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तमिलनाडु में हाथी 'अरिकोम्बन' के हमले में एक व्यक्ति की मौत, सीएम की 5 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा

तमिलनाडु में एक जंगली हाथी के हमले में घायल हुए एक व्यक्ति ने दम तोड़ दिया. इस हाथी को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम तैनात कर दी गई है. यह केरल में 10 से अधिक व्यक्तियों को रौंद कर मार चुका है. इसे अरिकोम्बन नाम दिया गया है. अरी- का मतलब राइस, और कोम्बन का अर्थ होता है- टस्कर. वहीं सीएम स्टालिन ने मृतक के परिजनों को पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है.

tamil nadu man attacked by tusker arikomban dies
हाथी अरीकोम्बन के हमले में एक व्यक्ति की मौत
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Published : May 30, 2023, 4:09 PM IST

Updated : May 30, 2023, 7:52 PM IST

थेनी (तमिलनाडु) : जंगली हाथी, अरिकोम्बन, के कंबुम कस्बे में घुस आने के बाद किए गए हमले में घायल हुए एक व्यक्ति ने मंगलवार को दम तोड़ दिया. बता दें कि 27 मई को हाथी के अचानक कस्बे में घुस आने के बाद लोगों में भगदड़ मच गई थी. वहीं हाथी ने कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया था. इसी दौरान कंबुम निवासी पलराज हाथी की चपेट में आ जाने से गंभीर रूप से घायल हो गया था. मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने हाथी के हमले में मारे गए पॉलराज के परिजन को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की और कहा कि राज्य वन विभाग हाथी को पकड़ने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है.

हालांकि पलराज को हाथी से बचाने के बाद तुरंत कंबुम के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहां पॉलराज का इलाज चल रहा था. उसे बेहतर इलाज के लिए थेनी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. एक निजी कंपनी के सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करने वाले पलराज पर हाथी के हमले से सिर और पेट में गंभीर चोटें आईं थीं. गौरतलब है कि तमिलनाडु के वन मंत्री एम. मथिवेंथन और ग्रामीण विकास मंत्री आई. पेरियास्वामी रविवार को थेनी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पॉलराज को देखने गए थे. इस दौरान उन्होंने पलराज के परिवार को 50 हजार रुपये का चेक भी सौंपा था.

जंगली हाथी अरिकोम्बन ने अब तक केरल क्षेत्र में 10 से अधिक लोगों को मार डाला है. अब तमिलनाडु में भय का वातावरण पैदा कर रहा है. वहीं अरिकोम्बन के द्वारा तमिलनाडु में यह पहली मौत हुई बताई है. तमिलनाडु वन विभाग की 150 सदस्यीय टीम, जिसमें तीन कुमकी हाथी और दो पशु चिकित्सक शामिल हैं, कंबुम और आसपास के क्षेत्रों में हाथी को पकड़ने के लिए काम कर रही हैं. कुमकी हाथी उसे कहते हैं, जिसे ट्रेंड किया गया हो. इसकी मदद से जंगली हाथी को पकड़ने में मदद मिलती है. हालांकि, वन विभाग ने मंगलवार को कहा कि हाथी अब शनमुखानंद मंदिर के पास वन क्षेत्र में है, जो मानव बस्तियों से लगभग 3 किमी दूर है.
तमिलनाडु वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हाथी को वर्तमान स्थान से पकड़ा नहीं जा सकता, क्योंकि इलाका असमान है और वाहन उस स्थान तक नहीं पहुंच पाएंगे. हालांकि तमिलनाडु वन विभाग ट्रैंक्विलाइजर फायर करने और उसे पकड़ने के लिए पास के शहरों में पहुंचने का इंतजार कर रहा है. वहीं हाथी अरीकोम्बन को पकड़े जाने तक कुंबुम में धारा 144 लागू कर दी गई है.

थेनी (तमिलनाडु) : जंगली हाथी, अरिकोम्बन, के कंबुम कस्बे में घुस आने के बाद किए गए हमले में घायल हुए एक व्यक्ति ने मंगलवार को दम तोड़ दिया. बता दें कि 27 मई को हाथी के अचानक कस्बे में घुस आने के बाद लोगों में भगदड़ मच गई थी. वहीं हाथी ने कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया था. इसी दौरान कंबुम निवासी पलराज हाथी की चपेट में आ जाने से गंभीर रूप से घायल हो गया था. मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने हाथी के हमले में मारे गए पॉलराज के परिजन को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की और कहा कि राज्य वन विभाग हाथी को पकड़ने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है.

हालांकि पलराज को हाथी से बचाने के बाद तुरंत कंबुम के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहां पॉलराज का इलाज चल रहा था. उसे बेहतर इलाज के लिए थेनी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. एक निजी कंपनी के सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करने वाले पलराज पर हाथी के हमले से सिर और पेट में गंभीर चोटें आईं थीं. गौरतलब है कि तमिलनाडु के वन मंत्री एम. मथिवेंथन और ग्रामीण विकास मंत्री आई. पेरियास्वामी रविवार को थेनी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पॉलराज को देखने गए थे. इस दौरान उन्होंने पलराज के परिवार को 50 हजार रुपये का चेक भी सौंपा था.

जंगली हाथी अरिकोम्बन ने अब तक केरल क्षेत्र में 10 से अधिक लोगों को मार डाला है. अब तमिलनाडु में भय का वातावरण पैदा कर रहा है. वहीं अरिकोम्बन के द्वारा तमिलनाडु में यह पहली मौत हुई बताई है. तमिलनाडु वन विभाग की 150 सदस्यीय टीम, जिसमें तीन कुमकी हाथी और दो पशु चिकित्सक शामिल हैं, कंबुम और आसपास के क्षेत्रों में हाथी को पकड़ने के लिए काम कर रही हैं. कुमकी हाथी उसे कहते हैं, जिसे ट्रेंड किया गया हो. इसकी मदद से जंगली हाथी को पकड़ने में मदद मिलती है. हालांकि, वन विभाग ने मंगलवार को कहा कि हाथी अब शनमुखानंद मंदिर के पास वन क्षेत्र में है, जो मानव बस्तियों से लगभग 3 किमी दूर है.
तमिलनाडु वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हाथी को वर्तमान स्थान से पकड़ा नहीं जा सकता, क्योंकि इलाका असमान है और वाहन उस स्थान तक नहीं पहुंच पाएंगे. हालांकि तमिलनाडु वन विभाग ट्रैंक्विलाइजर फायर करने और उसे पकड़ने के लिए पास के शहरों में पहुंचने का इंतजार कर रहा है. वहीं हाथी अरीकोम्बन को पकड़े जाने तक कुंबुम में धारा 144 लागू कर दी गई है.

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(इनपुट-एजेंसी)

Last Updated : May 30, 2023, 7:52 PM IST
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