ETV Bharat / bharat

'स्वर्णिम विजय वर्ष' मशाल लद्दाख के खारदुंग ला दर्रा पहुंची - India Pakistan war

रक्षा जनसंपर्क अधिकारी कर्नल इमरोन मुसावी (Colonel Imran Mousavi) ने एक बयान में कहा कि समारोह की शुरुआत खारदुंग ला में सेना के जवानों, पूर्व सैनिकों, स्थानीय निवासियों और पर्यटकों द्वारा विजय मशाल के भव्य स्वागत के साथ हुई.

'स्वर्णिम विजय वर्ष' मशाल
'स्वर्णिम विजय वर्ष' मशाल
author img

By

Published : Aug 1, 2021, 7:32 AM IST

श्रीनगर : भारत-पाकिस्तान के बीच 1971 के युद्ध में भारत की जीत के 50 साल का जश्न मनाने के लिए 'स्वर्णिम विजय वर्ष' मशाल (Swarnim Vijay Varsh mashaal) शनिवार को लद्दाख में दुनिया की सबसे ऊंची मोटर वाहन योग्य सड़क खारदुंग ला दर्रा (Khardung La Pass) पहुंच गई. एक रक्षा प्रवक्ता ने यहां यह जानकारी दी.

रक्षा जनसंपर्क अधिकारी कर्नल इमरोन मुसावी (Colonel Imran Mousavi) ने एक बयान में कहा कि समारोह की शुरुआत खारदुंग ला में सेना के जवानों, पूर्व सैनिकों, स्थानीय निवासियों और पर्यटकों द्वारा विजय मशाल के भव्य स्वागत के साथ हुई.

पढ़ें : जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव जब भी हों, उसमें सभी को हिस्सा लेना चाहिए: गुलाम नबी आजाद

उन्होंने कहा कि 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध (India Pakistan war) में भारत की जीत के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में चल रहे स्वर्णिम विजय वर्ष समारोह के तहत सेना ने 1971 के युद्ध के बहादुरों को दुनिया के सबसे ऊंचे दर्रे में शुमार (18,380 फुट की ऊंचाई पर) खारदुंग ला में श्रद्धांजलि अर्पित की.

कर्नल मुसावी ने कहा कि नुब्रा घाटी के पूर्व सैनिकों ने युद्ध के दौरान शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि इन पूर्व सैनिकों ने खारदुंग ला की पवित्र मिट्टी को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, दिल्ली ले जाने के लिए भी सौंपा.

(पीटीआई-भाषा)

श्रीनगर : भारत-पाकिस्तान के बीच 1971 के युद्ध में भारत की जीत के 50 साल का जश्न मनाने के लिए 'स्वर्णिम विजय वर्ष' मशाल (Swarnim Vijay Varsh mashaal) शनिवार को लद्दाख में दुनिया की सबसे ऊंची मोटर वाहन योग्य सड़क खारदुंग ला दर्रा (Khardung La Pass) पहुंच गई. एक रक्षा प्रवक्ता ने यहां यह जानकारी दी.

रक्षा जनसंपर्क अधिकारी कर्नल इमरोन मुसावी (Colonel Imran Mousavi) ने एक बयान में कहा कि समारोह की शुरुआत खारदुंग ला में सेना के जवानों, पूर्व सैनिकों, स्थानीय निवासियों और पर्यटकों द्वारा विजय मशाल के भव्य स्वागत के साथ हुई.

पढ़ें : जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव जब भी हों, उसमें सभी को हिस्सा लेना चाहिए: गुलाम नबी आजाद

उन्होंने कहा कि 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध (India Pakistan war) में भारत की जीत के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में चल रहे स्वर्णिम विजय वर्ष समारोह के तहत सेना ने 1971 के युद्ध के बहादुरों को दुनिया के सबसे ऊंचे दर्रे में शुमार (18,380 फुट की ऊंचाई पर) खारदुंग ला में श्रद्धांजलि अर्पित की.

कर्नल मुसावी ने कहा कि नुब्रा घाटी के पूर्व सैनिकों ने युद्ध के दौरान शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि इन पूर्व सैनिकों ने खारदुंग ला की पवित्र मिट्टी को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, दिल्ली ले जाने के लिए भी सौंपा.

(पीटीआई-भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.