प्रकार के अपराधों के बारे में समिति या पुलिस से संपर्क करें.

समिति के युवा शाखा के संयोजक पंकज वंजारी ने मामले की गहन जांच की मांग की है. साथ ही उन्होंने महिलाओं से भी निवेदन किया कि वे इस प्रकार के आपराधिक मामलों से खुद को दूर रखें.

नागपुर (महाराष्ट्र) : वार्धा जिले में एक युवती के शारीरिक और मानसिक रूप से उत्पीड़न का मामला सामने आया है. खास बात यह है कि युवती की मां ने रुपयों के लालच में तांत्रिक बाबा के साथ मिलकर ऐसा किया.

इस मामले में रामनगर पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों में से एक पीड़िता की रिश्तेदार और दूसरा बालु मंगरुतकर है.

बताया जाता है कि तांत्रिक बाबा ने युवती के परिवार को अपने काले जादू की मदद से 80 करोड़ रुपये दिलाने का दावा किया था. इसी लालच में पीड़िता की मां ने अपनी बेटी तांत्रिक को सौंप दी थी.

पुलिस के मुताबिक अपने दावे को सच साबित करने के लिए तांत्रिक पूरे एक साल तक तंत्र क्रियाएं कराता रहा. साथ ही युवती की आंखों पर पट्टी बांधकर उसका शारीरिक उत्पीड़न करता रहा.

युवती की मां एक दुकान में काम करती थी जहां उसकी मुलाकात अन्य एक महिला से हुई जिसने उसे तांत्रिक बाबा के बारे में बताया. यह भी बताया कि वह युवती की पूजा करेगा और काला जादू कर रुपये दिलवाएगा.

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पैसों के लालच में महिला ने हामी भर दी. तांत्रिक ने महिला को बताया कि युवती के शरीर में वह अन्य एक प्रेत का निवास कराकर पैसे निकलवाएगा. जिसके चलते एक साल तक तांत्रिक बाबा द्वारा युवती का शारीरिक उत्पीड़न होता रहा.

पुलिस के आगे पीड़िता ने किया मामले का खुलासा

एक दिन मौका देखकर पीड़ित युवती तांत्रिक के चंगुल से भाग निकली. पीड़िता के परिवार ने बेटी के लापता होने का मामला रामनगर थाने में दर्ज कराया.

पुलिस ने मामले की जांच करते हुए युवती का पता लगाया और उसे थाने लेकर आई जहां पीड़िता ने तांत्रिक की करतूत और परिवार की साजिश का पर्दाफाश किया. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने एक और मामला दर्ज किया.

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पीड़िता की मां और तांत्रिक के बीच कोड वर्ड में बातें होती थीं. तांत्रिक को वह 'डॉक्टर' बुलाती थी जबकि पीड़िता को 'कुवारा पेपर', 'विधवा पेपर', 'डीआर' जैसे नाम लेकर पुकारती थी.

अंधविश्वास के उन्मूलन के लिए कार्य करने वाली अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने लोगों से अपील की है कि इस प्रकार के अपराधों के बारे में समिति या पुलिस से संपर्क करें.

समिति के युवा शाखा के संयोजक पंकज वंजारी ने मामले की गहन जांच की मांग की है. साथ ही उन्होंने महिलाओं से भी निवेदन किया कि वे इस प्रकार के आपराधिक मामलों से खुद को दूर रखें.

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