आगराः ताजनगरी की कोठी मीना बाजार में रामकथा गूंज रही है. रामकथा में तीसरे दिन बुधवार देर शाम तुलसी पीठाधीश्वर पद्म विभूषण जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने कोठी मीना बाजार का नाम सीता बाजार करने की मांग की है. उन्होंने आगरा के सांसद व केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल और इटावा सांसद रामशंकर कठेरिया के सामने सीता बाजार का प्रस्ताव रखा. उन्होंने कहा कि हम आजाद भारत में हैं. अब मीना नाम अपमानजनक है.
इसके साथ ही रामकथा में स्वामी रामभद्राचार्य जी ने सपा और बसपा के गठबंधन पर चुटकी ली. उन्होंने कहा कि जब सपा मुखिया अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती में गठबंधन हुआ तो नारा दिया गया था कि 'मिले मुलायम कांशीराम हवा में उड़ गए जय श्री राम'. अब दोनों ही नहीं रहे, ऐसे में अब नारा यह बन गया है कि, 'मरे मुलायम और कांशीराम, अब जोर से बोलो जय श्री राम'.
रामकथा में मनाया गया प्रभु श्रीराम का जन्म उत्सव
बता दें कि कोठी मीना बाजार अब चित्रकूट धाम बन गया है. यहां पर धर्म चक्रवर्ती तुलसी पीठाधीश्वर पद्म विभूषण जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज के मुखारबिंदु से भक्तों को सरस श्री रामकथा सुनने के लिए मिल रही है. तीसरे दिन बुधवार को रामकथा में प्रभु श्रीराम का जन्म उत्सव मनाया गया.
युवाओं को समझाना आसान है, बुजुर्गों को नहीं
तुलसी पीठाधीश्वर पद्म विभूषण जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने कहा कि 'पहले युवा भटका हुआ था. युवाओं को समझाना आसान है, पर बुजुर्गों को नहीं. मैं बूढ़ा नहीं हूं, मैं युवा हूं. सभी लोग राम जी की सत्ता पर सर झुकाते हैं और उन्हें आदर्श मानते हैं. उन्होंने कहा कि वैसे मुझे आगरा का पेठा पसंद है. मगर, आगरा के लोग भी मुझे अच्छे लगते हैं. पेठा तो मुझे प्रिय है ही पर आगरा वाले उससे ज्यादा प्रिय हैं'.
कोठी मीना बाजार को सीता बाजार नाम कराकर ही रहूंगा
तुलसी पीठाधीश्वर पद्म विभूषण जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने कहा कि, मीना बाजार महिलाओं का अपमान है. इसी मीना बाजार में अकबर ने महिलाएं बेची थी. अब हम आजाद हो चुके हैं. अब इसका नाम सीता बाजार ही होगा. मैं इस बाजार को मीना बाजार करा कर ही मैं रहूंगा. इसी बाजार का मीना बाजार नाम सुनकर मेरा खून खौल जाता है.
संतो की सुनो
तुलसी पीठाधीश्वर पद्म विभूषण जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने कहा कि संत हजारों में एक होता है. भगवान को भी संत बनने में आनंद आता है. भगवान कहते हैं कि 'मैं संतों की धूल से पवित्र होता रहता हूं. संतो के यहां जाओ तो सुनाओ नहीं उनकी सुनो. रामचरितमानस मानवता का आदर्श है. हम रामचरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करके रहेंगे'.
सोनिया को नहीं भारतीय संस्कृति का ज्ञान
तुलसी पीठाधीश्वर पदम भूषण जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने बताया कि राजीव गांधी की पत्नी सोनिया गांधी ने कोर्ट में बयान दिया कि 'राम पैदा ही नहीं हुए'. उन्हें भारतीय संस्कृति का ज्ञान नहीं. जबकि, उनके प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को मैंने कहा गुरु ग्रंथ साहिब में 56 सौ बार राम नाम का बोध हुआ है. भगवान राम का जन्म नहीं हुआ, वे प्रकट हुए हैं. यह देवता लोग जानते हैं. भगवान पीतांबर वस्त्र धारण कर प्रकट होते हैं'.