कोलकाता : 2014 के खगरागढ़ ब्लास्ट (Khagragarh Blast) के बाद, एनआईए तथा अन्य जांच एजेंसियां पश्चिम बंगाल में संदिग्ध आतंकी मॉड्यूल पर भारी पड़ गई थीं और पड़ोसी बांग्लादेश में प्रतिबंधित आतंकी संगठन जेएमबी (Jamaat-ul-Mujahideen Bangladesh) की कमर तोड़ डाली थी.
हाल ही में जेएमबी के तीन संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या जेएमबी फिर से पश्चिम बंगाल में स्लीपर सेल तैयार कर रहा है.
पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार आतंकियों ने स्वीकार किया है कि वे बांग्लादेश स्थित आतंकवादी संगठन जेएमबी के शीर्ष नेता अल-अमीन के साथ संपर्क में थे. जांच अधिकारियों को कई ऐसे साक्ष्य मिले हैं जो इसकी पुष्टि भी करते हैं.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, तीनों संदिग्ध बंगाल के विभिन्न इलाकों में स्लीपर सेल को फिर से सक्रिय करने के उद्देश्य से कोलकाता आए थे. इसके अलावा ये राज्य में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की जानकारी जुटा रहे थे, जिसे बांग्लादेश में शीर्ष जेएमबी नेतृत्व को भेजना था.
सूत्रों ने आगे कहा कि गिरफ्तार संदिग्धों को बांग्लादेश से सीधी मदद मिलती थी, ताकि वे अपने कार्य का आगे बढ़ा सकें.
ये भी पता चला है कि बांग्लादेश की काशीपुर जेल में बंद जेएमबी नेता नाहिद तस्मीन से निर्देश मिलने के बाद तीनों सीमा पार कर कोलकाता पहुंचे थे और स्लीपर सेल को फिर से सक्रिय करने के लिए बांग्लादेश से पैसे भी आ रहे थे.
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सूत्रों का कहना है कि कोलकाता पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के अधिकारी जल्द ही इस मुद्दे पर बांग्लादेश में अपने समकक्षों के साथ बातचीत करेंगे.